तेजस्वी यादव ने अपना नाम क्यों बदला? तेजस्वी यादव अपने पैतृक जिला गोपालगंज में आकर सर्किट हाउस में क्या गुप्त बैठकें कर रहे हैं? क्या एनडीए कुछ खुलासा करने की तैयारी में है? ये सारे सवाल एक प्रेस कांफ्रेंस के बाद सामने आने लगा है. दरअसल, गोपालगंज में एनडीए के प्रदेश प्रवक्ताओं ने एक प्रेस-कांफ्रेंस करके महागठबंधन और खासकर राजद नेताओं पर जमकर हमला बोला. इस दौरान जदयू के मुख्य प्रवक्ता नीरज कुमार ने तेजस्वी यादव पर कई गंभीर आरोप लगाए.
जदयू प्रवक्ता ने तेजस्वी को घेरा
जदयू प्रवक्ता नीरज कुमार ने तेजस्वी यादव पर आरोप लगाते हुए कहा कि जमीन घोटाले से बचने के लिए और सीबीआई-ईडी जैसी जांच एजेंसियों से बचने के लिए वो तरुण यादव से तेजस्वी यादव बन गए. यानी नाम बदल लिया. वहीं नीरज कुमार ने कहा कि तेजस्वी गोपालगंज आकर सर्किट हाउस में गुप्त बैठकें कर रहे हैं. लेकिन सभी जिलों में सर्किट हाउस में सरकार और प्रशासन का सीसीटीवी कैमरा लगा है.जिससे इनके सीक्रेट डील का कभी भी खुलासा हो सकता है.
डीके टैक्स के आरोप पर पलटवार
तेजस्वी यादव के द्वारा ‘डीके टैक्स’ वाले आरोप पर नीरज कुमार ने कहा कि आरजेडी की सरकार में कई तरह के टैक्स वसूले जाते थे. G टैक्स, A टैक्स, D और R टैक्स भी लिए जाते थे. यह सब जनता जान चुकी है. सवाल उठाया कि फुलवरिया और सेलारकला में इतनी जमीन लालू परिवार को कहां से आ गयी. वहीं प्रदेश प्रवक्ताओं ने एनडीए और आरजेडी सरकार में हुए कामों का एक पोस्टर भी जारी किया.
पोस्टर के जरिए राजद को घेरा
एनडीए के जारी पोस्टर में गोपालगंज के विकास कार्यों को नीतीश कुमार के शासनकाल में दिखाया गया है. जबकि आरजेडी शासनकाल में घोटाला, अपराध आदि को दिखाया गया. प्रवक्ता ने कहा कि जो पैतृक जिले में सांसद का चुनाव हार जाए, वो बिहार चलाने पहुंचे हुए हैं. आरजेडी पर जमकर निशाना साधा गया.