लोकसभा चुनाव 2024 की तैयारी राजनीतिक दलों द्वारा की जा रही है. बिहार में होनेवाले लोकसभा चुनाव में कई युवा नेता हैं जो पार्टी की बागडोर संभाले हुए हैं. इसमें राजद के युवा चेहरा उपमुख्यमंत्री तेजस्वी प्रसाद यादव हैं तो लोजपा (रामविलास) के चिराग पासवान ने अपनी पार्टी की कमान संभाली है. हम पार्टी के नेता डाॅ संतोष सुमन भी अपनी सक्रियता बनाये हुए हैं. युवा नेताओं में विकाससील इंसान पार्टी (वीआइपी) के नेता मुकेश सहनी हैं. इन सभी नेताओं के बीच कांग्रेस पार्टी के बिहार में चर्चित युवा चेहरा व नेशनल स्टूडेंट यूनियन ऑफ इंडिया के इंचार्ज कन्हैया कुमार भी हैं.
कांग्रेस पार्टी अभी तक कन्हैया कुमार की भूमिका बिहार की लोकसभा चुनाव में निर्धारित नहीं की है. 2019 के लोकसभा चुनाव में बेगूसराय की सीट पर सीपीआइ की टिकट से दूसरे नंबर पर रहे कन्हैया कुमार कांग्रेस में शामिल हो चुके हैं.फिलहाल वह बिहार में सक्रिय भी नहीं दिख रहे हैं.
जेएनयू छात्र संघ के अध्यक्ष रहे कन्हैया कुमार ने जब 2019 में बेगूसराय संसदीय सीट से सीपीआइ प्रत्याशी के रूप में नामांकन पत्र दाखिल किया था, तो वह सीट अचानक सुर्खियों में आ गयी थी. उनके चुनाव प्रचार में देश की नामी हस्तियां पहुंची थीं. कन्हैया कुमार भाजपा के फायर ब्रांड नेता गिरिराज सिंह के सामने थे. हालांकि, बेगूसराय सीट हारने के कुछ दिनों बाद उन्होंने कांग्रेस पार्टी ज्वाइन कर ली थी.
अब लोकसभा का चुनाव के कुछ माह शेष रह गये हैं. इस बीच में कन्हैया कुमार की भूमिका को लेकर बिहार कांग्रेस नेताओं के बीच कोई चर्चा भी नहीं है. उनका कहना है कि वह राष्ट्रीय राजनीति में हैं. पिछले लोकसभा चुनाव में बेगूसराय सीट पर केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह को छह लाख 92 हजार 193 मत प्राप्त हुए थे, तो दूसरे स्थान पर आये कन्हैया कुमार को दो लाख 69 हजार 976 मत आये. तीसरे स्थान पर राजद के मो तनवीर हसन रहे.
राजद प्रत्याशी को एक लाख 98 हजार 233 मत मिले थे. हालांकि, लोकसभा चुनाव को लेकर अभी तक सीटों की तस्वीर साफ नहीं है. बेगूसराय सीट किसके पाले में जायेगी यह तो अभी भविष्य के गर्भ में है, जबकि वहां के नेता कन्हैया कुमार को कांग्रेस किस रूप में करेगी यह भी साफ नहीं है.