पूर्णिया. अपने लंबित प्रोत्साहन राशि के भुगतान सहित अन्य मांगों के समर्थन में ममता कार्यकर्ताओं ने राजकीय चिकित्सा महाविद्यालय एवं अस्पताल में प्रदर्शन किया. इसके बाद कार्यकर्ताओं ने सिविल सर्जन कार्यालय के समक्ष पहुंचकर नारेबाजी भी की. आयोजित प्रदर्शन की अध्यक्षता कर रहे बिहार राज्य ममता कार्यकर्ता संघ के अध्यक्ष भवतारिणी शरण ने कहा कि एक तरफ मुख्यमंत्री महिलाओं की समस्या दूर करने की बात करते हैं तो वहीं रविदास परिवार के महादलित महिलाओं का वर्ष 2023 एवं 2024 का अल्प प्रोत्साहन राशि का भुगतान अभी तक नहीं हो पाया है. उन्होंने सरकार से महादलित परिवार की ममता को सरकारी सेवक घोषित करने एवं उक्त अवधि में न्यूनतम 26 हजार रुपये मासिक मानदेय तथा सेवा निवृति के पश्चात 10 हजार रुपये मासिक पेंशन देने की मांग करते हुए अनुकम्पा पर बहाली, मौसम के अनुसान पोशाक, उनके उठने बैठने के लिए कमरा उपलब्ध कराने से संबंधित कुल 10 सूत्री मांगों को पूर्ण करने का अनुरोध किया है. वहीं बिहार चिकित्सा एवं जन स्वास्थ्य कर्मचारी संघ के राज्य उपाध्यक्ष सुशील कुमार झा ने सरकार से अनुरोध किया है कि रविदास परिवार की महादलित महिलाओं की समस्याओं पर गौर करते हुए उसका जल्द से जल्द समाधान कर उन्हें सरकारी सेवक घोषित किया जाय तथा उनके बकाया प्रोत्साहन राशि का भुगतान अविलंब किया जाय. इस मौके पर प्रमंडलीय मानव सदस्य शिव कुमार राजपाल, नीलमणि सिंह, पंकज कुमार राय सहित ममता की राज्य उपाध्यक्ष मनोरमा देवी ने भी संबोधित किया. फोटो – 18 पूर्णिया 12- प्रदर्शन में शामिल ममता कार्यकर्ता एवं अन्य
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है