Water logging in Patna: पटना. चंद घंटों की बारिश से ही बिहार की राजधानी पटना तैरती नजर आयी. शनिवार की रात हुई बारिश के बाद रविवार को पटना के विभिन्न इलाकों में बाढ़ का नजारा दिखा.
पटना का शायद ही ऐसा कोई इलाका बचा हो जहां बाढ़ का पानी नहीं जमा था. पटना की कई सड़कें जहां एक तरफ जलमग्न रहीं तो वहीं दूसरी तरफ कई घरों, अस्पतालों और सरकारी दफ्तरों में भी पानी घुस गया.
पटना में गंगा नदी विकराल रूप दिखा रही है. कई जगहों पर गंगा नदी खतरे के लाल निशान के ऊपर बह रही है. गंगा के जलस्तर के बढ़ने से बिंद टोली में गंगा का पानी घुस चुका है.
एएन सिन्हा संस्थान पटना में गांधी घाट के पास गंगा नदी खतरे के निशान से ऊपर बह रही है.
पटना का राजधानी मार्केट, खेतान मार्केट, एसके पुरी, दरियापुर बाड़ी पथ और राजीव नगर समेत कई इलाकों में सड़कें जलमग्न नजर आईं. राजधानी पटना में लोगों के घरों में पानी घुस जाने की वजह से लोग अपने-अपने घरों में कैद हो गए हैं.
कई लोगों का कहना है कि उनके इलाके में पानी निकासी की समुचित व्यवस्था नहीं है. घरों के अंदर बने पार्किंग में खड़ी गाड़ियां डूबी नजर आईं. पटना स्थित मौसम विज्ञान केंद्र ने पूर्वानुमान जताया है कि बिहार के 11 जिलों में अधिकांश जगहों पर तेज बारिश हो सकती है.