Mahakumbh Stampede: निर्दलीय सांसद पप्पू यादव ने लोकसभा में महाकुंभ में मचे भगदड़ पर कहा, “मैं एक बाबा का नाम नहीं लूंगा. उन्होंने कहा कि जो-जो लोग मरे हैं, वो मोक्ष चले गए. मैं चाहता हूं कि ऐसे बाबा और नागा के अलावा जो पैसे वाले लोग वहां जाते हैं, उनको भी डुबकी लगाकर मर जाना चाहिए ताकि उन्हें मोक्ष मिल जाएगा.” उनके इस बयान के बाद सदन में सत्ता पक्ष ने हंगामा शुरू कर दिया. पप्पू यादव ने इस दौरान इस भगदड़ में मरने वालों की संख्या का भी जिक्र किया जो सरकार द्वारा जारी आंकड़े से कई गुना ज्यादा है.
300 से 600 लोग मरे- पप्पू यादव
पप्पू यादव ने सांसद में कहा, ” जब नेहरु देश के पीएम थे तब कुंभ का बजट 487 करोड़ हुआ करता था. आज महाकुंभ का बजट 10 हजार करोड़ है. जब नेहरु के समय लोग मरे थे तब गिनती थी. तब दुनिया में सोशल मीडिया और इतने मीडिया प्लेटफॉर्म नहीं था. आज सब इतना आधुनिक हो गया है फिर भी एक बार भी मरने वालों की गिनती नहीं हुई जबकि मरने वालों की संख्या वहां के लोगों ने बताया 300 से 600 से थी.” उनके इस बयान पर पीठासीन अध्यक्ष ने कहा, “आपके पास क्या सबूत है, दिखाई. इस जानकारी का क्या आधार है? या अपने मन से कह देंगे के 300 से 600 लोग मर गए.”
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बदइंतज़ामी के कारण इतना बड़ा हादसा हो गया
पूर्णिया के निर्दलीय सांसद राजेश रंजन ने घटना पर दुख जताते हुए सवाल भी उठाए थे. उन्होंने एक्स पर लिखा था, “दुःखद है कि महाकुंभ में बदइंतज़ामी के कारण इतना बड़ा हादसा हो गया. इतने हिंदू मारे गए, पूरा देश शोकाकुल है. प्रधानमंत्री मोदी और मुख्यमंत्री योगी ने दो शब्द का शोक भी व्यक्त नहीं किया. श्रद्धालु भक्तों को श्रद्धांजलि भी नहीं दी.ज़िम्मेदारी तो क्या ख़ाक लेंगे, बस पर्दा डालेंगे.”