बिहार के उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी अपने सियासी संकल्प को तोड़ने वाले हैं. सम्राट चौधरी मंगलवार को अयोध्या जाएंगे जहां प्रभु श्रीराम की प्रतिमा के दर्शन-पूजन के बाद वो अपना मुंडन भी कराने वाले हैं. सम्राट चौधरी करीब 21 महीने के बाद अब अपने सर से पगड़ी हटाने वाले हैं. उनके साथ और भी कुछ मंत्री व नेता अयोध्या जाने वाले हैं. उनका काफिला सड़क मार्ग से यूपी पहुंचेगा. सम्राट चौधरी अपना मुरेठा श्रीराम के चरणों में समर्पित कर देंगे.
पुराने रूप में दिखेंगे सम्राट चौधरी
बिहार के उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी अब फिर एकबार अपने पुराने ही रूप में दिखने लगेंगे. उनके सर पर अब मुरेठा नहीं दिखेगा.बिहार में जदयू के साथ मिलकर एनडीए की सरकार बनने के बाद ही उन्होंने तय किया था कि वो अयोध्या जाकर अपनी पगड़ी खोलेंगे और उसे श्रीराम के चरणों में समर्पित कर देंगे. अब मंगलवार को अपने काफिले के साथ डिप्टी सीएम अयोध्या जाने वाले हैं.
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मंगलवार को जाएंगे अयोध्या, पगड़ी उतारकर कराएंगे मुंडन
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, सम्राट चौधरी छपरा-गोपालगंज के रास्ते सड़क मार्ग से अयोध्या जाएंगे. बिहार सरकार में भाजपा कोटे के कई मंत्री व पार्टी के पदाधिकारी उनके साथ अयोध्या जा सकते हैं. सभी नेता अयोध्या राम मंदिर जाकर श्रीराम की प्रतिमा का दर्शन करेंगे. वहीं सम्राट चौधरी अपनी पगड़ी उतारेंगे और मुंडन कराएंगे. उन्होंने मीडिया के सामने अपनी इच्छा पूर्व में ही जाहिर कर दी थी.
क्यों चर्चे में रहा सम्राट चौधरी का मुरेठा?
बता दें कि करीब दो साल से सम्राट चौधरी के सर पर बंधा मुरेठा चर्चे में रहा है. दरअसल, जब बिहार में महागठबंधन की सरकार बनी थी और जदयू भाजपा से अलग होकर राजद के साथ गयी थी तब विधान परिषद में नेता प्रतिपक्ष रहते हुए सम्राट चौधरी ने संकल्प लिया था कि वो नीतीश कुमार को सीएम की कुर्सी से हटाने के बाद ही अपने सर से पगड़ी हटाएंगे. लेकिन जब सूबे में सियासी फेरबदल हो गए और जदयू भाजपा के साथ आ गयी. प्रदेश में फिर से एनडीए की सरकार बनी जिसके मुखिया नीतीश कुमार और दो डिप्टी सीएम में सम्राट भी शामिल किए गए तो सम्राट चौधरी ने अपना संकल्प तोड़ने की बात कही. बता दें कि सितंबर 2022 में अपनी मां के निधन के बाद सम्राट चौधरी ने सर पर पगड़ी बांधी थी.