बिहार में फिर एक बार बाढ़ का कहर जारी है. बिहार की राजधानी पटना, भोजपुर, बक्सर और सारण समेत अन्य जिलों में बाढ़ का पानी गांवों तक पहुंच गया है. सैकड़ों गांव के कई लोगों के घरों में पानी घुस गया है. इसके साथ ही हजारों एकड़ में लगी मटर, तेलहन और परवल के फसल पानी में डूब कर बर्बाद हो गया है. भोजपुर जिले के शाहपुर और बड़हरा में असमय गंगा नदी के जलस्तर में हुई वृद्धि के कारण गंगा के तटीय इलाकों समेत सहायक नदियों के दोनों किनारों पर खेतों में पानी फैल गया है, जिसके कारण हजारों एकड़ जमीन पर लगाया गया मटर (छेमी), तेलहन तथा परवल की खेती नष्ट हो गयी है. किसानों के अनुसार, लाक्षुटोला, बरिसवन, सहजौली, सुहियां, बहोरनपुर, दामोदरपुर, भरौली, सरना सहित कई पंचायतों में किसानों को बाढ़ से भरी क्षति हुई है.
किसानों के अनुसार, पिछले तीन दिनों से गंगा नदी का जलस्तर काफी तेजी से बढ़ रहा है, जिसके कारण निचले इलाके में गंगा का पानी फैल गया है. इससे हजारों एकड़ खेतों में लगी फसल बर्बाद हो चुकी है. किसानों ने बताया कि हमलोगों को क्या पता था कि अब बाढ़ आयेगा. हमलोगों खेतों में फसलों की बोआई कर दिये थे, लेकिन असमय गंगा का जलस्तर बढ़ने से हमारी जमापूंजी बर्बाद हो गयी है. किसानों के अनुसार अब भी गंगा के जलस्तर में वृद्धि जारी है, जिसके कारण किसानों में दहशत का माहौल कायम हो गया है. गांव के बुजुर्ग लोगों की मानें, तो इस समय गंगा नदी में बाढ़ कभी नहीं देखा गया है. इस समय पानी बढ़ने को लेकर हर कोई आश्चर्य चकित हो रहा है.
ग्रामीणों का कहना है कि अगर इस समय गंगा नदी अपना रौद्र रूप दिखा देगी, तो हम लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ जायेगा. क्योंकि अब रात में हल्की ठंड लग रही है. ऐसे में गरीबों को अपना घर छोड़ किसी दूसरे स्थान पर जाना काफी परेशानियों से भरा होगा. वहीं, प्रखंड कृषि पदाधिकारी राजेश्वर राम ने कहा कि बाढ़ का पानी बधार में फैल गया है. कुछ किसानों द्वारा मटर छेमी, तेलहन तथा परवल की बोआई की गयी थी, जिसका नष्ट होने की आशंका है. वहीं बड़हरा प्रखंड के सिदयरी, केशोपुर, करजा, नेकनाम टोला, लौहर, दुबे छपरा, बखोरापुर, हाजीपुर, शिवपुर, रमई राय के टोला, ज्ञानपुर सिन्हा, छोटका इटाहना, सलेमपुर समेत अन्य बधारों में नदी का पानी घुस गया है.रविवार की सुबह गंगा नदी का जलस्तर 53 प्वाइंट 11 मीटर पर बह रहा है.