Prashant Kishor: सोमवार की सुबह से लेकर शाम तक की जानें घटनाक्रम
- दो तारीख से अनशन पर बैठे जन सुराज के संस्थापक प्रशांत किशोर अपने समर्थकों के साथ सो रहे थे.
- सोमवार की सुबह चार बजे अचानक भारी संख्या में पुलिस बल पहुंची और प्रशांत किशोर को चलने को कहा.
- करीब एक घंटा धक्का मुक्की करने के बाद पुलिस ने किसी तरह प्रशांत किशोर को एंबुलेंस में बैठा लिया.
- प्रशांत किशोर को एंबुलेंस में बैठाने के बाद समर्थकों द्वारा हंगामा करते हुए एंबुलेंस को घेर लिया गया.
- प्रशांत किशोर के समर्थकों द्वारा हंगामा करते हुए देख गांधी मैदान में पुलिस ने लाठीचार्ज कर दिया.
- प्रशांत किशोर की गिरफ्तारी के बाद पटना पुलिस को अलग-अलग जगहों पर बल प्रयोग करना पड़ा
- पुलिस ने पहले गांधी मैदान में हल्का बल प्रयोग कर सभी समर्थकों को हटाया.
- फिर फुलवारी एम्स के बाहर भारी संख्या में पहुंचे कार्यकर्ता पर पुलिस ने लाठीचार्ज कर हटाया.
- पुलिस ने सिविल कोर्ट में प्रशांत किशोर को लेकर पहुंची तो वहां पर भी पुलिस को लाठीचार्ज करना पड़ा.
- सिविल कोर्ट में हुई भगदड़ के दौरान पुलिस लाइन में तैनात सिपाही वीरेंद्र प्रताप सिंह का हाथ टूट गया.
- प्रशांत किशोर को अदालत ने 14 दिन की न्यायिक हिरासत में पटना के बेऊर जेल भेज दिया.
- फिर प्रशांत किशोर को कुछ देर बाद शाम लगभग 7 बजे बिना शर्त जमानत मिल गई.
- प्रशांत किशोर ने बेऊर जेले से बाहर आने के बाद आठ बजे शेखपुरा हाउस में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर अनशन जारी रहने का ऐलान किया.
गांधी मूर्ति के नीचे सो रहे प्रशांत किशोर को अचानक पहुंची पुलिस ने उठाया
पटना गांधी मैदान के अंदर गांधी मूर्ति के पास बीते दो तारीख से अनशन पर बैठे जन सुराज के संस्थापक प्रशांत किशोर अपने समर्थकों के साथ सो रहे थे. इसी दौरान सोमवार की सुबह चार बजे अचानक भारी संख्या में पुलिस बल पहुंची और प्रशांत किशोर को चलने को कहा. भारी संख्या में पुलिस को देख समर्थक उग्र हो गये. प्रशांत किशोर (Prashant Kishor) का हाथ जैसे ही पुलिस ने पकड़ा सभी समर्थक प्रशांत किशोर को पकड़ लिया. करीब एक घंटा धक्का मुक्की के बाद जब पुलिस ने किसी तरह उन्हें एंबुलेंस में बैठाया इसके बाद समर्थक बाहर हंगामा करने लगे. एंबुलेंस को घेर लिया. यह देख पुलिस ने लाठीचार्ज कर दिया. फिलहाल वरीय अधिकारियों के आदेश के बाद गांधी मैदान में भारी संख्या में पुलिस जवान को तैनात कर दिया गया है. किसी को भी वहां पर जाने का आदेश नहीं है.
दो जनवरी की रात हटने को दिया गया था नोटिस
2 जनवरी की शाम 5 बजे से प्रशांत किशोर आमरण अनशन पर बैठे. उसी दिन प्रशासन ने हटने को कहा, लेकिन वो नहीं हटे. बीपीएससी परीक्षा रद्द करने की मांग को लेकर प्रशांत किशोर 150 कार्यकर्ताओं और कैंडिडेट के साथ आमरण अनशन कर रहे थे. 2 जनवरी की रात 9 बजे प्रशांत किशोर को पटना जिला प्रशासन ने हटने का नोटिस दिया. 3 जनवरी को प्रशांत किशोर पर एफआइआर दर्ज की गई. दूसरी तरफ उस दिन पप्पू यादव और उनके कार्यकर्ताओं ने पटना में ट्रेन रोकी और 12 जिलों में हाइ-वे जाम किया.
43 लोगों को पुलिस ने हिरासत में लिया, एक भी छात्र नहीं
डीएम डॉ. चंद्रशेखर सिंह ने बताया कि अनशन पर बैठे 43 लोगों को हिरासत में लिया गया था. इसमें 30 का सत्यापन हुआ है. इनमें एक भी छात्र नहीं थे. पांच लोग पटना के रहने वाले हैं. चार लोग दिल्ली और यूपी के हैं. सभी पार्टी विशेष के लोग हैं, जिनका सत्यापन किया जा रहा है. इसके अलावा गांधी मैदान से पुलिस ने 15 गाड़ियां सीज की हैं. वहीं पुलिस का पीछा कर रहीं 12 गाड़ियों को भी पुलिस ने सीज किया है. दनियावां में भी 21 छात्रों को पुलिस ने हिरासत में लिया है, जिसे देर रात तक छोड़ दिया गया.
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सिविल कोर्ट में मची भगदड़, सिपाही का हाथ टूटा
प्रशांत किशोर की गिरफ्तारी के बाद पटना पुलिस को अलग-अलग जगहों पर बल प्रयोग करना पड़ा. पहले गांधी मैदान में पुलिस ने हल्का बल प्रयोग कर सभी को हटाया. इसके बाद फुलवारी एम्स के बाहर भारी संख्या में कार्यकर्ता पहुंच गये, जहां पुलिस ने लाठीचार्ज कर हटाया. वहीं जब पुलिस ने सिविल कोर्ट में प्रशांत किशोर को लेकर पहुंची तो वहां पर कार्यकर्ताओं की भारी भीड़ हो गयी. हालत यह हुई कि देखते ही देखते भगदड़ सा माहौल हो गया. इसी में पुलिस लाइन में तैनात सिपाही वीरेंद्र प्रताप सिंह का हाथ टूट गया. कार्यकर्ताओं ने वहां भी धक्का-मुक्की की. बाद में प्रशांत किशोर ने अपील की और कहा कि पुलिस के साथ धक्का-मुक्की न करें.
जारी रहेगा अनशन, तारीख और स्थान की घोषणा आज
प्रशांत किशोर ने सोमवार की आठ बजे शेखपुरा हाउस में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा कि अनशन जारी रहेगा. रात को विशेष बैठक बुलायी गयी है. बैठक में तारीख और स्थान का निर्णय लिया जायेगा. मंगलवार को घोषणा की जायेगी कि आंदोलन कहां और कब करना है. उन्होंने कहा कि कोर्ट ने हम लोगों के अनुरोध को स्वीकार करते हुए बगैर किसी शर्त का जमानत दी है. ये जनता का समर्थन है. बेऊर जेल में रखने के लिए उन लोगों के पास पेपर ही नहीं था. पेपर के इंतजार में बैठे रहे. तब तक कोर्ट का फाइनल निर्णय आ गया. उन्होंने कहा कि प्रशांत किशोर ने कहा कि मेरा अनशन जारी था, जारी है, जारी रहेगा. मैं अनशन वापस नहीं ले रहा हूं. आज आधी रात को बैठक होगी, जिसमें अनशन की जगह तय कर कल यानी मंगलवार को घोषणा करूंगा. जिस मांग को लेकर मेरा अनशन गांधी मैदान से शुरू हुई है. वह गांधी मैदान में ही निबटाया जायेगा. शुरुआत वहीं से हुई थी और वहीं पर खत्म भी होगा.