पूर्णिया. रसायनिक उर्वरक एवं कालाबाजारी रोकने को लेकर बिहार किसान मजदूर संघ ने जिला पदाधिकारी को आवेदन दिया है. संघ ने कहा है कि रबी का मौसम शुरू हो गया है. इस क्षेत्र में नब्बे फीसदी खेतों में रबी मक्का लगाया जाता है. इसमें डीएपी और यूरिया उर्वरक की जरूरत पड़ती है. आवंटन की कमी के कारण डीएपी का कीमत खुदरा व्यवसायी 1700 से 1800 रुपये प्रति बैग किसानों से ले रहे हैं. रसीद तो कभी देते ही नहीं है. जबकि डीएपी का कीमत प्रति बैग 1350 रुपये प्रिंट है. बिहार किसान मजदूर संघ के संस्थापक अनिरुद्ध मेहता ने अनुरोध किया कि उर्वरक कंपनी, थोक विक्रेता, खुदरा विक्रेता के प्रतिनिधि मंडल,किसान प्रतिनिधियों एवं जिला कृषि पदाधिकारी की उपस्थिति में अति शीघ्र बैठक बुला कर समस्या समाधान किया जाय. प्रतिनिधि मंडल में अनिरुद्ध मेहता, शक्तिनाथ यादव, महेश्वरी मेहता, प्रदीप यादव शामिल थे.
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