राज्य में जमीन सर्वे की स्वघोषणा के लिए अंतिम समयसीमा मार्च 2025 – शहरी क्षेत्रों में भी शुरू होगा जमीन सर्वे, प्रक्रिया शुरू करने की तैयारी में जुटा विभाग कृष्ण कुमार, पटना राज्य में फिलहाल जमीन सर्वे के दूसरे चरण में रैयतों को स्वघोषणा करने की समयसीमा मार्च 2025 तय की गई है. यह स्वघोषणा ऑफलाइन और ऑनलाइन दोनों माध्यमों से की जा सकेगी. इसी लक्ष्य के अनुसार राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग ने जमीन सर्वे को लेकर जरूरी गतिविधियों की समयसीमा पर तय करना शुरू कर दिया है. विभाग का लक्ष्य ग्रामीण क्षेत्रों में सर्वे गतिविधियों को त्वरित गति देकर शहरी क्षेत्रों में भी जमीन सर्वे की प्रक्रिया शुरू करने का है. विभाग इसकी तैयारी में भी जुटा है. इस संबंध में बहुत जल्द विभाग की तरफ से शहरी क्षेत्रों में जमीन सर्वे की पूरी प्रक्रिया की जानकारी दी जायेगी. सूत्रों के अनुसार दूसरे चरण के 18 जिलों के 26 हजार 786 मौजों में भूमि सर्वे का काम शुरू किया गया है. इसके लिए फिलहाल ऑनलाइन स्वघोषणा विभागीय सर्वर में किये जा रहे बदलावों की वजह से 21 फरवरी तक बंद है. प्रत्येक प्रमंडल के लिए अलग-अलग सर्वर का प्रावधान किया जा रहा है. ऐसे में अंचल स्तर पर कार्यरत विशेष सर्वेक्षण शिविरों में रैयत अपनी स्वघोषणा, कागजात और वंशावली जमा कर सकते हैं. दरअसल जमीन सर्वे के लिए पिछले सप्ताह तक करीब 78 लाख रैयतों द्वारा स्वघोषणा की जा चुकी है. इसके साथ ही फिलहाल ऑनलाइन माध्यम से यह स्थगित किये जाने से इसकी संख्या में अपेक्षाकृत कमी आई है. इसकी वजह यह है कि दूरदराज के लोगों को अंचल स्थित शिविर कार्यालयों में जाकर जमा करने में परेशानी हो रही है. फिलहाल जमीन सर्वे को लेकर तेरीज लेखन यानी पुराने खतियान का सार लिखने का काम शुरू हो चुका है.
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