Patna Crime News: सिविल इंजीनियर मिथिलेश महताे दीघा थाने के कुर्जी गेट नंबर 71 के पास स्थित अपने तीन मंजिला मकान में बम और गोली बनाता था. इसका खुलासा उस समय हुआ, जब इ-रिक्शा की चोरी के मामले में रूपसपुर पुलिस की टीम ने दीघा थाना पुलिस के साथ घर में छापेमारी की. इस दौरान बम बनाने की सामग्री बरामद की गयी.
पुलिस ने मकान के ऊपरी तल्ले पर बने कर्कट के कमरे से 35 जिंदा कारतूस, पाेटाशियम नाइट्रेट का एक भरा हुआ और एक खाली डिब्बा, दाे तरल पदार्थ भरा हुआ डिब्बा, आधा डिब्बा लकड़ी का काेयला, 50 ग्राम सुतली और एक काले रंग का बाॅडी प्राेटेक्टर, फाैजी का कपड़ा आदि बरामद किया है. हालांकि सिविल इंजीनियर मिथिलेश महतो फरार है. पुलिस ने उसके भाई पवन महतो को घर में बम बनाने की सामग्री होने के बावजूद पुलिस को जानकारी नहीं देने के कारण गिरफ्तार कर लिया है.
पुलिस ने पवन से पूछताछ की तो उसने बम बनाने की सामग्री मिथिलेश की होने की जानकारी दी. हालांकि वह इस सामान का क्या करता है, उसे जानकारी नहीं है. मिथिलेश भाइयाें में सबसे बड़ा है. गिरफ्तार पवन एक निजी अस्पताल में काम करता है. सबसे छाेटा भाई बेंगलुरु में पढ़ाई कर रहा है. बरामद कारतूस में पांच थ्री फिफ्टीन का और 30 7.65 एमएम पिस्टल का है. विधि-व्यवस्था डीएसपी टू दीपक कुमार पांडेय ने बताया कि मिथिलेश की गिरफ्तारी के बाद ही विस्तार से जानकारी मिल सकती है.
बम बनाने में है माहिर, खोखे से बनाता था कारतूस
जांच में पता चला है कि मिथिलेश बम बनाने में एक्सपर्ट है. वह आपराधिक गिरोहों को बम की सप्लाइ करता है. वह अपना खर्च बम और कारतूस बेच कर निकालता है. वह खोखे की खरीद अपराधियों से करता है और उसे नये कारतूस में बदल देता है. उसे बनाने के लिए पोटाशियम नाइट्रेट व अन्य सामान का इंतजाम वह कर लेता था. एक खोखा उसे 20 से 40 रुपये मिल जाते थे और उसे नया कारतूस बना कर 350 रुपये तक में बेचता था. हालांकि मिथिलेश का कोई आपराधिक इतिहास पुलिस को नहीं मिला है.