बक्सर के एमपी हाइस्कूल में जीविका दीदियों को संबोधित करते हुए सीएम नीतीश कुमार ने कहा कि अब जीविका दीदियां सरकारी शिक्षकों का वेतन तय करेंगी. जीविका दीदियों को समाज को आगे बढ़ाने के लिए उन्हें जिम्मेदारी दी जा रही है कि अब वे अपने-अपने इलाकों में जाकर देखेंगी कि सरकारी विद्यालयों में शिक्षक कितना पढ़ा रहे हैं. उसी समय जीविका दीदियां अपने मोबाइल से एक वीडियो बनाकर बीडीओ को भेजेंगी. बीडीओ उसे देखकर डीएम को भेजेंगे. इसके बाद डीएम वीडियो को देखकर शिक्षकों का वेतन तय करेंगे कि उनका वेतन जारी किया जाये अन्यथा नहीं. यदि शिक्षक पढ़ायेंगे तो उन्हें वेतन मिलेगा और अगर नहीं पढ़ाएंगे तो उनका वेतन भी नहीं मिलेगा.
महिलाओं का उत्थान किया जा रहा
सीएम ने कहा कि जीविका दीदियों के माध्यम से लगातार महिलाओं का उत्थान किया जा रहा है. इसके साथ ही जीविका दीदियों को और आगे बढ़ाने काम भी किया जा रहा है. उनके विकास के लिए दिन-रात काम किया जा रहा है. स्वयं सहायता समूह के माध्यम से जीविका दीदियों का विकास किया जा रहा है.
पढ़ाई का सर्वे कराया जा रहा है
मुख्यमंत्री ने जीविका दीदियों से कहा कि आपस में झगड़ा नहीं करना चाहिए. चाहे आप किसी भी जाति धर्म के हों. उन्होंने कहा कि सूबे में पढ़ाई का सर्वे भी कराया जा रहा है. साथ ही महिलाओं के लिए विशेष काम किया जा रहा है. महिला ज्यादा से ज्यादा पढ़ेगी तो जनसंख्या भी घटेगी.
Also Read: समाधान यात्रा के बाद नीतीश कैबिनेट का होगा विस्तार, कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष ने सीएम से की मुलाकात
बिहार पुलिस में 35 प्रतिशत महिलाओं को नौकरी
सीएम ने कहा कि बिहार पुलिस में 35 प्रतिशत महिलाओं को नौकरी दी जा रही है. पुलिस में बिहार के अलावा इतनी संख्या देश में कहीं भी नहीं है. हम महिलाओं के लिए ज्यादा से ज्यादा काम करना चाहते हैं. प्रदेश के पंचायतों में 50 प्रतिशत महिलाओं की भागीदारी सुनिश्चित करने को लेकर उन्हें आरक्षण दिये जाने की बात की भी चर्चा की.