Lok Sabha Election 2024 बिहार में लोकसभा चुनाव 2024 के पांचवें चरण में 20 मई को पांच सीटों पर चुनाव होना है.ये लोकसभा क्षेत्र है सीतामढ़ी, मधुबनी, मुजफ्फरपुर, सारण और हाजीपुर. इन पांचों सीटों पर फिलहाल एनडीए का कब्जा है. इस बार इन सभी सीटों पर कड़ी टक्कर देखने को मिल सकती है. सभी पार्टियों ने जातीय समीकरण के हिसाब-किताब को देखते हुए चुनाव प्रचार की रणनीति तय कर ली है. इन क्षेत्रों में विशेष की जातियों की संख्या के आधार पर स्टार प्रचारकों को जिम्मेदारी दे दी गयी है. पिछले दो चरणों के चुनाव में जिस तरह कम वोटिंग हुई है, उसे देखते हुए इस बार सभी पार्टियों के सामने मतदान प्रतिशत बढ़ाने की बड़ी चुनौती होगी.
सीतामढ़ी लोकसभा क्षेत्र
सीतामढ़ी लोकसभा चुनाव 2019 में कुल 59.28 फीसदी वोट पड़े थे. उस वक्त यहां कुल मतदाताओं की संख्या 17.52 लाख थी, जिनमें से करीब 10.38 लाख लोगों ने मतदान में भाग लिया था. कुल 22 उम्मीदवार मैदान में थे, जिसमें तीन को छोड़कर बाकी की जमानत जब्त हो गयी थी. जदयू के सुनील कुमार पिंटु ने राजद के अर्जुन राय को 2.50 लाख वोटों से हराया था. राजद के अर्जुन राय को 317206 वोट मिले थे, जबकि सुनील कुमार पिंटू को 567745 मत मिले थे. 2014 में कुल 57.18 प्रतिशत वोट पड़े थे.
इस बार इस चुनाव क्षेत्र से एनडीए की तरफ से जदयू के टिकट पर विधान परिषद के सभापति देवेश चंद्र ठाकुर और महागठबंधन की ओर से राजद के टिकट पर अर्जुन यादव मैदान में हैं. लोकसभा चुनाव 2024 में यहां बनिया वोटर काफी मायने रखेंगे. दोनों प्रमुख प्रत्याशियों के बीच कड़ी टक्कर देखने को मिल सकती है. देवेश चंद्र जहां मोदी और नीतीश के भरोसे हैं, वहीं अर्जुन यादव को माइ समीकरण से उम्मीद है.
मधुबनी लोकसभा
कवि कोकिल विद्यापति की जन्म स्थली मधुबनी में भाजपा के उम्मीदवार अशोक कुमार यादव ने पिछले चुनाव में रिकॉर्ड मतों से जीत दर्ज की थी. 2019 लोकसभा चुनाव में यहां कुल 53.72 प्रतिशत मतदान हुआ था. अशोक कुमार यादव ने वीआइपी उम्मीदवार बद्री कुमार पूर्वे को 4.55 लाख मतों से पराजित किया था. उस समय यहां 17.92 लाख मतदाता थे, चुनाव में कुल 9.63 लाख मत पड़े थे.
पूर्व केंद्रीय मंत्री व निर्दलीय उम्मीदवार डॉ. शकील अहमद को तीसरे स्थान से ही संतोष करना पड़ा था. कुल 17 उम्मीदवार मैदान में थे और जिसमें चार को छोड़कर बाकी की जमानत जब्त हो गयी थी. जबकि 2014 में 52.86 प्रतिशत वोट पड़े थे. इस बार लोकसभा चुनाव में भाजपा ने एक बार फिर से अशोक कुमार यादव को अपना उम्मीदवार बनाया है, जबकि राजद की ओर से अली असरफ फातमी मैदान में है.
मुजफ्फरपुर लोकसभा
मुजफ्फरपुर सीट के लिए हुए पिछले लोकसभा चुनाव में कुल 61.17 फीसदी मतदान हुआ था. तब इस क्षेत्र में मतदाताओं की कुल संख्या 17.30 लाख थी, जिसमें से 10.50 लाख मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया था. कुल 22 उम्मीदवार मैदान में थे. भाजपा के उम्मीदवार अजय निषाद को 6.66 लाख मत मिले थे, जबकि वीआइपी के राजभूषण को 2.56 लाख वोट मिले. 4.09 लाख मतों के अंतर से अजय निषाद ने इस सीट से जीत हासिल की थी. यहां मुकाबला निषाद बनाम निषाद के बीच में था. जबकि, 2014 में कुल 58.17 फीसदी मत पड़े थे. लोकसभा चुनाव 2024 में इस बार भाजपा ने अजय निषाद को टिकट नहीं देकर 2019 में उन्हें चुनौती देने वाले राजभूषण को ही अपना उम्मीदवार बनाया है, जबकि अजय निषाद कांग्रेस के टिकट पर मैदान में है.
सारण मे लोकसभा
सारण में लोकसभा चुनाव 2019 में कुल 56.50 फीसदी वोटिंग हुई थी. उस समय इस क्षेत्र में मतदाताओं की कुल संख्या 16.67 लाख थी, जिनमें से 9.43 लाख मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया था. कुल 12 उम्मीदवार मैदान में थे. आठ उम्मीदवारों की जमानत जब्त हो गयी थी.
पिछले चुनाव में भाजपा के राजीव प्रताप रूडी की जीत हुई थी. राजीव को 4.99 लाख और राजद से चंद्रिका राय को 3.60 लाख मत मिले थे. 2014 में कुल वोटिंग 56.12 प्रतिशत हुई थी. 2014 में भाजपा के राजीव प्रताप रूडी ने पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी को हराकर यह सीट जीती थी. इस बार लालू प्रसाद की बेटी रोहणी आचार्या के उम्मीदवार बनने से यह हॉट सीट बन गयी है, जबकि भाजपा के रूडी लगातार दो चुनाव जीतने के बाद तीसरी बार मैदान में हैं.
हाजीपुर लोकसभा सीट
हाजीपुर सुरक्षित लोकसभा सीट पर चुनाव 2019 में कुल 55.22 फीसदी मतदान हुआ था. रामविलास पासवान की कर्म भूमि हाजीपुर लोकसभा क्षेत्र में उस समय कुल 18.23 लाख मतदाता थे, जिनमें से 10.06 लाख मतदाताओं ने अपने मताधिकार को प्रयोग किया. कुल 11 उम्मीदवार मैदान में थे, जिसमें से आठ उम्मीदवारों को अपनी जमानत जब्त करवानी पड़ी थी. तब लोजपा के पशुपति कुमार पारस जीते थे, उन्हें 5.41 लाख मत मिले मिले थे. जबकि राजद से शिव चंद्रराम को 3.35 लाख मत मिले थे.
वर्ष 2014 में हाजीपुर लोकसभा क्षेत्र से रामविलास पासवान चुनाव जीते थे. 2014 में कुल 54.91 फीसदी मतदान हुआ था. इस बार के लोकसभा चुनाव में रामविलास पासवान के बेटे चिराग चुनावी मैदान में है, जबकि उसके सामने राजद से पूर्व मंत्री शिवचंद्र राम चुनाव लड़ रहे हैं.