पटना : दिल्ली के निजामुद्दीन के तबलीगी मरकज में शामिल होने के बाद बिहार लौटकर विभिन्न जिलों में बिखरे लोगों की तलाश पूरी नहीं हो पा रही है़ इस बीच गृह मंत्रालय ने शनिवार को चार सूचियां गृह विभाग को भेजी हैं, जिनमें मरकज में शामिल सैकड़ों लोगों के नाम हैं. राज्य को महामारी से बचाने के लिये संक्रमण के हॉट स्पॉट बनकर घूमने वालों पर गैरजमानती धाराओं में कार्रवाई करने तक पर विचार चल रहा है़ राज्यभर के पुलिस अधीक्षकों को निर्देश दिये हैं कि अपील के बाद भी सामने आकर जानकारी नहीं दे रहे, पुलिस उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई शुरू कर दे.
एसएसपी दरभंगा ने 10 विदेशियों पर केस दर्ज कर इस पर अमल भी कर दिया है़ राज्य के गृह विभाग के अपर मुख्य सचिव आमीर सुबहानी ने बताया कि मरकज में शामिल होने वाले एक-एक व्यक्ति की तलाश हो रही है़ जो मिल गये हैं उनके सैंपल लेकर क्वारेंटिन कराया गया है. बिहार से कितने लोग शामिल हुए इसके आंकड़े रोज बदल रहे है़ दिल्ली से लगातार सूचियां मिल रही है. आज शनिवार को भी चार सूचियां प्राप्त हुई है़ लोगों से अपील है कि वह खुद आगे आकर प्रशासन को जानकारी दे.
केंद्रीय गृह मंत्रालय से मिल रही नयी सूची से बिहार पुलिस भी सकते में है. राज्य सरकार पुरानी सूचियों के अनुसार कार्रवाई आगे बढ़ाती है, तब तक दिल्ली नयी सूचियां भेज दिया जा रहा है. राज्य सरकार स्पष्ट कर चुकी है कि तबलीगी मरकज में शामिल होने वाले 112 लोगों में 55 की ही तलाश की जा रही है. एक दिन पहले भेजी गयी पांचवीं सूची में 394 लोगों के नाम थे.
पुलिस मुख्यालय के एक अन्य अधिकारी ने एक सवाल के जवाब में कहा कि मरकज के नजदीकी रेलवे स्टेशन से बिहार आने वाली ट्रेनों में सवार होने के सीसीटीवी फुटेज, उस क्षेत्र में सक्रिय मोबाइलों के बिहार में सक्रिय होने पर भी सूची में नाम रखा गया है. बिहार की जांच एजेंसियों ने रेंडमली कई नंबरों को चेक किया, जिनकी लोकेशन पहले दिल्ली में मरकज और बाद में बिहार में मिली़ उनमें कई लोग हिन्दू हैं, वे अपने निजी काम से वहां इतेफाकन मौजूद थे़ मरकज में शामिल किशनगंज के 13 लोगों की दूसरी जांच रिपोर्ट भी आ गयी है. सभी कोरोना नेगेटिव है.