पटना. स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने शुक्रवार को विधान परिषद में कहा कि 8900 नर्सों की नियुक्ति प्रक्रिया पूरी हो चली है. 10 हजार पदों को भरने की तैयारी है. इस साल 20 हजार नर्सों की नियुक्ति होगी. तीन साल में विभिन्न कोटियों के करीब 30 हजार पद भरे जायेंगे. स्टेट कैंसर इंस्टीट्यूट के लिए 272 पदों का सृजन किया गया है. वह सदन में विभागीय बजट पर वाद- विवाद के बाद सरकार की ओर से जवाब दे रहे थे. इसके साथ ही परिषद में ध्वनिमत से स्वास्थ्य विभाग का 16,101 करोड़ का बजट पारित हो गया. स्वास्थ्य मंत्री ने बताया कि जनरल मेडिकल अफसर के सिर्फ 220 पद रिक्त हैं.
स्पेशलिस्ट के खाली तीन हजार पदों में एनेस्थेटिस्ट के एक हजार पद खाली हैं. इनको भी जल्दी भर लिया जायेगा. उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य योजनाओं के क्रियान्वयन में तेजी लाने के लिए बिहार चिकित्सा सेवाएं एवं आधारभूत संरचना निगम लि. के क्षेत्रीय कार्यालयों का विस्तार जिला स्तर पर किया जा रहा है. राज्य सरकार आयुष्मान कार्ड से वंचित सभी राशन कार्डधारी परिवारों के लोगों का इलाज करायेगी. इस योजना के तहत अगले महीने से 85 लाख परिवारों के 4.25 करोड़ लोगों को पांच लाख रुपये तक मुफ्त इलाज की सुविधा मुहैया होगी.
स्वास्थ्य मंत्री ने बताया कि राज्य सरकार पांच साल के स्वास्थ्य रोड मैप पर काम कर रही है. सरकार एक साल में एक व्यक्ति की दवा पर 35 रुपये खर्च कर रही है. इसका सालाना बजट 400 करोड़ रुपये है. दवा आपूर्ति प्रबंधन में नये प्रयोग किये गये हैं. डाक विभाग के सहयोग से डाक के जरिये दवाओं की आपूर्ति होगी. ग्रामीण क्षेत्रों में 20 और शहरी क्षेत्र में 15 मिनट के अंदर एंबुलेंस सेवा देने के लिए एक हजार एंबुलेंस खरीदे जायेंगे. 534 प्रखंडों में लाइफ सपोर्ट सिस्टम के साथ- साथ एक-एक एबुंलेस दिये जायेंगे.
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मंगल पांडेय ने बताया कि सभी अस्पतालों में इ-हेल्थ रिकाॅर्ड रूम बन रहे हैं. मुख्यमंत्री सात निश्चय-2 के तहत पीपीपी मोड में गांवों तक पैथोलाजी जांच केंद्र स्थापित होंगे. हाइवे पर हादसे के शिकार लोगों के तत्काल इलाज के लिए ट्राॅमा सेंटर बनेंगे. पहले चरण में 10 ट्राॅमा सेंटर स्थापित होंगे.