Political News: यूपी के संभल में बीते दिनों हुई हिंसा के बाद अब उसे लेकर फिर एकबार सियासी संग्राम छिड़ा हुआ है. संभल में पीड़ित परिवारों से मिलने जा रहे कांग्रेस नेता राहुल गांधी और प्रियंका गांधी को गाजीपुर बॉर्डर पर पुलिस ने रोक दिया. पुलिस की ओर से बैरिकेडिंग की गयी. जिसके बाद एकतरफ जहां कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने जमकर नारेबाजी की तो दूसरी ओर दिल्ली में संसद परिसर में पक्ष और विपक्ष के नेताओं ने इसे लेकर अपनी-अपनी प्रतिक्रिया मीडिया को दी. बिहार के राजनेताओं के भी इसपर बयान आए हैं. राजद सांसद मनोज झा और केंद्रीय मंत्री सह बेगूसराय के सांसद गिरिराज सिंह ने भी इसपर अपनी प्रतिक्रिया दी है.
गिरिराज सिंह ने राहुल गांधी पर किया कटाक्ष…
बेगूसराय के सांसद सह केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने राहुल गांधी और प्रियंका गांधी पर उनके संभल दौरे को लेकर कटाक्ष किया. गिरिराज सिंह ने कहा कि वे (राहुल गांधी) नेता प्रतिपक्ष हैं और उन्हें कानून का सम्मान करना चाहिए. जब 10 तारीख तक संभल जाने पर रोक है. फिर भी राहुल गांधी वहां जा रहे हैं. गिरिराज सिंह ने कहा कि अखिलेश यादव कल संभल पर बोलकर आगे बढ़ गए. लगता है उसके बाद अब वे (राहुल गांधी) खानापूर्ति करने और राजनीतिक पर्यटन करने जा रहे थे. गिरिराज सिंह ने कहा कि जब से हरियाणा और महाराष्ट्र का चुनाव हारे हैं, वो घबरा गए हैं.
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राजद सांसद मनोज झा क्या बोले?
राजद सांसद मनोज झा ने राहुल गांधी और प्रियंका गांधी को संभल में प्रवेश से रोकने को गलत आदेश करार दिया. उन्होंने कहा कि जब वो विपक्ष के लोगों को वहां जाने देंगे तो वहां हिलिंग होगी. आपको हिलिंग से क्या दिक्कत? हिलिंग से दिक्कत उसे ही होगी जो तानाशाही मनोवृति के होंगे.
भाजपा नेता सुधांशु त्रिवेदी ने राहुल गांधी को निशाने पर लिया…
भाजपा नेता सुधांशु त्रिवेदी ने कहा कि राहुल गांधी रस्म अदायगी के लिए यूपी के संवेदनशील क्षेत्र संभल जाना चाह रहे हैं. उन्होंने कहा कि सपा के वरिष्ठ नेता प्रोफेसर राम गोपाल यादव जी ने भी कहा है कि कांग्रेस औपचारिकता निभा रही है. मीडिया आकर्षण पाने और INDIA गठबंधन को साथ न रख पाने की छटपटाहट में आज अचानक ये काम उन्होंने किया है.
कांग्रेस सांसद शशि थरूर बोले…
कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने राहुल गांधी और प्रियंका गांधी को संभल में प्रवेश नहीं देने को अन्याय बताया और कहा कि एक जनप्रतिनिधि को यह अधिकार है कि अगर कोई बहुत महत्वपूर्ण मुद्दा है तो वह उसे जाकर देखे, लोगों की आवाज सुने.
संभल के डीएम ने क्या कहा..
बता दें कि इस प्रकरण पर संभल के डीएम राजेंद्र पेंस्या ने कहा कि अबतक 33 लोगों को जेल भेजा जा चुका है. संभल में पूरी सतर्कता बरती जा रही है ताकि फिर से कोई संवेदनशीलता पैदा नहीं हो.400 से ज़्यादा लोगों को चिह्नित किया गया है. हमने सभी से अनुरोध किया है कि संवेदनशीलता और सतर्कता के मद्देनजर 10 दिसंबर तक यहां न आएं.