फोटो 5 कैप्शन- धरना प्रदर्शन में शामिल आदिवासी समाज के लोग प्रतिनिधि, आजमनगर प्रखंड मुख्यालय में आबुआ संथाल समाज के बैनर तले एवं केंद्रीय सदस्य मनोज मुर्मू के नेतृत्व में एक दिवसीय धरना प्रदर्शन कार्यक्रम आयोजित की गयी. जिसमें अंचलाधिकारी सहित अन्य अंचल कर्मियों पर भ्रष्टाचार व मनमाने ढंग से काम करने सहित कई तरह के गंभीर आरोप लगाये गये. जिसमें म्यूटेशन के नाम पर अवैध वसूली, अंचल संबंधी कार्रवाई में बिचौलिया का हस्तक्षेप, भूमि माफियाओं के माध्यम से जमीन की अवैध खरीद बिक्री आदि से परेशान लोगों ने आक्रोश जताते हुए प्रदर्शन किया. साथ ही आदिवासी समाज के लोगों ने अंचल के खिलाफ आवाज बुलंद करते हुए कहा भ्रष्टाचार व मनमाने ढंग से काम करना बंद नहीं की गयी तो बड़ा आंदोलन किया जायेगा. आदिवासी समाज के लोगों ने प्रदर्शन के साथ-साथ थाना मैदान आजमनगर से केसरी चौक होते हुए प्रखंड मुख्यालय तक पैदल मार्च कर अंचल में फैले भ्रष्टाचार के खिलाफ नारेबाजी भी की. लोगों द्वारा प्रखंड विकास पदाधिकारी कुमार मुकेश के माध्यम से मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को पत्र लिखकर भ्रष्टाचार व अन्य मांगों को लेकर लिखित देकर कहा है कि म्यूटेशन के नाम पर अवैध वसूली न हो एवं नामांतरण समय पर हो, सिकमीधारी के वंशजों को सिकमी कायमी अधिकार दिया जाय, बंदोबस्ती पर्चा मिलने के बावजूद भू माफियाओं के अवैध कब्जे से मुक्ति दिलाया जाय. कार्यक्रम के दौरान संगठन के राष्ट्रीय सदस्य मनोज मुर्मू, प्रखंड अध्यक्ष पंकज मुर्मू, अखिल भारतीय आदिवासी प्रदेश सचिव हीरा उरांव, विकास परिषद मांझी, बाबा, राजा, टुडू, नरेश,टुडू, चेतन हांसदा, राजा लाल सोरेन, संजय मुर्मू, प्रधान मंडी, इतवारी हेंब्रम, महेश लाल हेंब्रम, मुंशीलाल सोरेन, रमेश टुडू, मेराज आलम, जावेद आलम आदि सैंकड़ों लोग शामिल रहे. कहते हैं अंचलाधिकारी अंचलाधिकारी रिजवान आलम ने कहा कि भ्रष्टाचार के विरुद्ध मेरे समक्ष अब तक कोई भी आवेदन प्रस्तुत नहीं हुआ है. प्रदर्शन हो रही है. यदि मैं भ्रष्टाचार में संलिप्त हूं तो वरीय पदाधिकारी मेरे खिलाफ कार्रवाई करेंगे और यदि कोई कर्मी है तो उनके खिलाफ मैं कार्रवाई करूंगा.
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