पूर्णिया. राज्य स्तरीय विद्यालय खेल प्रतियोगिता में राज्य के विभिन्न जिलों से भाग लेने आये खिलाड़ियों का उत्साह चरम पर है. सभी की निगाहों में बेहतर खेल प्रदर्शन करने और विजेता बन मेडल हासिल करने के सपने हैं. इसके लिए सभी ने तैयारी भी अच्छी की हैं. हालांकि राज्य स्तरीय खेल प्रतियोगिता में बालिका वर्ग के लिए हॉकी एवं बालक वर्ग के लिए एथलेटिक्स प्रतियोगिता का आयोजन पूर्णिया में किया जा रहा है. जिला प्रशासन द्वारा इनके आवासन से लेकर खेल प्रदर्शन तक के लिए व्यवस्था की गयी है. हॉकी टीम में बालिकाओं के लिए आवासन एवं खेल प्रदर्शन के लिए राजकीय कन्या उच्च विद्यालय का चयन किया गया है जबकि एथलेटिक्स प्रतियोगिता में शामिल होने आये बालकों के लिए जिला स्कूल में सारी व्यवस्था की गयी है. इनके खेल प्रदर्शन के लिए इंदिरा गांधी स्टेडियम को चुना गया है. मालूम हो कि बिहार राज्य खेल प्राधिकरण पटना तथा खेल विभाग बिहार पटना के संयुक्त तत्वाधान में 13 नवंबर से 14 नवंबर तक राज्यस्तरीय विद्यालय हॉकी बालिका अंडर 17 और राज्य स्तरीय विद्यालय हॉकी बालिका अंडर 14/19 का आयोजन 24 नवंबर से 26 नवंबर तक राजकीय कन्या उच्च विद्यालय में होगी. राज्यस्तरीय विद्यालय एथलेटिक्स बालक अंडर 19 खेल प्रतियोगिता 13 नवंबर से 16 नवंबर तक इंदिरा गांधी स्टेडियम में होगी. —————— मैं पटना जिले को रिप्रेजेंट करने पहली बार पूर्णिया आया हूं. यहां का मैदान सिंथेटिक ट्रैक काफी अच्छा है. इससे पहले मैंने ओपन गेम्स पाटलिपुत्रा स्टेडियम में खेला है. वहां से बेहतर ग्राउंड यहां का है. इसके पहले भी मैंने स्टेट गेम में हिस्सा लिया और मैडल भी हासिल किया है यह दूसरी बार विद्यालय स्तर पर खेलने आया हूं. मैंने अंडर 14 से गेम खेलना शुरू किया है इसके बाद अंडर 17 खेला और यह अंडर 19 का मेरे लिए आखिरी मौका है और इसके लिए मैंने तैयारियां भी भरपूर की है. पहले भी मैंने 100 मी एवं 200 मी दौड़ में सिल्वर तथा 110 मी बाधा दौड़ में गोल्ड पदक हासिल किया है इस बार भी उम्मीद है कि पटना के लिए गोल्ड मैडल हासिल करूं. ——————— स्टेट में मेरा 100 और 200 मी दौड़ में गोल्ड रहा है. यहां सिंथेटिक ट्रैक अच्छा है उसपर मैंने प्रैक्टिस भी की. बहुत अच्छा लग रहा है. पटना जिला से मुझे मौका मिला है मुझे इस बात की खुशी है. गोल्ड का लक्ष्य है. मेरे लिए भी अंडर 19 के लिए आखिरी मौक़ा है, कोशिश रहेगी कि नेशनल के लिए चुना जाऊं. इसके लिए तैयारी भी की है. हर दिन सुबह और शाम तीन तीन घंटे प्रैक्टिस करता रहा हूं. बिहार के खिलाड़ियों में जज्बा और जुनून दोनों है कुछ और भी फैसिलिटी मिले तो बहुत अच्छा रहेगा. स्कूल से लेकर घर प्रशिक्षण दे रहे कोच सभी से काफी सहयोग एवं प्रोत्साहन मिल रहा है. ——————– मैं भोजपुर जिले की ओर से अंडर 17 हॉकी के लिए यहां आयी हूं. पूरी टीम की अच्छी प्रैक्टिस है. सभी की कोशिश है कि एक साथ मिलकर खेल के मैदान में अपना दम खम दिखाएं और मेडल हासिल करें. खेल में भी अब बेहतर प्रदर्शन से बेहतर फ्यूचर है. यह सभी के लिए एक अवसर लेकर आया है और इसमें पूरी ऊर्जा लगा कर भोजपुर को मेडल दिलाना है. ————— हमारी टीम पूर्ण रूप से तैयार होकर आयी है. हम सभी ने हर दिन स्कूल ग्राउंड पर तीन-तीन घंटे की अच्छी प्रैक्टिस की है. हमारा डिफेंडर बेहद मजबूत है. टार्गेट तो सभी गोल्ड पर ही करते हैं. हम सब की भी कोशिश है कि मेडल हासिल करके ही अपना जिला लौटें और सबका मान बढ़ाएं. खेल में भी भविष्य निखारने का भरपूर मौका है. ——————– बिहार में सरकार द्वारा खिलाड़ियों के लिए बेहतरीन अवसर प्रदान किया जा रहा है. बच्चे नौकरी भी हासिल कर रहे हैं. पूर्णिया में सिंथेटिक ग्राउंड है और पहली बार प्रतियोगिता हो रही है. बच्चों में भी जागरूकता बढ़ी है. हर जिले से बच्चे आ रहे हैं. बिहार के बच्चे खेल में वहुत आगे बढ़ रहे हैं. राष्ट्रीय स्तर पर भी हाल में काफी मेडल हासिल किया है. ईस्ट जोन में 84 बिहार के बच्चों ने मेडल जीते हैं. अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी बिहार के बच्चों ने हिस्सा लिया है. खासकर खेल महानिदेशक रविन्द्र शंकरण जी के आने के बाद खेल के क्षेत्र में जबरदस्त क्रांति आयी है सरकार भी अपना पूर्ण सहयोग दे रही है. ——————– पांच वर्षों से एथलेटिक्स में बच्चे बेहतरीन प्रदर्शन कर रहे हैं. सरकार द्वारा मेडल लाओ नौकरी पाओ की घोषणा से भी बच्चों में उत्साह का संचार हुआ है. पहले से ज्यादा बच्चे आगे आ रहे हैं. पहले अच्छे कोच की भी कमी थी. बिहार में पांच छह जगहों पर एथलेटिक्स सेंटर के खुल जाने से भी बच्चों का बेहतर मार्गदर्शन हो रहा है. गांव के बच्चे आ रहे हैं वे अपनी प्रतिभा निखार कर दो से तीन बच्चे अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मेडल लेकर नैकरी में हैं. हर उम्र वर्ग में खिलाड़ियों के लिए संभावनाएं हैं. सबसे ज्यादा रुझान बच्चों का विभिन्न दूरी की दौड़, शॉट पुट तथा लॉन्ग पुट में है.
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