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Purnia news : मेन्युफैक्चरिंग हब बनने की राह पर पूर्णिया, छह महीने में तकरीबन 400 करोड़ के नये निवेश

Purnia news : बड़े हों अथवा छोटे सभी प्रकार के उद्यमियों को कारपोरेट स्तर का माहौल प्रदान करने के लिए जिला प्रशासन ने तैयारी कर रखी है.

Purnia news : अब वह दिन दूर नहीं जब रिंच और सिरिंज के नाम से विख्यात पूर्णिया बिहार के सबसे बड़े मेन्युफैक्चरिंग हब के रूप में जाना जायेगा. पूर्णिया इस राह पर चल पड़ाहै. ईस्ट-वेस्ट कॉरिडोर से जुड़े रहने की वजह से बाहर के उद्यमियों के लिए यह जिला आकर्षण का केंद्र बन रहा है. यही वजह है कि जब पूर्णिया के डीएम कुंदन कुमार ने स्टार्टअप पूर्णिया की नींव रखी, तब से नये-नये युवा उद्ममी इस ओर तेजी से आकर्षित हो रहे हैं. इसका नतीजा यह है कि पिछले छह माह के दौरान पूर्णिया में तकरीबन 400 करोड़ के नये निवेश किये गये हैं. यह अभी शुरुआती चरण है. आनेवाले दिनों में कई बड़ी कंपनियां भी अपना विस्तार करने के लिए पूर्णिया का रुख करेंगी. अगर यही रफ्तार रही, तो आनेवाले पांच-दस सालों में पूर्णिया सूबे का सबसे बड़ा मेन्युफैक्चरिंग हब बन जायेगा. इससे न केवल नये-नये रोजगार सृजित होंगे, बल्कि जिले की अर्थव्यवस्था में आमूल-चूल सुधार भी होगा.

कई बड़े इन्वेस्टर्स ने यहां उद्योग लगाने की स्वीकृति दी

पूर्णिया संभावनाओं का शहर है. सिर्फ इसे उचित माहौल की जरूरत है. यहां का माहौल देखकर नये-नये उद्यमी यहां आने लगे हैं. इस दिशा में न केवल प्रयास किये जा रहे हैं, बल्कि कई बड़े इन्वेस्टर्स ने यहां उद्योग लगाने की स्वीकृति भी दे दी है. जिले के मरंगा स्थित बियाडा की जमीन पर धीरे-धीरे ही सही कई छोटे-बड़े उद्योगों के शुरू होने के बाद हाल फिलहाल में जिला प्रशासन ने कुछ ऐसे प्रयास किये हैं, जिसके परिणाम स्वरूप लगभग 400 करोड़ रुपये के निवेश की संभावना अपने अंतिम मुकाम तक पहुंच चुकी है. इनमें से 375 करोड़ रुपये के फंड निवेश के लिए प्राप्त भी हो चुके हैं. पूर्णिया के जिलाधिकारी कुंदन कुमार ने गुरुवार को बियाडा में पत्रकारों के साथ इसपर खुलकर बात की और बताया कि समय के साथ बहुत सारी चीजें बदली हैं. यहां व्यवसाय अथवा उद्योग लगाने के संबंध में निवेश करनेवालों का भरोसा बढ़ाहै.

बड़े उद्योगों के आने के रास्ते हो रहे हैं प्रशस्त

जिस प्रकार से राज्य सरकार सुविधाएं बढ़ा रही हैं, उससे बड़े-बड़े उद्योगों के आने के रास्ते प्रशस्त हो रहे हैं. इससे यहां की अर्थव्यवस्था मजबूत होगी. युवाओं के लिए नये रोजगार के साधन यहीं डेवलप होंगे. साथ ही इंजीनियरिंग की पढ़ाई करनेवालों के इंटर्नशिप के लिए भी बढ़िया मौका मिलेगा. इससे प्रत्यक्ष एवं परोक्ष रूप से बड़े वर्ग को लाभ मिलेगा. डीएम ने यह भी कहा कि इसके लिए यहां निवेश करनेवालों को तमाम सुविधाएं उपलब्ध करानी होंगी, जिसके लिए जिला प्रशासन कटिबद्ध है. उन्होंने बताया कि इसके लिए सिंगल विंडो क्लियरिंग सिस्टम द्वारा हर प्रकार की सहायता उपलब्ध करायी जायेगी.

स्टार्टअप के तहत युवाओं को रोजगार देने का प्रयास

स्टार्टअप के तहत युवाओं को उद्योग लगाने और आत्मनिर्भर बनाते हुए अन्य लोगों को रोजगार देनेवाला बनाने के लिए भी प्रयास जारी है. डीएम ने यह भी कहा कि बिहार में हुनरमंद और उद्यमशील युवाओं की बड़ी तादाद है. 53 प्रतिशत युवा 35 साल की उम्र से भी नीचे के हैं. यह बेहतरीन अवसर है छोटे-छोटे उद्योगों के विकसित होने का. स्टार्टअप के जरिये आज जिले के उत्पाद विदेशों तक जाने लगे हैं. यह एक बड़ी उपलब्धि है. उन्होंने कृषि आधारित उद्योगों में मक्का और मखाना का हवाला देते हुए इनके प्रोसेसिंग यूनिट एवं बड़े उद्योगों को लगाने के लिए जिले को बेहद अनुकूल बताया. डीएम ने कहा कि जिस तरह से सड़क, रेल के साथ-साथ हवाई सेवा के लिए मार्ग प्रशस्त हो रहा है, उससे सभी तरह की इंडस्ट्री को चौतरफा माहौल मिलेगा. जब बड़ी कंपनियां लगेंगी, तो उनके लिए रॉ मेटेरियल अथवा लो प्रोसेस्ड प्रोडक्ट्स को बनानेवाली छोटी-छोटी कंपनियों का भी मार्ग प्रशस्त होगा.

कॉरपोरेट स्तर का बनाया जा रहा है माहौल

बड़े हों अथवा छोटे सभी प्रकार के उद्यमियों को कारपोरेट स्तर का माहौल प्रदान करने के लिए जिला प्रशासन ने तैयारी कर रखी है. बेहतर माहौल देने के लिए महानगरों और बड़े इंडस्ट्रियल कारपोरेट जगत के तर्ज पर बियाडा में ‘बीहब ’ बनाया गया है. इसमें छोटे-छोटे उद्यमियों को सस्ते दर पर ऑफिस मुहैया कराया जायेगा. इसी तरह प्लग एंड पे प्लेस मॉडल पर भी कम चल रहा है, जिससे उद्यमियों के लिए सस्ते दर पर लघु उद्योग लगाने के लिए जगह उपलब्ध करायी जाएगी. इसके साथ ही तमाम सुविधाएं उन्हें उपलब्ध करायी जाएंगी जिनकी उन्हें जरूरत है.

फूड प्रोसेसिंग पर ज्यादा फोकस

डीएम कुंदन कुमार ने बताया कि हमारा ज्यादा फोकस फूड प्रोसेसिंग की ओर है. इनमें मखाना, मक्का, प्रोबायोटिक पेय, सोया मिल्क, टोफू, शहद प्रोसेसिंग तथा वुड क्राफ्ट, बांस, टेक्सटाइल आदि मुख्य रूप से शामिल हैं. इसकी वजह है कि यहां मक्का, मखाना आदि की बहुतायत खेती होती है, लेकिन किसानों को इसका उचित लाभ नहीं मिल पाता है. यहां के किसानों द्वारा उगाये गये मक्का और मखाना के बल पर बड़ी-बड़ी कंपनियां दोगुना मुनाफा कमा रही हैं. इसलिए इन सभी को ध्यान में रखकर मक्का और मखाना आधारित उद्योग को बढ़ावा दिया जा रहा है, ताकि किसानों की आय में अच्छी बढ़ोतरी हो सके. इस दिशा में लगातार काम किया जा रहा है. अभी मखाना आधारित उद्योग पर फार्मले नामक कंपनी ने पूर्णिया में 25 करोड़ से अधिक का निवेश किया है. इसका प्रोडक्ट देश और विदेश जाता है.

डीएम की मेहनत का अब दिखने लगा रंग

डीएम कुंदन कुमार की पहल का अब रंग दिखने लगा है. दरअसल, स्टार्टअप जॉन चनपटिया बनाकर प्रधानमंत्री से अवार्ड पा चुके डीएम कुंदन कुमार ने पूर्णिया में स्टार्टअप पूर्णिया की नींव रखी. इसके बाद वह लगातार इसपर काम करते रहे. युवाओं को विभिन्न मंचों पर जॉब सीकर बल्कि जॉब क्रियेटर बनने के लिए प्रेरित किया. इसके लिए उन्होंने आइआइटी रूड़की से लेकर आइआइटीअसोम तक के विशेषज्ञों को बुलाकर पूर्णिया के युवक-युवतियों को प्रशिक्षण दिलवाया. इसके अलावा कई बड़ी कंपनियों के प्रतिनिधियों ने आकर यहां के युवकों को प्रशिक्षण के साथ जॉब देने और स्टार्टअप में मदद देने की शुरुआत भी की.

उद्यमियों को मिला सरकारी योजनाओं का लाभ

किसी भी राज्य में नये उद्यमी तब आते हैं, जब वहां की सरकार और स्थानीय जिला प्रशासन उद्योग लगाने के लिए अनुकूल परिस्थितियां बनाये. पिछले कई वर्षों से बिहार सरकार निवेश को बढ़ावा देने के लिए कई योजनाएं चला रही है. इसमें प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम (पीएमईजीपी), सूक्ष्म और लघु उद्यम उन्नयन योजना एवं मुख्यमंत्री उद्यमी योजना आदि शामिल हैं. इन योजनाओं के जरिये नये-नये उद्यमियों को लोन दिया जा रहा है.मेन्युफैक्चरिंग का समर्थन करने के लिए सरकार ने मुद्रालोन की सीमा को 10 लाख रुपये से बढ़ाकर 20 लाख रुपये कर दिया है.

बियाडा में कई ब्रांडेड कंपनियों के यूनिट

पूर्णिया के मरंगा स्थित बियाडा में कई ब्रांडेड कंपनियों ने अपने यूनिट लगायेहैं. बेकरी की नयी यूनिट लगायी गयी है, जो पूरे देश में प्रोडक्ट भेजती है. इसके अलावा बनमनखी में अडानी ग्रुप सरीखे नामी कंपनियों ने निवेश किया है. पूर्णिया में रेड टेप की यह पहली प्रोडक्शन यूनिट (उत्पादन इकाई) होगी.

विकसित किया जा रहा है नया बियाडा क्षेत्र

जिले में उद्योगों की असीम संभावनाओं को देखते हुए मरंगा स्थित बियाडा के अलावा जिला प्रशासन नये औद्योगिक परिसर के लिए जगह को लेकर कार्य कर रहा है, ताकि हर तरह के आनेवाले उद्योगों के लिए किसी भी प्रकार से जमीन एवं उद्योग लगाने के लिए आवश्यक जरूरतों की कोई परेशानी न रहे. इस संबंध में डीएम ने बताया कि बियाडा को मॉडर्न इंडस्ट्रियल एरिया बनाने के लिए 50 से 100 एकड़ भूभाग पर नया बियाडा क्षेत्र विकसित किया जा रहा है. उक्त स्थान पर औद्योगिक क्षेत्रों के लिए जरूरत के सभी उपाय किये जाएंगे. साथ ही बड़े औद्योगिक शहरों के तर्ज पर अन्य संसाधन भी जुटाए जाएंगे.

पूर्णिया में असीम संभावनाएं

डीएम कुंदन कुमार ने कहा कि उद्योग के क्षेत्र में पूर्णिया में असीम संभावनाएं हैं. बशर्ते नये उद्यमियों को अनुकूल माहौल मिले. इस दिशा में पूर्णिया जिला प्रशासन की ओर से लगातार प्रयास किया जा रहा है. इसका प्रतिफल है कि हाल के महीनों में 28 उद्यमियों ने करीब 400 करोड़ का निवेश किया है. ये निवेश फूड प्रोसेसिंग समेत अन्य क्षेत्रों में हैं.बड़ी कंपनियों के यहां निवेश के लिए कई कदम उठाये गये हैं, ताकि उन्हें उद्योग लगाने के लिए उचित माहौल मिल सके. छोटे-छोटे उद्यमियों को भी प्रोत्साहित किया जा रहा है. जॉब सीकर के बजाय जॉब क्रियेटर बनने के लिए युवाओं को प्रेरित किया जा रहा है.

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