नीट पीजी 2024 में घोटाले की आशंका है जिसकी जांच सीबीआई कर रही है. वहीं हाल में पटना के पीएमसीएच के चाणक्य ब्वॉयज हॉस्टल के कमरे में जब आग लगी तो मेडिकल प्रवेश परीक्षा में चल रहे घोटाले का भी पर्दाफाश हुआ. जिस डॉ. अजय कुमार को यह कमरा अलॉट है वो नीट पीजी में सेटिंग कराने वाला गिरोह चलाता था. नीट पीजी में सेटिंग के बड़े रैकेट का खुलासा हुआ है और 60 से अधिक डॉक्टर जांच के घेरे में हैं. डॉ. अजय मेधावी छात्र रहा लेकिन पैसे की लालच ने उसे स्कॉलर और फिर माफिया बना दिया.
हॉस्टल के कमरे में लगी आग ने खोली पोल
हॉस्टल के कमरे में आग लगी थी तो कमरे में लाखों रुपए के नोट और कई ओएमआर सीट व प्रवेश पत्र आदि जले हुए मिले. जिसके बाद जांच शुरू हुई तो मेडिकल परीक्षा में धांधली करने वाले रैकेट का खुलासा हुआ. यह गिरोह डॉ. अजय के द्वारा चलाया जा रहा था. डॉ. अजय नीट पीजी में भी पास कराने की जिम्मेदारी लेता था.
गोल्ड मेडलिस्ट से परीक्षा माफिया बना डॉ. अजय
पूछताछ में कई डॉक्टरों ने पुलिस को बताया कि डॉ. अजय दिल्ली से लेकर पटना तक के बड़े अस्पतालों के अधिकारियों के संपर्क में था. वह प्लास्टिक सर्जरी में गोल्ड मेडलिस्ट है. परीक्षा माफियाओं के संपर्क में आने के बाद वह कई बार स्कॉलर बना और दूसरे छात्र की जगह उसने परीक्षा दी. उसने मोटी रकम कमाई और धीरे-धीरे सेटिंग कराने लगा. जिससे वह मेडिकल परीक्षा का माफिया बन गया.
पीएमसीएच के कई छात्र रडार पर
डॉ. अजय पीएमसीएच के छात्रों से एमबीबीएस परीक्षा में नंबर बढ़ाने के नाम पर पैसे वसूलता था. सूत्र बताते हैं कि जांच टीम को कुछ छात्रों के बैंक अकाउंट मिले हैं. वहीं जांच के दायरे में आए एक छात्र ने बताया कि उसके बैंक अकाउंट को डॉ. अजय ने भी यूज किया है.छात्रों को वह नंबर बढ़ाने का झांसा देता था. इधर, जांच के दौरान कई बड़े नाम सामने आ सकते हैं इसकी संभावना है.