IGIMS में सफाई व्यवस्था को दुरुस्त करने के लिए अस्पताल प्रशासन ने कवायद शुरू कर दी है. इसी कड़ी में अब आइजीआइएमएस के परिसर से लेकर वार्डों में साफ-सफाई कैसी है, अच्छी या खराब है, इसका निर्धारण अब वार्ड में भर्ती मरीज और उनके परिजन करेंगे. व्यवस्था कहां तक सही है, मरीज कितने संतुष्ट हैं, इसके लिए मरीज व उनके परिजन ही व्यवस्थाओं पर सुझाव रेटिंग के माध्यम से देंगे.
रोजाना सुबह-शाम मरीजों का लिया जाएगा फीडबैक
मरीज अस्पतालों में होने वाली साफ-सफाई की शिकायत या प्रशंसा कर सकेंगे. इसका सीधा असर सफाई कंपनी के ठेकेदारों को मिलने वाले भुगतान पर पड़ेगा. रोजाना सुबह और शाम पांच मरीजों का फीडबैक लिया जायेगा. यह फीडबैक सफाई कंपनी के सुपरवाइजर द्वारा रोजाना मरीज और उनके परिजनों से फीडबैक लिया जायेगा. मरीजों का फीडबैक के लिए डॉक्यूमेंट में सफाई व्यवस्था का रिकॉर्ड किया जायेगा, जिससे गलतियां कम होंगी.
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कचरा अलग-अलग देने के लिए इओ ने लोगों को किया जागरूक
पटना नगर निगम के नूतन राजधानी अंचल के कार्यपालक अधिकारी प्रभात रंजन ने मंगलवार को बैठक कर गीला-सूखा कचरा अलग-अलग देने के लिए लोगों को जागरूक किया. वह न्यू जक्क्नपुर व राजवंशी नगर एरिया में गये और लोगों के साथ बैठक कर उन्हें इसके लिए प्रेरित किया.
साथ ही कुछ लोगों के घरों में भी वह गये और उनसे पूछा कि कचरा गाड़ी हर दिन समय पर आती है या नहीं, उसके साथ रहने वाले मोबिलाइजर व सफाईकर्मी उनको गीला -सूखा कचरा अलग- अलग देने के लिए समझा रहे हैं और उत्प्रेरित कर रहे हैं या नहीं. उनके साथ वार्ड 18 के सफाई निरीक्षक और सुपरवाइजर भी इस जागरूकता अभियान में शामिल थे. नगर आयुक्त के निर्देश पर अन्य अंचलों के इओ भी इस अभियान की मॉनीटरिंग में व्यस्त दिखे.