पटना. आध्यात्मिक सत्संग समिति के तत्वावधान में पटना के गांधी मैदान में चल रहे नौ दिवसीय श्रीरामकथा के आठवें दिन शनिवार को जगदगुरु स्वामी श्री राघवाचार्य जी महाराज ने सत्संग प्रेमियों को प्रभु श्रीराम, माता जानकी और लक्ष्मण जी के अयोध्या से वन जाने का भावुक करने वाला प्रसंग सुनाया. इसे सुन श्रद्धालुओं की आंखें नम हो गयीं. स्वामी जी ने बताया कि माता जानकी और लक्ष्मण जी के भी साथ चलने की बात तय होने के बाद राम जी ने कहा कि आप लोगों के पास उपयोग की जितनी वस्तुएं हैं. यह सब ब्राह्मणों को दान कर दें. स्वयं राम जी ने हाथी भी 10 हजार स्वर्ण मुद्रा के साथ ब्राह्मण को दान कर दी. स्वामी जी ने कहा कि प्रभु की भक्ति पतित को भी पावन बनाती है. मौके पर वरिष्ठ मंत्री, विजय कुमार चौधरी, स्वामी सुदर्शनाचार्य जी महाराज, बाल संरक्षण आयोग के अध्यक्ष डी अमरदीप, अध्यक्ष कमल नोपानी आदि मौजूद रहे.
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