पूर्णिया. आम आदमी पार्टी के बिहार प्रदेश प्रवक्ता नियाज अहमद ने जनसुराज पार्टी द्वारा शराब बंदी को खत्म किए जाने की घोषणा की निंदा करते हुए कहा कि एक समय था जब महात्मा गांधी ने शराबबंदी के लिए आंदोलन खड़ा किया था, लोगों को नैतिकता और संयम की राह दिखाने के लिए. मगर आज उसी गांधी जी के जन्मदिन पर एक राजनीतिक दल का गठन होता है, और पूरा मैदान गांधी की तस्वीरों से सजा रहता है जहां कभी गांधी जी की तख़्ती पर लिखा होता था शराब छोड़ो, वहां अब माइक पर गर्जना होती है, अगर हमारी सरकार बनी, तो दस मिनट में शराब चालू कर देंगे. जहां एक तरफ गांधी जी के आदर्शों की बातें हो रही हैं, वहीं दूसरी तरफ सत्ता पाने के लिए नैतिकता को भुला दिया गया है. गांधी जी के आदर्शों को अब केवल पोस्टर पर दिखाने की जरूरत है, क्योंकि असली राजनीति तो शराब के ठेके से होती है.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है