संवाददाता, पटना
शैक्षणिक गतिविधि और एकेडमिक कीर्तिमान को रचते हुए पटना कॉलेज ने अपना 162 साल पूरा कर लिया है. कभी इस्ट जोन का ऑक्सफोर्ड कहा जाने वाला पटना विश्वविद्यालय में पटना कॉलेज का नाम सबसे ऊपर आता था. बिहार और बंगाल का सबसे पुराने माने जाने वाले इस कॉलेज में कई महान पुरुषों ने अपनी शिक्षा हासिल की थी. इनमें देश के पहले राष्ट्रपति डॉ राजेंद्र प्रसाद, बिहार के पहले मुख्य मंत्री श्रीकृष्णा सिंह, डॉ अनुग्रह नारायण सिंह, राष्ट्रकवि रामधारी सिंह दिनकर समेत अनेकों महापुरुषों के व्यक्तित्व निर्माण में पटना कॉलेज की प्रमुख भूमिका रही है. इसके अलावा विधि, शिक्षा, अर्थशास्त्र, इतिहास, राजनीति में भी यहां के विद्यार्थियों ने अद्वितीय उपलब्धियां हासिल की हैं. समय के साथ कॉलेज ने परिवर्तन को अपनाते हुए बदले शैक्षणिक परिदृश्य के अनुरूप खुद को ढालने का हर संभव प्रयास किया है.163वां स्थापना दिवस पर रंगीन रोशनी से सजा भवन
पटना कॉलेज का 163वां स्थापना दिवस समारोह गुरुवार को कॉलेज कैंपस में मनाया जायेगा. स्थापना दिवस समारोह को लेकर तैयारी पूरी कर ली गयी है. स्थापना दिवस के अवसर पर पूरे कॉलेज प्रांगण और भवन को आरजीबी लाइट से सजाया गया है. बुधवार की देर शाम कॉलेज में लगी लाइट लोगों के आकर्षण का केंद्र बनी रही. स्थापना दिवससमारोह में मुख्य अतिथि के रूप में पटना विश्वविद्यालय के पूर्व कुलपति प्रो डॉ एलएन राम मौजूद रहेंगे. इस अवसर पर पटना कॉलेज वाइब्स का विमोचन भी किया जायेगा. इसके साथ ही बेहतर नॉन टीचिंग स्टाफ और कॉलेज के टॉपर्स को भी सम्मानित किया जायेगा. वहीं विशिष्ट अतिथि के रूप में विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो अजय कुमार सिंह भी कॉलेज के शिक्षक, विद्यार्थी और कर्मियों को संबोधित करेंगे.
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