राजनीति के चाणक्य कहे जाने वाले चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर ने नीतीश कुमार की महागठबंधन सरकार को लेकर एक बड़ा दावा कर दिया है. प्रशांत किशोर का कहना है कि अगले विधानसभा चुनाव से पहले बिहार की राजनीति में फिर से बड़े उलट फेर होने की संभावना है. उन्होंने कहा कि हमारे आए हुए अभी केवल तीन महीना हुआ है और बिहार की राजनीति 180 डिग्री घूम गयी. उन्होंने नीतीश कुमार पर हमला करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री फेवाकॉल लगाकर कुर्सी पर बैठ गए हैं. बाकी पार्टियां कभी इधर तो कभी उधर होती रहती हैं.
नीतीश कुमार पर हमला जारी रखते हुए प्रशांत किशोर ने कहा कि वर्तमान बिहार की सरकार को जनता ने वोट नहीं दिया है. ये सरकार जुगाड़ से चल रही है. इस सरकार को जनता का विश्वास प्राप्त नहीं है. प्रशांत किशोर ने तेजस्वी यादव के दस लाख नौकरी वाले मुद्दे पर बोलते हुए कहा कि अगर ये सरकार एक से दो साल में 5-10लाख नौकरियां दे देती है तो मैं इसके समर्थन में अपना अभियान वापस ले लूंगा. उन्होंने ये बातें अपने अभियान के दौरान समस्तीपुर में कहीं है. गौरतलब है कि नीतीश कुमार के एनडीए सरकार से अलग होने के बाद से ही प्रशांत किशोर उनपर हमलावर हैं.
गौरतलब है कि प्रशांत किशोर ने एनडीए से नीतीश कुमार के अलग होते ही एक और बड़ा बयान दिया था. उन्होंने कहा कि भाजपा की गठबंधन वाले सरकार में नीतीश कुमार सहज नहीं थे. उन्होंने कड़ी टिप्पणी करते हुए कहा कि नयी सरकार कुछ करती है या नहीं ये देखने वाली बात होगी क्योंकि दोनों सरकारों का भ्रष्टाचार के मुद्दे पर रुख एक दूसरे से एकदम अलग-अलग है. वर्ष 2017 से 2022 तक वह भाजपा के साथ थे, लेकिन कई कारणों से मैंने उन्हें कभी सहज नहीं पाया. उन्होंने सोचा होगा कि क्यों न महागठबंधन के साथ प्रयोग किया जाए.