लाइव अपडेट
अब तक यास से जान माल का नुकसान नहीं
ओडिशा-बंगाल में भारी तबाही बचाने के बाद चक्रवात यास बिहार पहुंच चुका है. भागलपुर, सुपौल, कटिहार और पूर्णिया समेत कई जिलों में तेज हवाओं के साथ बारिश हो रही है. अभी तक राज्य के किसी भी जिले से जान माल के नुकसान की खबर नहीं मिली है.
कैमूर के रास्ते आया बिहार
यास तुफान के कैमूर के रास्ते गुरुवार दोपहर बिहार में प्रवेश की संभावना है. बुधवार से ही इसका प्रभाव पूरे बिहार में दिखने लगा है. गुरुवार दोपहर को प्रवेश के साथ ही राज्य पर इसका विशेष प्रभाव दिखेगा. तूफान का विशेष प्रभाव दो दिन यानी 27 से 28 मई तक रहेगा. इस दौरान राज्य में 40 किलोमीटर प्रति प्रतिघंटे की रफ्तार से हवा चल सकती है. कई इलाकों में तेज बारिश के साथ वज्रपात की आशंका है. मौसम विभाग ने इसे लेकर येलो अलर्ट जारी किया है.
दानापुर-पटना सहित कई ट्रेनें की गयीं रद्द
चक्रवाती तूफान यास को लेकर दानापुर-पटना, पटना-एर्नाकुलम सहित कई ट्रेनें रद्द की गयी हैं. पूर्व मध्य रेल से खुलने व पहुंचने वाली स्पेशल ट्रेन अस्थायी रूप से रद्द हुई हैं. पूर्व मध्य रेल के मुख्य जनसंपर्क पदाधिकारी राजेश कुमार ने बताया कि यास के मद्देनजर सुरक्षात्मक कदम उठाते हुए स्पेशल ट्रेनें रद्द की गयी है.
अधिकारियों का रोटेशन में काम
बुधवार को आपदा प्रबंधन विभाग के कंट्रोल रूम से राज्य के सभी डीएम से संपर्क किया जाता रहा,ताकि किसी भी आपदा में हर पल की जानकारी विभाग के पास रहें. वहीं, मौसम विज्ञान केंद्र में भी सभी अधिकारियों को रोटेशन में 24 घंटे काम कर रहें हैं, सभी लोगों की छुट्टी रद्द कर दी गयी है.
पटना समेत प्रदेश के कई इलाकों में छिटफुट और हल्की वर्षा
चक्रवाती तूफान यास के बंगाल- उडिसा के तट पर टकाराने के कुछ घंटों बाद से पटना सहित बिहार के कई जिलों में बारिश व हवा चलने लगी और मौसम में बदलाव होने लगा. पहले दिन राजधानी पटना समेत प्रदेश के कई इलाकों में छिटफुट और हल्की वर्षा हुई. पटना में शाम होते ही मौसम खराब होने लगा और तेज बारिश भी हुई. मौसम विभाग के अनुमानों के अनुसार गुरुवार से पटना समेत अन्य इलाकों में तेज वर्षा होने की आशंका है. मौसम विज्ञान केंद्र पटना के निदेशक विवेक सिन्हा ने बताया है कि इस तूफान का असर राज्य के सभी जिलों में अगले तीन दिनों तक रहेगा.उ
हेल्पलाइन नंबर जारी
बिहार में यास तूफान को के खतरे को देखते हुए हेल्पलाइन नंबर जारी किया गया है. पटना जिला प्रशासन ने कंट्रोल रूम स्थापित कर हेल्पलाइन नंबर जारी हैं.
0612-2219810
0612-2219234
0612-2219199
0612-2219911
0612-2219915
जेई एवं एईएस के साथ बैठक.
सीतामढ़ी जनसंपर्क विभाग की ओर से बताया गया कि जिलाधिकारी ने मुख्यमंत्री की समीक्षा बैठक के आलोक में जेई एवं एईएस को लेकर समाहरणालय में स्वास्थ्य शिक्षा, आईसीडीएस, जीविका आदि विभागों के वरीय पदाधिकारियों के साथ बैठक कर दिए कई निर्देश.
बिहार में यास तूफान का कहर शुरु हो गया है. राज्य के मुजफ्फरपुर, दरभंगा, मधुबनी सहित कई जिलों में झमाझम बारिश हो रही है. मौसम विभाग द्वारा पहले से ही इन जिलों में येलो अलर्ट जारी है.
डुमरांव नगर पर्षद प्रशासन अलर्ट
'यास' तूफान का असर दिखने लगा है. बुधवार को सुबह से ही बादलों के बीच बूंदाबांदी शुरू हो गयी है. संभावित खतरे की आहट से डुमरांव नगर पर्षद प्रशासन अलर्ट हो गया है. जलजमाव से निबटने के लिए नप ने तैयारी शुरू कर दी है. बुधवार को नप के इओ मनोज कुमार के साथ पूरी टीम शहर के दर्जनों जलजमाव वाले इलाकों का निरीक्षण किया और निचले इलाकों में पूर्व से ही बचाव को लेकर रूपरेखा तैयार करनी शुरू कर दी. इओ ने इसके लिए एक टीम गठित की है. साथ ही संसाधनों से मुस्तैद रहने का निर्देश दिया है. बाहरी इलाके में बरसात के पानी निकासी को लेकर जेसीबी लगाये जायेंगे, जबकि पॉश इलाके में पानी निकासी के लिए पंपिंग सेट का इस्तेमाल किया जायेगा
पटना में चेतावनी जारी
Cyclone Yaas को लेकर बिहार के पांच जिलों में बारिश की चेतावनी जारी की गई है. पटना, जहानाबाद, अरवल, गया और नालंदा में बारिश शुरू हो गई है. कहा जा रहा है कि इन इलाकों में 35-40एमएम की बारिश होगी.
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बिहार में तापमान
बिहार के आसमान में बादल छाये रहे, वहीं बुधवार की अहले सुबह से जिले के पूर्वांचल सहित कई क्षेत्रों में बूंदाबांदी हुई. हालांकि 10 बजे के बाद बारिश बंद हो गयी, लेकिन पूरे दिन आसमान में बादल छाये रहे. इस दौरान 12 से 19 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से जहां हवा चली, वहीं रुक-रुककर फुहारें भी पड़ती रहीं. हवा के कारण आसमान में बादलों को आना-जाना जारी रहा. बुधवार को जिले में 2.1 मिमी बारिश रिकाॅर्ड की गयी, वहीं तापमान में आठ डिग्री की गिरावट दर्ज की गयी है.
मौसम विभाग ने बयान जारी कर कहा...
मौसम विभाग ने बयान जारी कर कहा कि साइक्लोन यास का लैंडफॉल ओडिशा के बालासोर जिले में तट पर हो चुका है. बिहार आते-आते यह काफी कमजोर हो जाएगा. हालांकि विभाग ने बिहार के 14 जिलों में भारी बारिश की चेतावनी जारी की है.
सहरसा में बारिश शुरू
सहरसा में चक्रवाती तूफान यास का असर शुरू हो गया है. बताया जा रहा है कि यास तूफान के टकराने से पहले जिले में तेज हवा बहने लगी है. वहीं बारिश भी शुरू हो चुकी है.
नवादा डीएम की बैठक
Cyclone Yaas को लेकर नवादा के जिलाधिकारी यश पाल मीणा ने जिले के सभी बीडीओ, सीओ, थानाध्यक्षों के साथ बैठक की. बैठक में उन्होंने आपदा से निपटने के लिए तैयार रहने का निर्देश दिया.
27 से 29 के बीच भारी बारिश होने की संभावना
डॉ राजेंद्र प्रसाद केंद्रीय कृषि विश्वविद्यालय पूसा के नोडल पदाधिकारी डॉ ए सत्तर ने बताया कि आज से भी चक्रवात यास का असर दिख सकता है. लेकिन 27 से 29 के बीच भारी बारिश होने की संभावना है.
लीची उत्पादन पर असर
मुजफ्फरपुर में लीची उत्पादक किसान कभी लॉकडाउन तो कभी मौसम की मार से कराह रहे है. लॉकडाउन की वजह से बाहर के व्यापारी नहीं पहुंच पाये. रही सही कसर मौसम ने पूरी कर दी है. यास चक्रवात तूफान के आने की संभावना से लीची उत्पादक किसान काफी परेशान है. कुछ दिन पूर्व ही ताउते चक्रवात के प्रभाव से हुई बारिश व आंधी से उनकी लीची पेड़ से टूट कर गिर गयी थी. किसान भी जल्दी में बागों से लीची की तुड़ाई करवा रहे है. विगत दो दिनों से लीची तुड़ाई में 30 प्रतिशत से अधिक की वृद्धि हुई है.
यास साइक्लोन को लेकर मुजफ्फरपुर जिले में अलर्ट
यास साइक्लोन के मद्देनजर डीएम प्रणव कुमार ने एसडीआरएफ, नगर निगम, बिजली समेत अन्य विभाग को अलर्ट मोड में रहने का आदेश दिया है. वही जिला पंचायती राज पदाधिकारी को ग्रामीण क्षेत्र में मुनादी कराने के लिए कहा गया है. नगर आयुक्त को 24 घंटे के रोस्टर तैयार कर अभियंता और पंपिंग सेट के अन्य कर्मियों को तैनात रहने के लिए कहा गया है.
भागलपुर में बारिश के दौरान गड़बड़ायी बिजली तो यहां करें कॉल
फ्यूज कॉल सेंटर
मोजाहिदपुर पावर हाउस : 9264437084
नाथनगर विद्युत उपकेंद्र : 9264428009
तिलकामांझी विद्युत उपकेंद्र : 9264437085
तूफान के बादलों ने किया भागलपुर में प्रवेश
27 अप्रैल को सुबह 11 बजे से रात 8 बजे तक इसका असर भागलपुर समेत आसपास के इलाके में सक्रिय हो जायेगा. हवा की रफ्तार 150 किमी प्रति घंटे से अधिक हो रहेगी. फिलहाल तूफान के बाहरी हिस्से में स्थित बादलों का झुंड संथाल परगना होकर भागलपुर में प्रवेश कर गया है. मंगलवार सुबह से लेकर देर शाम तक जिले के विभिन्न इलाके मे 30 मिलीमीटर की बारिश हुई. फिलहाल तूफान का असर आंध्र प्रदेश, ओड़िशा और पश्चिम बंगाल के तट पर पहुंच गया.
उत्तर बिहार में आज से गंभीर चक्रवाती तूफान यास का प्रभाव
उत्तर बिहार में आज से गंभीर चक्रवाती तूफान यास का प्रभाव दिख सकता है. आसमान में मध्यम से घने बादल छाये रहेंगे. सभी जिलों में अधिकतर स्थानों पर मध्यम से भारी बारिश हो सकती है. डॉ राजेंद्र प्रसाद केंद्रीय कृषि विश्वविद्यालय पूसा की ओर से मौसम पुर्वानुमान जारी किया गया है. इसमें बताया गया है कि 26 से 30 मई के बीच यास का बड़ा प्रभाव रहने की संभावना है.
27 अप्रैल को सुबह बढ़ेगा खतरा
बंगाल की खाड़ी में उठे चक्रवात यास का असर लगातार तेज हो रहा है. चक्रवात अब पश्चिम बंगाल और ओड़िशा तट की ओर उत्तर-उत्तर पश्चिम की ओर बढ़ रहा है. बुधवार तक यह बहुत भीषण चक्रवाती तूफान में बदल जायेगा. 27 अप्रैल को सुबह 11 बजे से रात 8 बजे तक इसका असर भागलपुर समेत आसपास के इलाके में सक्रिय हो जायेगा.
यास को लेकर मुजफ्फरपुर की यह ट्रेनें रद्द
आज यह ट्रेनें रहेगी रद्द :गाड़ी संख्या 03158 मुजफ्फरपुर कोलकाता, गाड़ी संख्या 03022 हावड़ा रक्सौल
भागलपुर का संवेदनशील क्षेत्र
कचहरी चौक से जीरोमाइल तक संवेदनशील क्षेत्र बताया गया है. इस रूट में सबसे ज्यादा पेड़ है. हाइटेंशन लाइन पर पेड़ की टहनियां गिरने से आपूर्ति प्रभावित हो सकती है.
राजधानी पटना में बारिश शुरू
राजधानी पटना में मौसम का मिजाज बदलने लगा है. सुबह से काले बादल आसमान में छाये हुए है. वहीं हल्की बारिश भी अब शुरु हो गई है.डीएम ने जिले में अलर्ट जारी किया है.
भागलपुर विद्युत विभाग ने की तैयारी पूरी
चक्रवाती तूफान 'यास' को लेकर भागलपुर विद्युत विभाग ने तैयारी पूरी कर ली है. जिलाधिकारी ने सिटी के एग्जीक्यूटिव इंजीनियर संजीव गुप्ता को बुलाकर तैयारी की समीक्षा की. जिलाधिकारी को इस बात से भी अवगत कराया गया कि साइक्लोन से निबटने के लिए सरकारी व संविदा पर बहाल लाइनमैन और जूनियर इंजीनियरों की तैनाती हर सेक्शन में कर दी गयी है. वहीं, नगर निगम ने भी भरोसा दिलाया है कि वह जेसीवी और कर्मियों से मदद करेंगे.
भागलपुर जिले के सभी विभागों को अलर्ट
मौसम विभाग के द्वारा यास चक्रवात तूफान को लेकर दी गयी चेतावनी को ध्यान में रखते हुए भागलपुर जिले के सभी विभागों को अलर्ट कर दिया गया है. 27 से 30 मई तक बिहार में अत्यधिक तेज बारिश, आंधी-तूफान व वज्रपात होने की तीव्र संभावना है. इसके कारण विद्युत आपूर्ति बाधित हो सकती है.
पटना डीएम ने लोगों से की अपील
पटना में चक्रवात के खतरे को देखते हुए डीएम ने लोगों से घर से बाहर नहीं निकलने की अपील की है. पटना शहर में बारिश की आशंका को देखते हुए पानी की निकासी के लिए कर्मचारियों की तैनाती की गई है.
जवानों को दिया गया प्रशिक्षण
तूफान में लगे एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीम में शामिल सभी जवानों को कोविड का पालन करते हुए राहत बचाव कार्य पूरा करने का प्रशिक्षण दिया गया है, ताकि कोरोना गाइडलाइन का पालन करते हुए लोगों तक राहत पहुचायी जा सके.
एनडीआरएफ के 350 जवान और विशेषज्ञ रिजर्व में तैयार
उप मुख्यमंत्री रेणु देवी ने कहा है कि अगर बिहार में किसी अन्य जगह पर मदद की जरूरत पड़ती है तो वहां बचाव व सहायता के लिए एनडीआरएफ की टीम भेजी जायेगी. इसके लिए विभाग ने एनडीआरएफ के 350 जवान और विशेषज्ञ रिजर्व में रखे हैं.
पटना से उड़ने वाले 21 जोड़ी विमानों का परिचालन रद्द
यास तूफान के खतरे को देखते हुए पटना एयरपोर्ट से उड़ने वाले 21 जोड़ी विमानों को अगले तीन दिनों के लिए कैंसिल कर दिया गया है.
बिजली विभाग को अलर्ट
कोरोना की जंग से लड़ रहे बिहार में चक्रवात की दस्तक से अब बिजली विभाग को अलर्ट किया गया है. वहीं सिविल सर्जन को निर्देश दिया गया है कि सभी अस्पतालों में बिजली कटने की स्थिति में पावर बैकअप तैयार रखा जाए.
पटना और आसपास के इलाके में दिखेगा असर
चक्रवात का असर पटना और आसपास के इलाके में भी पड़ने की संभावना मौसम विभाग ने जताई है. इस दौरान तेज हवा के साथ ही बारिश के भी आसार हैं.
तूफान के कारण तापमान में गिरावट होने की संभावना
तूफान के कारण बारिश होने और हवा चलने के कारण दिन के साथ ही रात के तापमान में 3 से 11 डिग्री की गिरावट होने की संभावना है.
आपदा विभाग ने 14 जिलों को संवेदनशील माना
आज शाम तक बिहार में आंधी-पानी व ठनका गिरने की आशंका है. आपदा विभाग ने बिहार के 14 जिलों को यास तूफान के मद्देनजर विशेष रूप से संवेदनशील माना है.
सभी विभागों को अलर्ट जारी
राजधानी पटना के आसमान में काले बादलों का डेरा डलने लगा है. इधर, मौसम विभाग ने बिहार में येलो और ऑरेंज अलर्ट जारी किया है. राज्य में आज 26 मई से 29 मई तक भारी बारिश होने की संभावना है. वहीं सीएम नीतीश कुमार ने सभी विभागों को अलर्ट रहने का निर्देश दिया है.
मुख्य चेतावनियां
- ठनका से बचने के लिए बेहद जरूरी हो तो खेतों में जायें. अन्यथा बिल्कुल न जायें.
- हाइवे और लंबी दूरी की सड़क यात्रा टाल दें
- बारिश और ठनका से बचने के लिए पेड़ के नीचे न रुकें
- निचले इलाकों में बच्चों को खेलने और तैरने न जाने दें
-बिजली के खंभों से सतर्क रहें.
- कुछ समय के लिए कमजोर एवं पुराने जर्जर मकानों से शिफ्ट हो जायें
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने मंत्रियों और उच्च अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की
बिहार में यास तूफान के आने से पहले तैयारियों को लेकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने मंत्रियों और उच्च अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की. मंत्री संजय झा ने ट्वीट कर कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश ने बिहार में चक्रवाती तूफान यास और कोरोना महामारी से निपटने के इंतजामों की आज वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये उच्चस्तरीय समीक्षा की तथा जरूरी निर्देश दिये. इस महत्वपूर्ण बैठक में जल संसाधन विभाग स्थित अपने कार्यालय से वीसी के जरिये शामिल हुआ.
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साइक्लोन यास की एंट्री दोपहर 12 बजे के बाद
मौसम विभाग की मानें तो कल दोपहर तक साइक्लोन यास पारा द्वीप और सागर के बीच बंगाल-ओडिशा के तटों से टकराएगा. बताया जा रहा है कि साइक्लोन यास की एंट्री दोपहर 12 बजे के बाद होगी. यह साउथ बिहार में ज्यादा फर्क डाल सकता है.
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बारिश के दौरान वज्रपात भी हो सकता है.
27-28 मई के बीच होने वाली बारिश के दौरान वज्रपात भी हो सकता है. इस दौरान पुरवा हवा चलेगी. इसकी औसत रफ्तार दो से तीस किलो मीटर प्रति घंटे तक हो सकती है. इस अवधि में अधिकतम तापमान के 30-33 डिग्री सेल्सियस के बीच रहने की संभावना है. न्यूनतम तापमान 22-25 डिग्री सेल्सियस के बीच रह सकता है. बारिश की संभावना को देखते कृषि वैज्ञानिकों ने कृषि कार्य में सावधानी बरतने का सुझाव दिया है.
कोविड नियमों का होगा पालन
तूफान में लगे एनडीआर एफ और एसडीआर एफ की टीम में शामिल सभी जवानों को कोविड का पालन करते हुए राहत बचाव कार्य पूरा करने का प्रशिक्षण दिया गया है, ताकि कोरोना गाइडलाइन का पालन करते हुए लोगों तक राहत पहुचायी जा सके.
SDRF टीम की तैनाती
राज्य भर में एसडीआर एफ की 18 टीमें हैं, जिसमें से 11 टीमें पटना के गायघाट, गया, मुजफ्फरपुर, सीतामढ़ी, वैशाली, मधुबनी,सहरसा पूर्णिया, भागलपुर, बेतिया, मधेपुरा, खगड़िया में हैं. बाकी सात टीमें पटना में हैं. एक टीम में 45 लोग होते हैं, जो आपदा के दौरान लोगों को बचाने में पूरी तरह से ट्रेंड होते हैं. एनडीआरएफ जिला प्रशासन से जरूरत पड़ने पर होम गार्ड को भी आपदा के समय लेते हैं, ताकि टीम को बढ़ाया और घटाया जा सके.
मानसून की सक्रियता को तूफान ने रोका
मौसम विज्ञानी डॉ एसएन पांडेय ने यास तूफान की वजह से मानसून की सक्रियता के ठिठकने की भी जानकारी दी गई है. चार दिन पूर्व जो मानसून की रेखा द्वीपों तक थी वह अगले ही दिन श्रीलंका तक पहुंचने के बाद ठिठक गई. चार दिनों से मानूसन ठहरा हुआ है. मानसून का यह ठहराव उत्तर बिहार में मानसून के पहुंचने की देरी की ओर इंगित कर रहा है. तूफान का असर कम होने के बाद मानसून को और भी गति मिलेगी.
मछुआरों के लिए अलग से दिशानिर्देश जारी
बिहार में यास तूफान को देखते हुए मछुआरों के लिए अलग से दिशानिर्देश जारी किया गया है. मौसम विभाग की ओर से कहा गया है कि मछुआरे अपने रेडियो सेट के लिए अतिरिक्त बैटरी रखें. आगे कहा गया है कि मछुआरे तूफान कै दौरान अपने घरों में ही रहें.
64 एमएम की स्पीड से बारिश- मौसम वैज्ञानिक
मौसम वैज्ञानिकों की मानें तो यास तूफान से सेंट्रल और नॉर्थ बिहार में 27 से 29 मई तक भारी बारिश की संभावनाएं है. बताया जा रहा है कि इस दौरान 64 एमएम की स्पीड से बारिश हो सकती है.
मौसम केंद्र की ओर से जारी सूचना के मुताबिक यास तूफान अधिक तेजी से गंभीर बनकर आगे बढ़ सकती है. विभाग ने कहा है कि अगले तीन दिन तक लोग सतर्क रहें और अपने घरों में ही रहें.
यास तूफान के दौरान क्या करें
* आवास में ऊपरी तल के बजाय भूतल पर ही रहें.
* रेडियो और टीवी पर मौसम साफ होने के संदेश का इंतजार करें.
* पुराने और क्षतिग्रस्त भवनों और पेड़ों के नीचे शरण लेने से बचें.
* बिजली और टेलीफोन के खंभों के नीचे खड़े न हो. इसके गिरने से आपको क्षति हो सकती है.
* घर से बाहर होने पर छतदार मकान में आश्रय लें.
मुजफ्फरपुर का साप्ताहिक मौसम पूर्वानुमान जारी
मौसम केंद्र पटना की ओर से मुजफ्फरपुर जिले के एक सप्ताह का पूर्वानुमान जारी किया गया है. विभाग की ओर से बताया गया है कि 26 से लेकर 30 मई तक हल्की बारिश की संभावना है, जबकि 31 मई को जिले में भारी बारिश हो सकती है.
कई इलाकों में बिजली बाधित
यास तूफान से पहले बिहार में हुई बारिश और तेज रफ्तार की हवा से कई इलाकों में बिजली बाधित हो गई है, जिसके बाद बिजली विभाग एक्शन में आ गई है और आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए दलबल के साथ मैदान में उतर गए हैं.
सीओ ने किया जागरूक
दिघवारा सीओ प्रवीण कुमार सिन्हा ने बताया कि मौसम विभाग केंद्र पटना से मिली सूचना के मुताबिक यास चक्रवात के प्रभाव के कारण जिले में 27 मई से लेकर 30 मई तक व्रजपात, तेज चमक, धूल भरी आंधी और तेज वर्षा हो सकती है. ऐसी स्थिति में तेज हवा के चलने के कारण पेड़ पौधे के उखड़ने व बिजली आपूर्ति बाधित रहने की आशंका है . सिन्हा ने संभावित चक्रवात की विभीषिका को ध्यान में रखते हुए आम लोगों से चक्रवात अवधि में बाहर न निकलने व खुद को सुरक्षित रखने का आग्रह किया है. उन्होंने कहा है कि ध्वनि विस्तारक यंत्र के सहारे क्षेत्र के लोगों को भी इस संबंध में जागरूक किया जा रहा है ताकि क्षेत्र में जान माल का नुकसान कम हो.
इन जिलों में कम असर
मौसम विभाग की ओर से जारी सूचना के अनुसार बिहार के सारण, शिवहर, पूर्वी चंपारण, रोहतास, किशनगंज और कटिहार जिले में तूफान यास का असर मध्यम पड़ेगा. यास तूफान कल सुबह बंगाल के दीघा घाट पर टकरा सकता है.
गोपालगंज में यस चक्रवात को लेकर अलर्ट
गोपालगंज जिला प्रशासन की ओर से यस चक्रवात को लेकर अलर्ट जारी किया गया है. अपर समाहर्ता ने सभी बीडीओ व सीओ को अलर्ट जारी करते हुए कहा है कि 27 से 30 मई तक चक्रवात के दौरान वज्रपात, तेज चमक, धूल भरी आंधी एवं तेज वर्षा हो सकती है.
ऑक्सीजन आपूर्ति में नहीं होगी दिक्कत
बिहार में कोरोनाकाल में मौसम के बदलते मिजाज को लेकर मरीज के परिजनों को परेशान होने की जरूरत नहीं होगी. पेट्रोलियम मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने कहा कि ऑक्सीजन आपूर्ति के संबंध में कोई चुनौती नहीं है.
किशनगंज जिला का मौसम
बिहार के किशनगंज जिला के कई क्षेत्रों में मौसम ने करवट ली. आज सुबह से ही यहां जमकर बारिश हो रही है.
चक्रवाती तुफान का असर कहां पड़ेगा
डॉ राजेंद्र प्रसाद केन्द्रीय कृषि विवि के मौसम विभाग ने कहा है कि बंगाल की खाड़ी पर कम दबाव का क्षेत्र बनने से आने वाली चक्रवाती तुफान का असर मुख्य रूप से ओडिसा, पश्चिम बंगाल के तटीय क्षेत्र पर पड़ेगा.
50 किलोमीटर की रफ्तार से चलेगी हवा
डॉ राजेंद्र प्रसाद केंद्रीय कृषि विश्वविद्यालय के मौसम विभाग के अनुसार इस दौरान तेज तुफान आने की संभावना है. हवा की रफ्तार 40 से 50 किलोमीटर प्रति घंटे तक रह सकती है. तापमान में भी भारी गिरावट हो सकती है.
दरभंगा जिला का मौसम
बिहार के दरभंगा जिला के कई क्षेत्रों में मौसम ने करवट ली. आज सुबह से ही यहां जमकर बारिश हो रही है.
भागलपुर व बांका में बारिश
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, बिहार के भागलपुर, बांका सहित कई क्षेत्रों में मौसम ने अचानक करवट ली है जिसके चलते लोगों को गर्मी से राहत मिली है. सुबह से ही तेज बारिश ने दस्तक दी .
मुज़फ्फरपुर के आसमान में बादल छाए
यास चक्रवाती तूफान का असर मुज़फ्फरपुर जिले में अभी से दिखने लगा है. मुख्यालय सहित जिले भर में मंगलवार की सुवह से ही आसमान में बादल छा गया. सुबह करीब सात बजे से हल्की बारिश भी होने लगी. करीब 11 बजे तक हल्की बूंदाबांदी होती रही. आसमान में बादल छाए हुए हैं.
मुज़फ्फरपुर में यास तूफान का असर
मुज़फ्फरपुर में यास तूफान का असर दिखने लगा है.हल्की बारिश के बाद लोगो को चार दिनों से ऊमस वाली गर्मी से राहत मिली है.सुबह से मौसम खुशनुमा हो गया है.पिछले तीन दिनों में तापमान रिकॉर्ड तोड़ रहा था.
कृषि वैज्ञानिकों की राय
कृषि वैज्ञानिकों ने कहा है कि किसान फिलहाल खड़ी फसलों में सिंचाई स्थगित रखें. कीटनाशक दवा का उपयोग आसमान साफ रहने पर ही करें. वर्षा की संभावना को देखते हुए तैयार मक्का फसल की कटनी, दौनी 26 मई से पहले कर लेने का सुझाव दिया है. इसी प्रकार अगात मूंग, उड़द की तैयार फलियों की तुड़ाई कर भंडारित कर लें. जबकि पिछात बोयी गयी मूंग व उड़द की फसल में पीला मोजैक रोग कि निगरानी करनी चाहिए. बिहार में चक्रवाती तूफान से कई जिलों में तेज हवा के साथ बारिश शुरू तथा Latest News in Hindi से अपडेट के लिए बने रहें।
27 से 29 मई को भारी वर्षा की आशंका
मौसम विभाग ने जारी बुलेटिन में स्पष्ट रूप से कहा है कि आगामी 26 व 27 मई को बिहार के कई जिलों में मध्यम से भारी बर्षा होने का अनुमान लगाया है. साथ ही इस दौरान बिजली गिरने कि संभावना जतायी गई है. वहीं 27 से 29 मई को भारी वर्षा हो सकती है. मौसम विभाग ने इस दौरान किसानो के लिए कइ सुझाव दिये हैं.
गंभीर चक्रवाती तूफान बनने की आशंका
बंगाल की खाड़ी पर कम दवाब बनने से गंभीर चक्रवाती तूफान बनने की आशंका है. यूं तो इसका मुख्य असर ओडिसा, पश्चिम बंगाल व तटीय क्षेत्र होगा. पर इसका असर जिले तक भी आ सकता है.
26 मई को ओड़िशा-पश्चिम बंगाल के तटों से गुजरने का अनुमान
बंगाल की खाड़ी पर बना गहरे दबाव का क्षेत्र चक्रवाती तूफान ‘यास' में बदल गया है. इसके 26 मई को ओड़िशा-पश्चिम बंगाल के तटों से गुजरने का अनुमान है. एनडीआरएफ ने अपने बचाव दलों को यह सुनिश्चित करने का निर्देश दिया है कि ओड़िशा व बंगाल में लगे बड़े ऑक्सीजन संयंत्र तूफान के दौरान भी चलते रहें.
डॉ राजेद्र प्रसाद केंद्रीय कृषि विश्वविद्यालय के वरिष्ठ मौसम विज्ञानी डॉ ए सत्तार के मुताबिक यास ताकतवर तूफान है़ इसकी ताकत का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि जहां से टकरायेगा, वहां से सात सौ किलोमीटर तक के इलाकों को सीधे प्रभावित करेगा़ आंधी-पानी, ठनका आदि की तीव्रता बेहद खतरनाक होगी. हालांकि, इस तूफान से बिहार को फायदे और नुकसान दोनों होंगे़.