Lok Sabha Result 2024 पूर्णिया लोकसभा चुनाव के महासमर में इस बार कैंची की तेज धार के आगे जहां तीर का निशाना चूक गया, वहीं लालटेन की लौ मंद पड़ गयी. पिछले दो दशकों में घिस-घिस कर कैंची की धार इस कदर तेज हो गयी कि सामने आते ही तीर के हौसले पस्त हो गये. लो वोल्टेज लिए पीछे-पीछे चल रही लालटेन ने भी आखिरकार दम तोड़ दिया. आलम यह रहा कि कैंची की तीखी, तेज और चमकदार धार के सामने कोई धुरंधर नहीं टिका और निर्दलीय प्रत्याशी पप्पू यादव एनडीए के संतोष कुशवाहा को हरा कर बीस साल के बाद वापस पूर्णिया के सांसद बन गये. 21वें राउंड में पप्पू यादव ने 25 हजार से अधिक मतों से निर्णायक बढ़त बना ली थी. श्री यादव इससे पहले वर्ष 1999 में पूर्णिया के सांसद चुने गये थे.
20 साल बाद पप्पू यादव की हुई घर वापसी
Lok Sabha Result 2024 याद रहे कि इस बार पूर्णिया की सीट प्रदेश की चुनिंदा हॉट सीट में एक थी. एनडीए और इंडिया गठबंधन के तहत भाजपा और राजद ने चुनावी प्रचार में पूरी ताकत झोंक दी थी. जदयू प्रत्याशी संतोष कुशवाहा के पक्ष में जहां पीएम मोदी की जबर्दस्त सभा हुई, वहीं तेजस्वी यादव ने राजद प्रत्याशी बीमा भारती की जीत के लिए कोई कसर नहीं छोड़ी. तेजस्वी ने कोढ़ा और पूर्णिया सदर में रोड शो भी किया. यह अलग बात है कि पीएम मोदी की सभा न रंग लायी और न तेजस्वी की बातें पर लोगों ने भरोसा जताया. इन दो महारथियों के बीच फंसे पप्पू यादव अकेले सीधे जनता की अदालत में गये और इंसाफ की गुहार लगायी. जनता ने भी उनकी बातें न केवल गौर से सुनीं, बल्कि वोट के जरिये अपना फैसला भी सुनाया. वोटों के तासीर से यह बात स्पष्ट हो चली है कि पप्पू को समाज के हर तबके का साथ मिला. यादव-मु्स्लिम का जहां खुलकर समर्थन मिला, वहीं जदयू से नाराज सवर्णों ने अपनी मौन स्वीकृति दी तो पिछड़ा और अति पिछड़ा समाज भी बीमा की जगह पप्पू पर विश्वास जताया. यही वजह है कि पप्पू यादव कुल छह में से चार विधानसभा में अपनी बढ़त बनायी
पूर्णिया को माफिया व दलालों से दिलायेंगे मुक्ति
कांटे की टक्कर के बाद अपनी जीत के परिणाम आने के बाद पूर्व सांसद पप्पू यादव ने कहा कि पूर्णिया को माफियाओं और दलालों से मुक्त करेंगे. भ्रष्टाचार को पनपने नहीं देंगे. पूर्णिया को वर्ल्ड का नंबर वन बनायेंगे. किसी की दलाली नहीं चलने देंगे. इसमें जनता का उन्हें सहयोग चाहिए. उन्होंने कहा कि जिस प्रकार से सभी जाति और धर्म से ऊपर उठकर जनता ने उन्हें जो प्यार दिया है, यह जीत उनके नाम समर्पित है. यह ऋण कभी नहीं चुका पाऊंगा. पूर्णिया मेरी मां की तरह है. हर परिवार को अपना बनाने का कोशिश करूंगा और बेटा बन कर रहूंगा. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी यहां आशीर्वाद देने आये. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार तीन दिन रहे. राजद के भाई आये, कोई बात नहीं. पूरे देश में एनडीए-इंडिया गठबंधन की हवा चल रही थी. मेरे साथ कोई नहीं था. अगर हमलोग मिल कर एक साथ चुनाव लड़ते तो बिहार में 15 से 20 सीट आती. खासकर सीमांचल में ऐसी स्थिति नहीं रहती. राहुल गांधी, प्रियंका गांधी आती तो बात कुछ और होती. निष्पक्ष मतगणना संपन्न कराने के लिए उन्होंने जिला प्रशासन खास कर जिला पदाधिकारी को धन्यवाद दिया. अंत में उन्होंने प्रणाम पूर्णिया, सलाम पूर्णिया और जोहार पूर्णिया कह कर यहां की जनता के प्रति आभार व्यक्त किया.