महाशिवरात्रि पर हर… हर… शुभू, हर… हर… महादेव के जयघोष से राजधानी गूंज उठी. पूरे पटना में करीब 27 जगहों से शिव बारात निकाली गयी. इस दौरान कई अद्भुत नजारे देखने को मिले. श्रद्धालुओं ने छोटे से बड़े शिवालयों में गंगाजल, दूध, दही से जलाभिषेक कर बेलपत्र, भांग, धतूरा, चावल व पुष्प से भगवान शिव की पूजा की. युवतियों ने पूजा के बाद नंदी के कान के पास जाकर मन्नत मांगी. वहीं महावीर मंदिर में सात बजे मंदिर का पट खुलने के बाद पुरुष व महिला श्रद्धालुओं ने अलग-अलग कतार में जल अर्पण किया.
राज्यपाल-उप मुख्यमंत्रियों ने उतारी झांकियों की आरती
भगवान शंकर और माता पार्वती के विवाह के दिन महाशिवरात्रि पर्व में महिलाएं और किशोरियां व्रत रखने के साथ मंदिरों में पूजा अर्चना करने के लिए राजधानी पटना के सभी शिव मंदिरों में भक्तों की भीड़ लगी रही. मंदिरों में भक्त की भीड़ अहले सुबह से देखी जा रही है.यह सिलसिला देर शाम तक चला. सबसे अधिक उत्साह और उमंग महलिाओं और युवतियों में देखा गया. पूरा शिवालय सुबह से देर रात तक ओम नमः शिवाय, हर-हर महादेव, बम-बम भोले के जयकारों से गूंजता रहा. शिव भक्तों ने बेलपत्र, दूध, शहद, फूल भोलेनाथ पर चढ़ाया और भगवान शिव की आराधना कर सुख समृद्धि की कामना किया. युवतियां नंदी के कानों में अपनी मनोकामना को वक्त किया. वहीं कई मंदिरों में बड़ी संख्या में लोगों ने रुद्राभिषेक किया. बोरिंग रोड स्थित शिव मंदिर, पंचरूपी हनुमान मंदिर (राजवंशी नगर), पंच शिव मंदिर (कंकड़बाग) में शिव भक्तों की सबसे अधिक भीड़ रही.
महावीर मंदिर में कुल 45 रुद्राभिषेक
महाशिवरात्रि के मौके पर पटना जंक्शन स्थित महावीर मंदिर में नीचे प्राचीन शिवलिंग पर सुबह 5 से रात 10 बजे तक कुल 17 रुद्राभिषेक, ऊपर शीशा बंद शिवलिंग पर सुबह 5 से रात 10 बजे तक कुल 17 रुद्राभिषेक,बीच में हनुमानजी के बगल में स्थित शिवलिंग पर सुबह 11 बजे से रात्रि 10 बजे तक कुल 11 रुद्राभिषेक. यहां सुबह 5 बजे से 11 बजे तक हजारों भक्तों ने पंक्तिबद्ध होकर जलाभिषेक किया. आज लगभग 50 हजार भक्त महावीर मन्दिर आये. वहीं लगभग पांच हजार किलो नैवेद्यम की बिक्री हुई. वहीं रोशनी से जगमग खाजपुरा शिव मंदिर में सुबह चार बजे से ही भोले बाबा की पूजा-अर्चना और जलाभिषेक के लिए भक्तों का तांता लगा रहा. सात बजे मंदिर का पट खुलने के बाद पुरुष व महिला श्रद्धालुओं ने अलग-अलग कतार में जलार्पण किया.
भोले शंकर की बारात में मिट गईं आम व खास की दूरियां
देवाधिदेव महादेव के प्रति श्रद्धा-भक्ति और आस्था का जन सैलाब उमड़ पड़ा. भोले बाबा की बारात में आम और खास की दूरियां मिट गयी. हर-हर महादेव की गूंज से पूरा वातावरण शिवमय हो गया. मौका था श्री श्री महाशिवरात्रि महोत्सव शोभा यात्रा अभिनंदन समिति के बैनर तले खाजपुरा शिव मंदिर परिसर में आयोजित महाशिवरात्रि महोत्सव का. राजधानी के 27 स्थानों से निकलीं शोभा यात्राएं बारी-बारी से देर शाम मंदिर परिसर में पहुंचीं.
सूबे के राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर, पूर्व राज्यपाल गंगा प्रसाद, उप मुख्यमंत्री सम्राट चौधरी व विजय कुमार सिन्हा, मंत्री विजय कुमार चौधरी, डॉ. प्रेम कुमार, समिति के संयोजक सह विधायक डॉ. संजीव चौरसिया व अन्य विशिष्ट अतिथियों ने आरती उतारकर मनोहारी झांकियों का अभिनंदन किया. पूरे आयोजन के दौरान शिव भक्तों का उत्साह देखते बन रहा था.समिति के संयोजक डॉ. संजीव चौरसिया ने राज्यपाल समेत सभी अतिथियों का मोमेंटो देकर स्वागत किया.
ब्रह्माकुमारी की शोभा यात्रा सबसे पहले पहुंची
इससे पहले शहर के अलग-अलग स्थानों से गाजे-बाजे के साथ विभिन्न स्वरूपों में झांकियों के साथ शोभा यात्राएं निकलीं. इनमें महिलाओं-युवाओं की अच्छी-खासी भागीदारी रही. माथे पर त्रिपुंड का तिलक व कलश लिए महिलाएं, गले में भगवा पट्टा लगाए युवक महादेव के जयकारे लगा रहे थे. कोलकाता, रायपुर, धनबाद, हजारीबाग से आई झांकियों में शिव-पार्वती विवाह, भूत-पिशाचों की बारात और उज्जैन के महाकाल की प्रतिकृति को दर्शाया गया था. सबसे पहले कंकड़बाग की पीसी कॉलोनी से निकली प्रजापिता ब्रह्मकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय का काफिला मंदिर परिसर में पहुंचा. यात्रा मार्ग में जगह-जगह स्टॉल लगाकर श्रद्धालुओं पर पुष्प वर्षा की गई. शिव बारात में शामिल होने और पुनीत अवसर का साक्षी बनने के लिए लोगों में जबर्दस्त उमंग दिख रहा था. शाम 5 बजे से शोभा यात्राओं के आने का सिलसिला शुरू हुआ जो देर रात तक जारी रहा. स्वागत के बाद शोभा यात्रा समितियों को मोमेंटो, मेडल व अंगवस्त्र देकर सम्मानित किया गया.
मंत्रोच्चार के साथ गंगा आरती से लोग भावविभोर
भव्य आरती देख लोग भावविभोर नजर आये. भजन संध्या की प्रस्तुति से लोग भक्ति रस की गंगा में बहते रहे. तांडव नृत्य ने तो भक्तों का मन ही मोह लिया. जैसे-जैसे शाम ढलती गई, बेली रोड स्थित मंदिर परिसर में श्रद्धालुओं का रेला लग गया. भीड़ को नियंत्रित करने में पुलिस-प्रशासन की टीम को खासी मशक्कत करनी पड़ी.
महोत्सव में ये रहे मौजूद
समारोह में सांसद रवि शंकर प्रसाद, पूर्व मंत्री नितिन नवीन, मंगल पांडेय, अभिनंदन समिति के सदस्य प्रभात कुमार सिन्हा, दीपक चौरसिया, विवेक सिन्हा, जयप्रकाश पुनील, पंकज कुमार, दीपू चंद्रवंशी, गणेश कुमार, मनोज सिंह प्रवीण, कुणाल, गुंजन भी उपस्थित रहे.
बेउर में पूजा करने उमड़ा भक्तों का सैलाब
बेऊर में महाशिवरात्रि पर महावीर स्थान दुर्गा मंदिर शिव मंदिर में पूजा अर्चना के लिए श्रद्धालुओं का सैलाब उमड़ा रहा. वहीं इस मौके पर मंदिर समिति द्वारा सनातन और भक्ति किताबों के स्टाल भी लगाये गये और लोगों को महाशिवरात्रि के महत्व भी बताये गये. महावीर मंदिर महावीर कॉलोनी बेऊर मंदिर के सचिव बालेन्द्र शर्मा ने बताया कि शुक्रवार की सुबह 5 बजे से ही लोग कतार में खड़े होकर पंचमुखी महादेव को जलाभिषेक करते रहे.
भीड़ को नियत्रंण करने के लिए मंदिर के तीनों पुजारी पटना पुलिस के साथ साथ मंदिर सचिव और समिति सदस्य तैनात रहे. मंदिर के सचिव ने बताया कि इस अवसर पर हिन्दू सनातन संस्था के पुस्तकों और पत्रिकाओं का स्टाल लगाया गया. दोपहर बाद 3 बजे से शाम के सात बजे तक महिला मंडली द्वारा भजन कीर्तन और शाम में सात बजे से भोला बाबा के शृंगार के बाद रात्रि में शिव विवाह संपन्न कराया गया. विवाह के मौके पर महिलाओं ने मंगल गीत गाये और एक दूसरे को बधाई दी.
शिवरात्रि पर निकली कलश शोभायात्रा
संपतचक बैरिया में श्री श्री प्राचीन बुढ़वा महादेव मंदिर एतिहासिक ग्राम चकबैरिया में महाशिवरात्रि को लेकर भव्य आयोजन किया गया. 700 की संख्या में महिला श्रद्धालुओं ने सिर पर कलश लेकर भद्र घाट से पवित्र गंगा जल भरकर मंदिर पहुंचे और पवित्र जल चढ़ाया. वहीं शोभायात्रा को देखने उमड़े भक्तों ने पुष्प वर्षा कर सबका अभिनंदन किया. कलश शोभा यात्रा के समापन पर शरबत का वितरण भी किया गया. मंदिर समिति ने बताया की दो दिवसीय अनुष्ठान कार्यक्रम का आयोजन किया गया है. शनिवार को भंडारा और प्रसाद वितरण के बाद रविवार को हवन होगा. आयोजन को सफल बनाने में समिति सदस्य नरेन्द्र सिंह उर्फ नेता जी, मान सिंह उर्फ मान्झी सिंह, चंदन सिंह, मुकेश सिंह,राजू सिंह महेशी सिंह प्रमुख रूप से बढ़ चढ़ कर हिस्सा लिया.
रुद्राभिषेक व विवाह उत्सव समेत अन्य धार्मिक आयोजन हुए
महाशिवरात्रि पर शुक्रवार को शिवालयों में शिव भक्तों ने पूजा-अर्चना की. जय शिव शंकर, गौरी शंकर जय शंकर जय पार्वती से शिवालय गुंजायमान रहा. गायघाट स्थित गौरीशंकर मंदिर में रूद्राभिषेक व अखंड कीर्तन व धार्मिक अनुष्ठान हुए. दीवान मोहल्ला तारणी प्रसाद लेन स्थित बाबा मुक्तेश्वर नाथ मंदिर में अखंड कीर्तन व धार्मिक आयोजन हुए. शक्तिपीठ बड़ी व छोटी पटनदेवी महंत विजय शंकर गिरि, अनंत अभिषेक द्विवेदी और विवेक द्विवेदी की देखरेख में, जंगली प्रसाल लेन स्थित प्राचीन शिव मंदिर, माल्य महादेव चैलीटाड़, पीतल के महादेव जी झाउगंज, पटेश्वर मंदिर सादिकपुर, पश्चिम दरबाजा स्थित शिव मंदिर, बाबा तिलकेश्वर नाथ नयी सड़क,घघा घाट स्थित सूर्य नारायण मंदिर और सिमली स्थित प्राचीन शिव मंदिर, अलखिया बाबा की मंदिर,निलेश्वर महादेव मंदिर ,पौराणिक संकट मोचन हनुमान मंदिर करनालगंज गायघाट,कामख्या ठाकुरबाडी शिवालय,शिव मंदिर गरऊआ टोला ,महेंद्रू स्थित शिवालय,शिव मंदिर शाहगंज , बाबा भुतेश्वरनाथ मंदिर रानीघाट, शिवालय निलेश्वर महादेव मंदिर, श्री शिव शक्ति मंदिर, शिव मंदिर में रुद्राभिषेक व विवाह उत्सव समेत अन्य धार्मिक आयोजन हुए. स्नान के लिए गंगा घाटों पर भी लोगों की भीड़ जुटी रही.
शिव बारात में हर हर महादेव की गूंज से माहौल भक्तिमय
महाशिवरात्रि महोत्सव समिति की ओर से भगवान शिव की बरात मालसलामी के सिमली स्थित प्राचीन शिव मंदिर से निकाली गयी. विधानसभा अध्यक्ष नंदकिशोर यादव ने आरती कर बरात को रवाना किया. शोभायात्रा में नंदकिशोर यादव, महापौर सीता साहू, उपमहापौर रेशमी चंद्रवंशी, समिति के अध्यक्ष, समिति के अध्यक्ष लक्ष्मी नारायण साह, संयोजक राजेश साह, पार्षद अंजली राय, विनोद कुमार, गायत्री देवी, समिति के उपाध्यक्ष प्रभाकर मिश्र, दिलीप चौधरी, मनोज वर्मा, पूर्व पार्षद लल्लू शर्मा, धीरेन्द्र सिंह, राजू चंद्रवंशी, विनय केसरी, शाह कमल कृष्ण, हरेंद्र यादव, उदय यादव, राजेश यादव, अजय कुमार, पंकज गुप्ता ,मुकेश अग्रहरि आदि शामिल थे. शिव बारात अशोक राजपथ के मुख्य मार्ग मालसलामी, मारूफगंज, पूरब दरवाजा, हाजीगंज, चमडोरिया, चौक, खाजेकलां गुरहट्टा, पश्चिम दरवाजा, भद्र घाट, गायघाट स्थित गौरीशंकर मंदिर पहुंची.