पटना के श्रीकृष्णापुरी थाने की पुलिस व एसटीएफ ने पानी टंकी के समीप स्थित सागर ब्वाॅइज हॉस्टल से गिरफ्तार नालंदा व बाढ़ के दो अपराधियों को शनिवार को जेल भेज दिया. इन दोनों को पुलिस ने कुछ साल पहले आठ आरोपितों के साथ पटना में ही गिरफ्तार किया था. गिरफ्तार के बाद जब बेल पर जेल से छूटे तो कुछ दिनों तक यह पुलिस के लिए मुखबिर का भी काम किया. कई आरोपितों व कुख्यातों की गुप्त सूचना देकर पुलिस से गिरफ्तार करवाया. इसके बाद से दोनों आरोपित हथियार तस्कर बन गए और आर्म्स सप्लाय के धंधे में घुस गये.
कारबाइन समेत अन्य हथियार बरामद
इन लोगों के पास से एक कारबाइन, एक पिस्टल, चार देसी पिस्तौल, 35 कारतूस, तीन पिस्टल का मैगजीन, एक कारबाइन का मैगजीन, दो मोबाइल फोन, एक लैपटॉप, एक बाइक, एक हथौड़ी व अन्य सामान को बरामद किया गया है. ये दोनों किसी बड़ी घटना को अंजाम देने के लिए पटना आये थे. पकड़े गये अपराधियों में बाढ़ के डुमरिया निवासी फुलचंद यादव व नालंदा के अस्थावां के डुमरावां का रहने वाला कुंदन चौधरी शामिल है.
क्या है पूरा मामला..
दरअसल, श्रीकृष्णापुरी थाने की पुलिस व एसटीएफ ने शुक्रवार को बोरिंग रोड पानी टंकी के पास स्थित सागर ब्यॉज हॉस्टल में ठहरे नालंदा व पटना जिले के टॉप-10 में शामिल दो अपराधियों को गिरफ्तार कर लिया था. इनलोगों के पास से एक कारबाइन समेत कई हथियार बरामद किए गए. इन दोनों के खिलाफ पटना व नालंदा जिले में हत्या, आम्स एक्ट व अन्य संगीन आरोपों के तहत कई केस दर्ज हैं. पुलिस इन दोनों की निशानदेही पर गिरोह के अन्य साथियों को पकड़ने का प्रयास कर रही है. ये दोनों हथियार तस्करी के साथ ही कांट्रेट किलिंग का भी काम करते हैं.
पूरे ब्यायज हॉस्टल की घेराबंदी कर किया गया गिरफ्तार
पुलिस को सूचना मिली थी कि हॉस्टल में कुछ अपराधी एक छात्र के कमरे में आये हुए हैं. इस सूचना पर पुलिस टीम ने पूरे हॉस्टल को घेर लिया और काफी चालाकी से कमरे को खुलवा कर गिरफ्तार कर दोनों लिया था. इसके बाद कमरे की तलाशी ली गयी, तो बेड के नीचे छिपा कर रखे गये कारबाइन, पिस्तौल व कारतूस को बरामद कर लिया. पुलिस के अनुसार दोनों ही शातिर अपराधी हैं और हत्या व अन्य संगीन आपराधिक मामलों के आरोपी रहे हैं. इनके हॉस्टल में रहने के मकसद के संबंध में पूछताछ की गयी. इन लोगों के खिलाफ पटना, शेखपुरा व नालंदा जिला में कई आपराधिक केस दर्ज हैं.