पटना. पूर्व सांसद पवन वर्मा लंबे समय बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से मुलाकात की है. दोनों के बीच लंबी बातचीत हुई है. नीतीश कुमार के मिशन 2024 के लिए पवन वर्मा को कुछ बड़ी जिम्मेदारी सौंपे जाने की बात कही जा रही है. पवन वर्मा पूर्व राजनयिक रहे हैं. नीतीश कुमार ने उन्हें अपनी पार्टी से राज्यसभा सांसद बनाया था. बाद में पवन वर्मा ने जदयू छोड़कर ममता बनर्जी के तृणमूल कांग्रेस का दामन थाम लिया था. लेकिन पिछले महीने उन्होंने तृणमूल कांग्रेस से इस्तीफा देने का एलान किया था. पवन वर्मा प्रशांत किशोर के बेहद करीबी माने जाते हैं.
सीएम हाउस से मिल रही खबर के अनुसार नीतीश कुमार ने आज पवन वर्मा से लंबी बातचीत की है. पवन वर्मा ने प्रभात खबर से बातचीत में बताया कि उनकी नीतीश कुमार से मुलाकात हुई. मुलाकात के दौरान उनकी कई मुद्दों पर मुख्यमंत्री से विस्तार से बात हुई है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से मिशन 2024 पर भी उनकी बातचीत हुई है. हालांकि उन्होंने यह नहीं बताया कि नीतीश कुमार ने उन्हें कोई जिम्मेदारी देने की बात कही है या नहीं, लेकिन सूत्रों की माने तो नीतीश कुमार ने पवन वर्मा को कुछ खास लोगों को लामबंद करने की जिम्मेदारी दी है.
नीतीश कुमार ने 2020 में पवन वर्मा औऱ प्रशांत किशोर पर एक साथ कार्रवाई की थी. तब प्रशांत किशोर जदयू के उपाध्यक्ष थे तो पवन वर्मा महासचिव. पवन वर्मा ने CAA यानि नागरिकता संशोधन विधेयक पर जदयू और नीतीश कुमार के स्टैंड पर आपत्ति जतायी थी. पवन वर्मा ने दिल्ली विधानसभा चुनाव में जदयू के भाजपा से समझौते पर भी आपत्ति जतायी थी. उन्होंने नीतीश कुमार को इन मसलों पर एक पत्र भी लिखा था, जो सार्वजनिक हो गया था. उसी दौरान प्रशांत किशोर भी CAA समेत दूसरे मुद्दों पर नीतीश कुमार का विरोध कर रहे थे. जदयू ने दोनों के खिलाफ कार्रवाई की थी.
सियासी गलियारे में यह भी चर्चा चल रही है कि पवन वर्मा के बाद क्या प्रशांत किशोर भी नीतीश कुमार के खेमे में लौटेंगे. वैसे इसके आसार कम ही नजर आ रहे हैं. कुछ दिनों पहले ही नीतीश कुमार ने कहा था कि प्रशांत किशोर पर कड़ी टिप्पणी की थी. नीतीश ने ये भी कहा था कि प्रशांत किशोर को भाजपा में जाने का मन है. नीतीश के आरोपों पर प्रशांत किशोर ने भी तल्खी से जवाब दिया था.