जम्मू-कश्मीर में टारगेट किलिंग का एक बड़ा मामला सामने आया है. आतंकवादियों ने गैर-स्थानिय मजदूरों को निशाना बनाया और एक डॉक्टर व छह मजदूरों की हत्या गोली मारकर कर दी. मृतकों में तीन बिहार के मजदूर भी शामिल हैं. हमले में कई मजदूर जख्मी भी बताए जा रहे हैं. घटना गादरबल जिले के गुंड इलाके में हुई है. केंद्र सरकार की एक सुरंग योजना में ये मजदूर काम कर रहे थे.
सुरंग निर्माण में लगे मजदूरों की हत्या
जम्मू कश्मीर के गादरबल में केंद्र सरकार की योजना के तहत एक सुरंग का निर्माण किया जा रहा था. इस दौरान कई मजदूर काम कर रहे थे. निजी ठेका कंपनी के कैंप में मजदूर रहते थे. अचानक दो की संख्या में आए आतंकियों ने इन मजदूरों पर ताबड़तोड़ फायरिंग कर दी. जिससे दो मजदूरों की मौत मौके पर हो गयी जबकि अन्य ने बाद में दम तोड़ दिया. मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, बिहार के जिन तीन मजदूरों की मौत हुई हैं उनमें फहीम नासिर, मोहम्मद हनीफ और कलीम के रूप में उनकी पहचान हुई है.
आतंकी संगठन ने ली जिम्मेवारी
जम्मू कश्मीर के सीएम अमर अब्दुल्ला के चुनावी क्षेत्र में ही इस घटना को आतंकियों ने अंजाम दिया है. यह हमला बिहार के एक मजदूर अशोक चौहान की हत्या के ठीक बाद दूसरी टारगेट किलिंग की घटना है. जम्मू कश्मीर के सीएम उमर अब्दुल्ला और केंद्रीय मंत्री नीतिन गड़करी ने इसपर शोक व्यक्त किया है. इस हमले की जिम्मेदारी आतंकी संगठन लश्कर-ए- ताइबा के सहयोगी संगठन् द रजिस्टेंस फ्रंट ने ली है. पुलिस व सेना ने हमलावरों का पता लगाने के लिए घेराबंदी भी की है.
हाल में ही बांका के एक मजदूर की आतंकियों ने की थी हत्या
गौरतलब है कि बीते दिनों बिहार के बांका निवासी एक मजदूर की हत्या आतंकियों ने गोली मारकर कर दी थी. आतंकियों ने उसे जासूस समझकर मौत के घाट उतार दिया था. मृतक अशोक चौहान मकई की खेती अनंतनाग जिले में रहकर करता था. आतंकियों ने उसे खेत से बुलाकर गोली मार दी थी. अशोक का शव जम्मू कश्मीर प्रशासन ने बांका स्थित उसके पैतृक गांव पहुंचवाया था. इस घटना के बाद लगातार यह दूसरी घटना है.