खगड़िया के मौजूदा सांसद चौधरी महबूब अली कैसर रविवार को राजद में शामिल हो गए. राजद के राज्य कार्यालय में पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव और प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह के समक्ष उन्होंने राजद की सदस्यता ली. मौके पर पार्टी के नेता, पदाधिकारी एवं सक्रिय सभी सदस्य मौजूद रहे. उन्होंने लोजपा का साथ अब छोड़ दिया है और राजद का दामन थाम लिया है. एनडीए में सीट बंटवारे के दौरान महबूब कैसर ने चिराग पासवान से मुलाकात की थी और उनके साथ होने का दावा किया था. वहीं चिराग पासवान ने खगड़िया में नये उम्मीदवार को मैदान में उतारा तो महबूब कैसर ने भी अपनी राजनीति को नयी दिशा दे दी है. वहीं आरजेडी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष महबूब कैसर बनाए गए हैं.
महबूब कैसर टिकट से रह गए वंचित, लोजपा से हुए अलग
महबूब अली कैसर 2019 के लोकसभा चुनाव में लोजपा के टिकट पर खगड़िया से सांसद निर्वाचित हुए थे. लोजपा में विभाजन के बाद वे पशुपति कुमार पारस की खेमे वाली रालोजपा की ओर हो गये. एनडीए में सीट बंटवारे में खगड़िया समेत पांच सीटें चिराग पासवान की अध्यक्षता वाली लोजपा रामविलास को मिल गयीं. बाद में कैसर ने चिराग पासवान के साथ आने की कोशिश की, लेकिन लोजपा रामविलास ने उनकी जगह राजेश वर्मा को खगड़िया से पार्टी सिंबल दिया. इस तरह कैसर बिना टिकट रह गये. तब कैसर ने राजद की सदस्यता लेने का फैसला लिया. बता दें कि महबूब कैसर के पुत्र युसुफ सलाहउद्दीन सिमरी बक्तियारपुर विधानसभा सीट से राजद के विधायक हैं.
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खगड़िया में प्रचार कर सकते हैं महबूब अली कैसर..
महबूब अली कैसर अब अपनी सियासत को नये सिरे से शुरू कर रहे हैं. लोकसभा चुनाव 2024 में जब चिराग पासवान के पास खगड़िया की सीट गयी तो महबूब कैसर ने पशुपति पारस का साथ छोड़ दिया था और चिराग पासवान के पास जाकर उनसे मुलाकात की थी. कैसर चाहते थे कि वो फिर एकबार खगड़िया से चुनाव लड़ें. लेकिन चिराग पासवान ने यहां से राजेश वर्मा को मैदान में उतार दिया. महबूब कैसर को लेकर पिछले दिनों ये संभावना जतायी गयी थी कि वो निर्दलीय भी चुनावी मैदान में उतर सकते हैं. लेकिन आखिरकार उन्होंने राजद का दामन थामा .
RJD के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष बनाए गए, बोले कैसर..
महबूब अली कैसर को राजद का राष्ट्रीय उपाध्यक्ष बनाया गया है. वहीं पार्टी में शामिल होते ही महबूब कैसर ने कहा कि काफी सोच-विचार के बाद हमने ये फैसला लिया है और राजद में शामिल हुआ. उन्होंने कहा कि मेरे ऊपर गद्दारी का गलत आरोप लगाया गया है और इसका मुझे तकलीफ है. महबूब कैसर ने कहा कि गद्दारी चिराग पासवान ने किया है. अगर गद्दारी का आरोप ही था तो वीणा देवी भी हम लोगों के साथ ही थीं. तेजस्वी यादव के कामों की तारीफ महबूब कैसर ने की. वहीं अब राजद सुप्रीमो ने उन्हें पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष पद की जिम्मेवारी सौंपी है.