Indian Railways पीएम मोदी की सरकार ने बिहार में पांचवा नये रेल पुल के निर्माण की घोषणा की है. शुक्रवार की देर शाम रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने प्रेस कांफ्रेंस कर इसकी जानकारी दी. इन पांच पुलों के बनने से बिहार को बिजली निर्माण के लिए कोयला लाना आसान हो जायेगा. इससे उत्तर और दक्षिण बिहार के बीच बेहतर कनेक्टिविटी हो सकेगी. साथ ही पांच पुल के बन जाने से झारखंड और बंगाल के बीच भी बिहार की बेहतर कनेक्टिविटी होगी.
बिजली,सीमेंट और खनिज कोरीडोर के लिए देश के बिहार समेत सात राज्यों में आठ नये रेल काेरीडोर मंजूर किये गये हैं. इसके तहत आठ सौ किलोमीटर नयी रेल लाइन बनायी जायेगी. इस पर 24657 करोड़ रुपये खर्च होंगे. पूरे कोरीडोर में देशभर में 64 नये स्टेशन बनाये जायेंगे.इसके तहत भागलपुर के विक्रमशीला एवं कटिहार के कटेरिया स्टेशन के बीच भागलपुर-साहेबगंज रेल मार्ग पर 26 किलोमीटर नयी रेल लाइन बिछायी जायेगी.
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अभी बक्सर से राजमहल के बीच करीब साढ़े चार सौ किलोमीटर लंबी गंगा नदी पर तीन पुल हैं. इसमें पांच नये पुल बनाये जाने की योजना है. इससे उत्तर बिहार और दक्षिण बिहार के अलावा झारखंड, बंगाल तथा ओड़िसा के लिए बेहतर कनेक्टिविटी हो सकेगी. इसके तहत मुख्य पुल 2.44 किलोमीटर लंबी होगी. 2549 करोड़ की लागत से बनने वाली इस पुल से 22 लाख मानव दिवस सृजित होगा.