नालंदा जिले के एकंगरसराय नगर पंचायत के लोग बीते दस दिनों से पेयजल की संकट से जूझ रहे हैं. ऐसे में गुरुवार को उनका गुस्सा फुट पड़ा. पेयजल संकट के खिलाफ महिला व पुरुष बाल्टी समेत अन्य बर्तन लेकर सड़क पर उतर आये और करीब दो घंटे तक सड़क जाम कर दिया. इस दौरान लोगों ने अधिकारियों के खिलाफ जमकर नारेबाजी भी की. पेयजल संकट से जूझ रहे सैकड़ों महिलाओं व पुरुषों ने तसला, बाल्टी, गैलन लेकर एकंगरसराय चौराहे पर पहुंचे और संबंधित विभागीय अधिकारियों के खिलाफ नारेबाजी करते हुए करीब दो घंटे तक चौराहे को जाम कर आवागमन को बाधित कर दिया.
10- 12 दिनों से जलापूर्ति ठप
प्रदर्शन कर रहे आक्रोशित लोगों ने बताया कि एकंगरसराय प्रखंड मुख्यालय स्थित पीएचईडी के 3 नम्बर जलमीनार के गाड़े गये बोरिंग का जलस्तर काफी नीचे चले जाने के कारण करीब 10- 12 दिनों से नगर पंचायत के वार्ड संख्या 11, 12, 13, 14, 15, 16 में जलापूर्ति पूरी तरह से ठप है, जिससे पेयजल के लिए हाहाकार मचा हुआ है. इस संबंध में पीएचइडी के अधिकारियों व कर्मचारियों को कई बार कहा गया, लेकिन लोगों को कान में जू तक नहीं रेंगी.
पुलिस और ग्रामीणों में हुई नोकझोंक
ऐसे में गुरुवार को प्यास से तड़पते लोगों का गुस्सा फूट पड़ा और चिलचिलाती धूप में सैकड़ों महिला व पुरुष हाथ में बर्तन लेकर चौराहे पर पहुंचे और करीब दो घंटे तक सड़क जाम कर प्रदर्शन किया. सड़क जाम की सूचना मिलते ही प्रशिक्षु डीएसपी सह थानाध्यक्ष अभिजीत कौर, बीडीओ प्रशांत कुमार, सीओ ब्रजेश पाटिल, सशस्त्र बल के साथ चौराहे पर पहुंचे और आक्रोशित लोगों को समझा कर सड़क से जाम को हटवाया. समझाने के दौरान पुलिस अधिकारियों के साथ कुछ लोगों की नोकझोंक भी हो गई.
अधिकारियों और ग्रामीणों ने समस्या पर की चर्चा
आक्रोशित लोगों को समझाकर प्रखंड कार्यालय लाया गया और प्रशिक्षु डीएसपी सह थानाध्यक्ष अभिजीत कौर, बीडीओ प्रशांत कुमार, सीओ ब्रजेश पाटिल, मुख्य पार्षद प्रतिनिधि राकेश कुमार, उपमुख्य पार्षद प्रतिनिधि राजीव प्रसाद सिंह, पुलिस इंस्पेक्टर प्रमोद कुमार, जेई सीमा कुमारी एवं एकंगरसराय बाजार के दर्जनों लोगों के बीच पेयजल की समस्या पर विस्तृत रूप से चर्चा की गयी. जिसमें तत्काल पानी की टैंकलोरी की संख्या बढ़ाने पर सहमति बनी.
पेयजल उपलब्ध कराने की हो रही व्यवस्था
मुख्य पार्षद पूनम कुमारी एवं उपमुख्य पार्षद सरिता देवी ने कहा कि जिन वार्डों में पेयजल का घोर संकट है, उन वार्डो में तत्काल चार पानी की टैंकलोरी से पेयजल उपलब्ध कराया जा रहा है और दो टैंकलोरी बढ़ायी जाएगी. नगर पंचायत के विभिन्न वार्डो में 16 योजनाओं में 1 करोड़ 54 लाख रुपये का टेंडर कराया गया है. जिसके 8 से 10 दिनों के अंदर खुलने की संभावना है. जल्द से जल्द सभी वार्डों में बोरिंग कराकर पेयजल की समस्या से निजात दिलायी जाएगी.
अविलंब बोरिंग कराने का निर्देश
नगर पंचायत के सभी जनप्रतिनिधियों एवं बीडीओ, सीओ, थानाध्यक्ष ने पीएचइडी के जेइ सीमा कुमारी को कहा कि नगर पंचायत के सभी वार्डों में अविलंब बोरिंग कराने व पानी कीटैंकलोरी की संख्या को बढ़ाने का काम करें, ताकि पानी की समस्या दूर हो सके.
शंकरडीह में गहराया पेयजल संकट
इधर, जिले के परवलपुर नगर पंचायत के वार्ड नंबर 1 एवं 2 शंकरडीह गांव में भी जल संकट की गंभीर स्थिति बन गई है. नदी, आहर, तालाब, नहरों में पानी का नामोनिशान नहीं है. सिंचाई की समस्या तो विकराल है ही, भू-जल स्तर काफी नीचे चले जाने के कारण अधिकतर घरों में बोरिंग फेल हो गई है. जिसकी वजह से पीने के पानी की समस्या हो गई है. गांव में लगाए गए पानी सप्लाई केंद्र से भी जलापूर्ति ना के बराबर हो रही है. सरकारी चापाकल से पानी उगलना भी बंद कर दिया है. लोगों को राहत देने के लिए नगर पंचायत के वार्ड नंबर दो के वार्ड पार्षद सुबोध कुमार के द्वारा टैंकर के माध्यम से घर-घर पानी पहुंचाने की व्यवस्था की गई है. सुबह 7:00 बजे से ही मोहल्ले के लोग पानी के लिए लाइन में लग जाते हैं. टैंकर मोहल्ले में पहुंचते ही पानी के लिए आपाधापी मच जाती है. जगह-जगह प्वाइंट बनाकर निर्धारित समय तक लोगों को पानी दिया जा रहा है. हर दिन बीस से पच्चीस हजार लीटर पानी टैंकर से टोलों में पहुंचाया जा रहा है. वहीं दूसरी ओर ग्रामीणों ने गांव में कार्यरत जलमीनार को जल्द दुरुस्त करवाने की मांग सरकार से की है.