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निगम की बैठक में सदस्यों ने उठाया नल-जल योजना में बरती गयी गड़बड़ी का मुद्दा

महापौर विभा कुमारी की अध्यक्षता में सोमवार को सशक्त स्थायी समिति की बैठक नगर निगम के सभागार में हुई.

सशक्त स्थायी समिति करेगी मंत्रिमंडल निगरानी समिति से जांच की अनुशंसा,

पूर्णिया. महापौर विभा कुमारी की अध्यक्षता में सोमवार को सशक्त स्थायी समिति की बैठक नगर निगम के सभागार में हुई.बैठक के दौरान पदेन सदस्य स्वपन घोष ने बैठक के दौरान मांग रखते हुए कहा कि नगर निगम क्षेत्र में बुडको द्वारा कार्यान्वित नल-जल योजना के कार्य में भारी अनियमितता की शिकायत आम शहरवासी द्वारा की गयी है. मिल रही शिकायत के अनुसार, पूरे नगर निगम क्षेत्र में नल से जल की आपूर्ति समुचित तरीके से नहीं हो रही है. निगम क्षेत्र में नल-जल पाईप लाइन बिछाने के दौरान लगभग सड़कों को तोड़ा गया था जिसे पुनः रिपेयर कर दिया जाना था, लेकिन कुछ सड़कों को छोड़कर लगभग सभी सड़कें टूटी हुई है. उन्होंने इसकी जांच बिहार सरकार के मंत्रिमंडल निगरानी समिति से कराते हुए संबंधित एजेंसी एवं अभियंता के विरुद्ध विधि सम्मत कार्रवाई की मांग की. इसका समर्थन सशक्त स्थायी समिति के सभी पदेन सदस्यों ने किया. लगातार मिल रही शिकायत के मद्देनजर बैठक में सर्वसम्मति से निर्णय लिया गया कि क्रियान्वित नल-जल योजना का बिहार सरकार के मंत्रिमंडल निगरानी समिति से जांच कराने की अनुशंसा करते हुए विभाग को भेजा जाएगा. बैठक में मुख्य रूप से नगर आयुक्त श्रीकुमार मंगलम, उप महापौर पल्लवी गुप्ता, सशक्त स्थायी समिति के पदेन सदस्य स्वपन घोष, ममता सिंह, आशा महतो, कुमारी खुशबू, मुर्शीदा खातून, कमली देवी, प्रदीप जायसवाल, उप नगर आयुक्त पंकज कुमार एवं सिटी मैनेजर पवन कुमार पवन मौजूद थे.

सफाई के लिए आवश्यक उपकरण खरीदने का निर्णय

बैठक के दौरान पदेन सदस्यों द्वारा साफ-सफाई के लिए कुछ आवश्यक उपकरण खरीदने का भी निर्णय सर्वसम्मति से लिया गया. साफ-सफाई के लिए नगर निगम द्वारा दो वाटर फाॅगिंग मशीन, दो रोबोट मशीन, दो ट्रैक्टर माउन्टेड ग्रास कटर मशीन, दो स्काई लिफ्ट एवं 1100 लीटर वाले 250 पीस डस्टबिन खरीदने पर सर्वसम्मति से सहमति बनी. साथ ही एकत्रित कचरा एवं प्रतिदिन आने वाले कचरा के निस्तारण के लिए नगर विकास एवं आवास विभाग से अनुमति लेने के बाद संयंत्र लगाए जाएंगे.नगर विकास एवं आवास विभाग से अनुमति मिलने के बाद गीला कचरा के निष्पादन के लिए कम्पोस्ट प्लांट एवं बायोमेथेनेशन प्लांट लगाया जाएगा जबकि सूखा कचरा निस्तारण के लिए मैटेरियल रिकवरी फैसिलिटी प्लांट (एमआरएफ) एवं रिफ्यूज डेरिव्ड फ्यूल प्लांट (आरडीएफ) लगाया जाएगा. वहीं निष्क्रिय अपशिष्ट प्रबंधन के लिए सैनिटरी लैंडफिल (एसएलएफ) का निर्माण किया जाएगा. इसके लिए नगर विकास एवं आवास विभाग को जल्द ही प्रस्ताव भेजने का निर्णय सर्वसम्मति से लिया गया.

ईईएसएल कंपनी को मिला तीन दिनों का अल्टीमेटम

बैठक में सड़कों कें साफ-सफाई पर भी विशेष ध्यान देने का निर्देश संबंधित एजेंसियों को दिया गया. पूजा के मद्देनजर शहर के मुख्य चौक-चौराहों एवं बाजार वाले क्षेत्रों में दोनों टाईम लगातार साफ-सफाई करने, प्रत्येक वार्ड में डोर टू डोर कचरा उठाव का निर्देश संबंधित एजेंसियों को दिया गया. शहर में एलईडी लगाने वाली कंपनी ईईएसएल को तीन दिनों का अल्टीमेटम दिया गया. पदेन सदस्यों द्वारा एजेंसी को निर्देश देते हुए कहा गया कि तीन दिनों के अंदर शहर में एलईडी लाइट रिपेयरिंग का कार्य अगर शुरू नहीं किया गया तो सभी वार्डों में नगर निधि मद से लाइटों की मरम्मत का कार्य किया जाएगा और एजेंसी की बकाया राशि से इसकी कटौती की जाएगी.

डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

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