मोकामा. टाल में कजरा पिल्लू के प्रकोप से दलहन की फसल नष्ट हो रही है.घोसवरी प्रखंड के कुर्मीचक आदि इलाके में तकरीबन 50 प्रतिशत फसल सूख गयी. किसान दोबारा बुआई कर रहे हैं. इधर मोकामा के मोर कन्हायपुर आदि क्षेत्रों में भी इसका प्रकोप बढ़ गया है. कुर्मीचक के किसान उमेश प्रसाद ने बताया कि धूप निकलने पर कीड़ा मिट्टी में छुप जाता है. मोर निवासी दयानंद सिंह में कहा कि दोबारा बुआई करने की नौबत आ गयी है. श्री कृष्ण गोशाला सचिव चंदन कुमार ने कहा कि कीड़ा के प्रकोप को कम करने के लिए विशेष अभियान चलाने की जरूरत है. पूरे टाल इलाके में एक साथ दवा का छिड़काव से ही कीड़ा के प्रकोप को रोका जा सकता है. कई किसानों की दलहन की फसल बर्बाद हो गयी. इस संबंध में कृषि वैज्ञानिक डॉ अनिल कुमार सिंह ने कहा कि 01 लीटर पानी में 01 एमएल प्रोफेनोफॉस दवा मिलकर छिड़काव करने पर कजरा पिल्लु से फसल को बचाया जा सकता है.
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