Mahakumbh: महाकुंभ को लेकर इन दिनों ट्रेनों की में काफी भीड़ उमड़ रही है. गुरुवार और शुक्रवार की सुबह को भी पटना जंक्शन पर सबसे अधिक भीड़ प्रयागराज में माघी पूर्णिमा पर स्नान कर लौटने वालों की रही. वहीं, माघी पूर्णिमा खत्म होने के बाद प्रयागराज जाने वालों का दबाव जंक्शन पर कुछ कम दिखा. सबसे अधिक भीड़ संपूर्ण क्रांति एक्सप्रेस में देखने को मिली, जबकि बाकी नियमित ट्रेनों में बीते तीन दिनों की तुलना में कम भीड़ दिखी. उधर, प्रयागराज से आने वाली ट्रेनों से श्रद्धालुओं की भारी भीड़ लौटी. कुछ दानापुर स्टेशन उतरे, तो कुछ राजेंद्र नगर टर्मिनल, जबकि इनकी तुलना में पटना जंक्शन पर सबसे अधिक यात्री उतरे और आगे के लिए निकल गये. गुरुवार की दोपहर के समय दिल्ली से प्रयागराज होते हुए पटना जंक्शन के रास्ते मगध एक्सप्रेस, संपूर्ण क्रांति, एलटीटी-राजेंद्र नगर, कुर्ला, प्रयागराज-पटना कुंभ स्पेशल, विभूति और ब्रह्मपुत्रा मेल समेत अन्य ट्रेनों में मुसाफिरों का रेला रहा. वहीं, पटना जंक्शन पर आये यात्रियों ने बताया कि माघी पूर्णिमा की भीड़ को देखते हुए प्रयागराज के डीआरएम व सीनियर डीसीएम की मौजूदगी में प्रमुख ट्रेनों को रवाना किया गया.
जंक्शन आते ही यात्रियों ने ली राहत की सांस
यात्रियों ने बताया कि काफी जद्दोजहद के बीच पटना से माघी पूर्णिमा पर प्रयागराज महाकुंभ में स्नान करने गये थे. वहीं, पटना आने के बाद यात्रियों ने राहत की सांस ली है. हालांकि, यात्रियों ने बताया कि जितनी मुश्किल जाने में थी, उतनी ही लौटने में रही, क्योंकि वापसी में बसें तो मिलीं नहीं, ट्रेन मिली, तो पैर रखने तक के लिए जगह नहीं थी. धक्का-मुक्की करके ट्रेन में चढ़े. एक यात्री ने बताया कि प्रयागराज स्टेशन पर ट्रेन में चढ़ते ही पहले से अंदर चढ़े यात्रियों ने ऐसा धक्का दिया कि सामान के साथ वह बाहर आ गये.
16 ट्रेनें 17 घंटे देरी से पहुंचीं पटना
महाकुंभ के चलते ट्रैक पर स्पेशल ट्रेनों के दबाव के चलते नियमित ट्रेनों की भी लेटलतीफी जारी है. गुरुवार को पटना जंक्शन पर 16 ट्रेनें सबसे अधिक 17 घंटे तक की देरी से पहुंची. इनमें बीकानेर गुवाहाटी एक्सप्रेस सबसे ज्यादा 17 घंटे की देरी से आयी. जबकि दिल्ली से पटना आने वाली तेजस राजधानी लगातार दूसरे दिन पांच घंटे लेट रही. जंक्शन आये यात्रियों ने बताया कि डीडीयू के आसपास भी ट्रेन की गति धीमी रह रही है.