आइआइटी पटना ने सतत शिक्षा कार्यक्रम (CEP) और गुणवत्ता सुधार कार्यक्रम (QIP) सेंटर के तहत ऑनलाइन एग्जीक्यूटिव पोस्ट ग्रेजुएट सर्टिफिकेट प्रोग्राम शनिवार को लांच किया है. अब आइआइटी से घर बैठे स्टूडेंट्स या कामकाजी लोग पोस्ट ग्रेजुएट सर्टिफिकेट प्रोग्राम इन आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस एंड मशीन लर्निंग इंजीनियरिंग, पोस्ट ग्रेजुएट सर्टिफिकेट प्रोग्राम इन डाटा साइंस और पोस्ट ग्रेजुएट सर्टिफिकेट प्रोग्राम इन मैनेजमेंट ( बिजनेस एंड फाइनेंस) की पढ़ाई कर सकते हैं.
कोर्स का उद्घाटन करते हुए आइआइटी पटना के निदेशक प्रो टीएन सिंह ने कहा कि विज्ञान और प्रौद्योगिकी में विकास की तीव्र गति और नीति, शासन और प्रबंधन में लगातार बदलाव के साथ, विकास के लिए कौशल वृद्धि एक महत्वपूर्ण आवश्यकता है. यही कारण है कि आइआइटी पटना ने सीइपी और क्यूआइपी सेल के साथ मिल कर शार्ट टर्म व लांग टर्म कोर्स के लिए सर्वश्रेष्ठ कॉर्पोरेट संगठनों के साथ सामंजस्य स्थापित करना शुरू किया है.
सीइपी-क्यूआइपी स्टूडेंट्स और काम काजी पेशेवरों को उनके ज्ञान के आधार को बढ़ाने और उनके कौशल में सुधार करने में सहायता करने के लिए समर्पित है. इसके अलावा, यह इस देश के उद्योग पेशेवरों को विश्व स्तर पर प्रतिस्पर्धी बनाने के लिए अत्याधुनिक क्षेत्रों में प्रशिक्षण प्रदान करने की दिशा में अग्रसर है.
कार्यक्रम माइक्रोटेक एजुकेशनल सोसाइटी के सहयोग से संचालित किया जा रहा है. इस पहल का उद्देश्य जटिल चुनौतियों का प्रबंधन करने, परिचालन और रणनीतिक जरूरतों को पूरा करने और प्रतिस्पर्धात्मक लाभ बढ़ाने के लिए अद्वितीय कौशल, क्षमताओं और ज्ञान का निर्माण करना है. कंटेंट को संदर्भित करने के लिए उम्मीदवारों के पास लर्निंग मैनेजमेंट सिस्टम की सुविधा प्रदान की गई है ताकि सीखने का बेहतर अवसर उपलब्ध हो सके. वीकेंड पर व्याख्यान दिया जायेगा.
इस अवसर पर डॉ आसिफ एकबाल, डॉ श्रीपर्णा साहा कंप्यूटर साइंस से संबंधित बातें बतायी. कृपा शंकर सिंह ने प्लेसमेंट परिदृश्य और करियर विकास पर अपनी बातें साझा की. कार्यक्रम का संचालन आइआइटी पटना के प्रशिक्षण और प्लेसमेंट सेल के अधिकारी कृपा शंकर सिंह ने किया. धन्यवाद प्रस्ताव माइक्रोटेक एजुकेशनल सोसाइटी के अध्यक्ष और कार्यकारी निदेशक डॉ पंकज राजहंस ने दिया.