Lok Sabha Elections: पटना. पूर्व सांसद रंजन यादव राजद में शामिल हो गये हैं. राज्य सभा सांसद मनोज झा ने उन्हें पार्टी की सदस्यता दिलाई. पार्टी की सदस्यता लेते ही रंजन यादव ने कहा कि राजद उनका पुराना घर रहा है. लालू यादव को लोकसभा चुनाव हरानेवाले रंजन यादव ने कहा कि शुरुआत में हम में और लालू यादव में कोई अंतर नहीं रहता था, लेकिन बाद में लालू प्रसाद की डिमांड लोकसभा चुनाव में हर राज्य में होती थी. देश के चार-चार प्रधानमंत्री के साथ लालू प्रसाद यादव ने काम किया है. सभी प्रधानमंत्री लालू प्रसाद यादव को अपने क्षेत्र में चुनाव प्रचार के लिए बुलाते थे. पत्रकारों से बात करते हुए रंजन यादव ने कहा कि बिहार में बिहार में लालटेन की लहर चल रही है. हमारा गठबंधन बिहार में बेहतर परिणाम लायेगा.
पाटलिपुत्र सीट पर रंजन यादव की मजबूत पकड़
राजद की सदस्यता लेने से पहले बुधवार की रात रंजन यादव ने लालू यादव से मुलाकात की थी. 2009 के लोकसभा चुनाव में रंजन यादव ने लालू प्रसाद यादव को हराया था. ऐसे में माना जा रहा है कि रंजन यादव के आरजेडी में शामिल होने से 2024 के चुनाव में पाटलिपुत्र सीट पर मीसा भारती को फायदा हो सकता है. 2014 और 2019 के चुनाव में भी मीसा भारती लड़ी थीं, लेकिन हार गईं थीं. बीजेपी के उम्मीदवार रामकृपाल यादव ने दोनों बार हराया था. इस बार तीसरी बार दोनों फिर से आमने सामने हैं. रंजन यादव की पाटलिपुत्र सीट पर मजबूत पकड़ है. ऐसे में देखना होगा कि मीसा भारती को क्या कुछ फायदा होता है.
मनोज झा ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर किया हमला
सदस्यता दिलाते हुए आरजेडी सांसद मनोज झा ने केंद्र पर हमला बोला. मनोज झा ने कहा कि प्रधानमंत्री झूठों के शहंशाह हैं. प्रधानमंत्री के मुंह से म से मछली सुना, म से मटन सुना, लेकिन म से मणिपुर सुना क्या? राज्यसभा सांसद मनोज झा ने सत्ता पक्ष पर निशाना साधते हुए कहा कि तेजस्वी ने 2024 चुनाव में सत्ता पक्ष को मुद्दों पर बात करने को कहा है, लेकिन वे लोग उल जुलूल बात कर रहे हैं. बीजेपी सत्ता में आने के लिए वैसे मुद्दों को उठा रही है, जिसका राजनीति से कोई मतलब नहीं है. बीजेपी के लोगों को संविधान से कोई मतलब नहीं है. मनोज झा ने कहा कि यह लोग गोलवरकर को मानने वाले लोग हैं, इनके लिए बंच ऑफ थॉट ज्यादा महत्वपूर्ण है. आर्टिकल 15 और 16 में आरक्षण के प्रावधान की बात कही गई है, इसको एक बार बीजेपी के लोगों को पढ़ना चाहिए. बीजेपी और प्रधानमंत्री की टीम भूल गयी है कि 2024 के चुनाव में उनकी हार होगी, इसीलिए मुद्दों की बात नहीं कर रहे हैं.