संवाददाता, पटना प्रदेश के करीब सभी सरकारी संस्थानों एवं अस्पतालों में फार्मासिस्ट की कमी और डिप्लोमा फार्मासिस्टों की नियमित नियुक्ति करीब 18 वर्षों से नहीं हो पायी है. इस मामले को गुरुवार को विधान सभा सत्र के दौरान विपक्ष के विधायकों ने उठाया. डिप्लोमा फार्मासिस्ट ऑर्गनाइजेशन छात्र संघ बिहार के अध्यक्ष अरविंद कुमार ने कहा कि हमारी मांग पर यह मामला विधानसभा में विधायकों द्वारा उठाया गया है. उन्होंने कहा कि सरकारी अस्पतालों में इलाज करवाने के लिए आ रहे गरीब मरीजों को डिप्लोमा फार्मासिस्टों के द्वारा सही दवा और परामर्श नहीं मिलने से मरीजों के स्वास्थ्य पर बुरा प्रभाव पड़ रहा है. अरविंद कुमार ने कहा कि सभी बेरोजगार फार्मासिस्ट लगातार स्वास्थ्य विभाग की ओर से नियमित बहाली की मांग कर रहे हैं.
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