Women’s Asian Hockey Championship: राजगीर में होने वाली वीमेंस एशियन हॉकी चैंपियंस ट्रॉफी में बिहार इतिहास रचने को तैयार है. बिहार में पहली बार अंतरराष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिता हो रही है. साथ ही इस प्रतियोगिता को सफल बनाने के लिए युद्ध स्तर पर तैयारी हो रही है. हर काम पर बारीकी से नजर रखी जा रही है. बिहार राज्य खेल प्राधिकरण के महानिदेशक ने बताया कि तैयारियां लगभग पूरी हो गयी हैं. हॉकी ग्राउंड बन कर तैयार हो गया है.
इंटरनेशनल हॉकी फेडरेशन से मिल गया सर्टिफिकेट
महानिदेशक ने बताया कि प्रतियोगिता के आयोजन भव्य आयोजन होगा. वीमेंस एशियन हॉकी चैंपियंस ट्रॉफी के लिए स्टेडियम को अंतिम रूप देने का करने का काम तेजी से चल रहा है. आठ नवंबर तक स्टेडियम पूरी तरह से तैयार हो जायेगा. काम पर नजर रखने के लिए कई टीमें निगरानी कर रही है. उन्होंने बताया कि हॉकी इंडिया के अधिकारियों की निगरानी में ग्राउंड को तैयार किया जा रहा है. हॉकी इंडिया के संयुक्त सचिव सहित कई अधिकारी राजगीर पहुंच गये हैं. यहां अंतरराष्ट्रीय स्तर का एस्ट्रो टर्फ लगाया है. निरीक्षण के बाद इंटरनेशनल हॉकी फेडरेशन से सर्टिफिकेट मिल गया है.
इंटरनेशनल हॉकी फेडरेशन के अध्यक्ष आयेंगे
रविंद्रन शंकरन ने बताया कि चैंपियंस ट्रॉफी की मेजबानी के लिए बिहार पूरी तरह से तैयार है. इसको देखने के लिए देश-विदेश के हॉकी के दिग्गज राजगीर आ रहे हैं. उन्होंने बताया कि इंटरनेशनल हॉकी फेडरेशन के अध्यक्ष ने राजगीर आने की सहमित दी है. इसके अलावा हाॅकी इंडिया के सभी बड़े अधिकारी भी आयेंगे.
फ्लड लाइट में भारतीय टीम ने किया अभ्यास
चैंपियंस ट्रॉफी में हिस्सा लेने के लिए भारतीय महिला हॉकी टीम सोमवार को ही राजगीर पहुंच गयी. मंगलवार रात साढ़े सात बजे से फ्लड लाइट में अभ्यास किया. भारतीय टीम पिछले वर्ष रांची में आयोजित चैंपियंस ट्रॉफी की विजेता है. इसलिए भारतीय टीम को खिताब बरकरार रखने की चुनौती है.
इसे भी पढ़ें: आइपीएल ट्रायल के लिये धरहरा के दो खिलाड़ियों का हुआ चयन
खेल परिसर के पास ड्रोन के उड़ाने पर रोक
स्टेडियम की सुरक्षा की भी पुख्ता व्यवस्था की जा रही है. सुरक्षा के मद्देनजर राजगीर स्थित खेल परिसर को रेड जोन घोषित किया गया है. परिसर के आसपास ड्रोन के उड़ाने पर भी प्रतिबंध लगा दिया गया है. यह प्रतिबंध 11 से 20 नवंबर तक लागू रहेगा.