तनिष्क शोरूम में हुए लूट कांड के मामले में पुलिस को कुछ नये तथ्य मिले हैं. इस मामले में गठित पुलिस की विशेष टीम को पश्चिम बंगाल के मालदा से और पटना से दो अपराधियों को गिरफ्तार करने में कामयाबी मिली है. इनमें पश्चिम बंगाल के मालदा जिले के कालिया चक थाना क्षेत्र के मोजमपुर बालुग्राम का मो सानिउल शेख एवं वैशाली जिले के विदुपुर थाना अंतर्गत मझौली के कुंदन कुमार हैं.
पुलिस ने तनिष्क शोरूम से लूटी गयी मार्का लगी एक हीरा जड़ित अंगूठी, घटना में प्रयुक्त एक मोटरसाइकिल, एक अन्य मोटरसाइकिल, घटना में प्रयुक्त दो काले हेलमेट, अभियुक्त का खून लगा कपड़ा और मास्क बरामद किया है. इनको लेकर इस मामले में अब तक छह अभियुक्तों की गिरफ्तारी हो चुकी है.
गुरुवार को सहायक खजांची थाने में एसपी उपेंद्रनाथ वर्मा ने बताया कि तनिष्क शोरूम लूटकांड में गठित विशेष छापामारी टीम ने घटनास्थल से लेकर पूर्णिया और कटिहार के रास्ते पड़ोसी राज्य पश्चिम बंगाल के सीमावर्ती क्षेत्र तक उन सभी सीसीटीवी फुटेज को खंगाला, जिस रास्ते से बदमाश भागे थे. सीसीटीवी फुटेज के अवलोकन के आधार पर ही विशेष टीम कालियाचक तक पहुंची.
वहां पाया गया कि युवक उन बदमाशों को रास्ता दिखा रहा है. उसकी पहचान कर उसे मालदा पुलिस की मदद से निरुद्ध कर पूछताछ की गयी. उसकी निशानदेही पर घटना में प्रयुक्त तीन मोटर साइकिल, एक अन्य मोटर साइकिल के अलावा लूटी गयी प्लेटिनम गोल्ड की हीरा जड़ित तनिष्क शोरूम मार्का लगी अंगूठी बरामद की गयी. साथ ही अपराधियों द्वारा पहना हुआ खून लगा टी शर्ट, जींस पैंट, मास्क आदि भी बरामद किया गया.
अनुसंधान के क्रम में एक अन्य छापेमारी दल ने पैसा भेजनेवाले वैशाली विदुपुर मझौली के कुंदन कुमार की पटना से गिरफ्तारी की है. उसने अपराधियों को आर्थिक सहायता देने की बात स्वीकार की है. वह पटना के बेउर जेल में बंद चंदन उर्फ प्रिंस का छोटा भाई है.
उसने सांठ-गाठ कर तनिष्क ज्वेलरी लूटकांड के इस काम में संलिप्त अपराधियों को आर्थिक सहायता पहुंचायी. अबतक मिले साक्ष्यों के आधार पर वर्तमान में भी जिला पुलिस एवं एसटीएफ की कई संयुक्त टीमें अन्य अभियुक्तों की गिरफ्तारी एवं लूटे गये ज्वेलरी की बरामदगी के लिए छापेमारी कर रही हैं.
घटना को अंजाम देने के बाद सभी लुटेरे मालदा जिले के कालियाचक पहुंचे
तनिष्क ज्वेलरी लूटकांड में चुनमुन झा भी सीधे तौर पर शामिल था. घटना को अंजाम देकर मालदा जिले के कालियाचक वह भी अपराधियों के साथ पहुंचा था. कालियाचक से गिरफ्तार मो सनिउल शेख से पुलिसिया पूछताछ में यह खुलासा हुआ है. सनिउल शेख ने पुलिस को बताया कि तीन वर्ष पहले चुनमुन झा से उसकी मुलाकात दिल्ली में हुई थी. दिल्ली में वह राजमिस्त्री का काम करता था और चुनमुन झा वहीं सरिया लगाने का काम करता था. वहीं चुनमुन से उसकी जान-पहचान हुई और तब से संपर्क में था.
उसने बताया कि तीन बाइक पर सवार छह युवक पहुंचे थे. इनमें एक चुनमुन झा भी था. चुनमुन के हाथ में जख्म था. उसके अलावा एक अन्य युवक का भी हाथ जख्मी था. दोनों का स्थानीय स्तर पर इलाज कराया गया. रात में उन सबों ने उसके घर पराठा सब्जी खाया. सभी अपनी बाइक वहीं रखकर टोटो से कहीं अन्य जगह चले गये. उसने बताया कि घटना के दूसरे दिन समाचार पत्रों में पुलिस द्वारा तीन लाख के इनाम की घोषणा देखी, तो बहुत पछतावा हुआ. उसने बताया कि अगर वह पहले इनाम के बारे में जान जाता, तो सभी अपराधियों को पूर्णिया पुलिस को पकड़वा देता.
अपराधियों के ठिकाने तक पहुंचने में पुलिस की टीम को पूर्णिया से 170 किलोमीटर की दूरी तय करनी पड़ी. सदर एसडीपीओ पुष्कर कुमार ने बताया की जगह-जगह लगे सीसीटीवी कैमरे के फुटेज के आधार पर कटिहार के मनिहारी पहुंचे. मनिहारी से लाभा पुल पार कर रोशना पहुंचे, जो मालदा जिले में पड़ता है. वहां मिले सीसीटीवी फुटेज के आधार पर कालियाचक पहुंचे, जहां सभी अपराधी आकर सनाउल शेख के घर रुके थे.