पूर्णिया. शहर के थाना चौक स्थित सरस्वती शिशु मंदिर में शिशु वाटिका के जरिये बच्चे खेल-खेल में शिक्षा प्राप्त कर सकेंगे. शुक्रवार को विद्या भारती अखिल भारतीय शिक्षक संस्थान के महामंत्री अवनीश भटनागर ने इस शिशु वाटिका का शुभारंभ किया. इससे पहले विधि विधान से मंत्रोच्चार के साथ पूजा प्रारंभ हुई. शिशु वाटिका शुरू हो जाने आस-पास के लोगों को अपने छोटे छोटे बच्चों को शिक्षा देने में सहूलियत होगी. शिशु वाटिका में बच्चों के मनोरजंन के लिए विभिन्न तरह के झूले लगे हैं. वाटिका के बाहर व अंदर रंग बिरंगे कलरों से बहुत ही खूबसूरत रूप से कलाकृति की गयी है. इस अवसर पर महामंत्री श्री भटनागर ने बताया कि शिशु वाटिका में खेल-खेल में बच्चों को शिक्षा दी जाएगी. उन्होंने कहा कि शिशु वाटिका, भारतीय संस्कृति और स्वदेशी परिवेश के अनुरूप शिशुओं की अनौपचारिक शिक्षा पद्धति है. श्री भटनागर ने कहा कि विद्या भारती अखिल भारतीय शिक्षण संस्थान भारतीय जीवन पद्धति पर आधारित राष्ट्रीय शिक्षा प्रणाली विकास करने का प्रयास कर रही है. भारतीय जीवन दर्शन का मतलब व्यक्ति का सर्वांगीण विकास इसके तहत शारीरिक, मानसिक, बौद्धिक, आध्यात्मिक दृष्टि से पूर्ण विकसित करने के लिए विद्या भारती काम कर रही है. श्री भटनागर ने कहा कि यहां से बच्चे सुयोग्य नागरिक बन कर निगलेगें. इस मौके पर विद्या भारती अखिल भारतोय शिक्षक संस्थान की मंत्री मधुश्री संजीव सावली, प्रदेश सचिव रामलाल सिंह, सरस्वती शिशु बालिका मंदिर के अध्यक्ष डॉक्टर हरिनंदन राय, सरस्वती शिशु मंदिर के प्रधानाचार्य सहित शिक्षक-शिक्षिका एवं भैया-बहने मौजूद थे. फोटो. 13 पूर्णिया 18-शुभारंभ के दौरान महामंत्री, मंत्री एवं शिशु मंदिर की शिक्षिकाएं
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