गैर भाजपाई दलों के गठबंधन I.N.D.I.A. ( इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इन्क्लूसिव अलायंस) में सीटों के बटवारे को अंतिम रूप देने के पहले कांग्रेस के शीर्ष नेतृत्व ने बिहार के वरिष्ठ कांग्रेसी नेताओं के साथ दिल्ली में बैठक की है. इस बैठक में सहयोगी दलों के साथ सीट बंटवारे को लेकर सामंजस्य बैठाने पर जोर देने के साथ ही एक कार्य योजना के साथ आगे बढ़ने का फैसला किया गया.
मंगलवार को कांग्रेस मुख्यालय में हुई इस बैठक में बिहार में संगठन की स्थिति, चुनाव की तैयारियों और सीट बंटवारे को लेकर चर्चा हुई. बैठक में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी, संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल, बिहार प्रभारी मोहन प्रकाश, प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष अखिलेश प्रसाद सिंह और कई अन्य नेता मौजूद थे.
बैठक के बाद मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा कि लोक सभा चुनाव संबंधित तैयारियों को लेकर बिहार कांग्रेस नेताओं से चर्चा हुई. बिहार में महागठबंधन सरकार मजबूती से बिहार के लोगों को आशा के अनुरूप काम कर रही है. हम सामाजिक न्याय के प्रति प्रतिबद्ध हैं. बिहार की तरक्की, खुशहाली और अमन-चैन के लिए कांग्रेस का एक-एक कार्यकर्ता पूरी मेहनत से जन-जन तक जाने को और बिहार के लोगों की आकांक्षाओं के अनुरूप खरा उतरने को तत्पर है.
बैठक के बाद अखिलेश प्रसाद सिंह ने कहा कि यह पहले से स्पष्ट है कि कांग्रेस बिहार में गठबंधन में चुनाव लड़ेगी. इसके लिए एक कार्य योजना बनायी गई है, उसे विस्तृत रूप देकर आगे बढ़ेंगे. उन्होंने बताया कि 29 दिसंबर को गठबंधन समिति की बैठक में सीटों को लेकर प्रदेश कांग्रेस कमेटी की तरफ से अपनी बात रखी जाएगी. उन्होंने कहा कि खरगे और राहुल गांधी ने विस्तार से हमारी बात सुनी. उन्होंने कुछ बातें बताई, हम इस पर रूपरेखा तैयार करके आगे बढ़ेंगे.
अखिलेश सिंह ने सीट बंटवारे को लेकर कहा कि पिछली बार हम राष्ट्रीय जनता दल और वाम दलों के साथ मिलकर चुनाव लड़े थे. इस बार जदयू भी है. एक दो सीट आगे-पीछे होने में कोई तकलीफ नहीं है. हम सामंजस्य बनाकर लड़ेंगे और भाजपा को हराएंगे.
Also Read: Bihar: मांझी के बाद शराबबंदी को लेकर कांग्रेस ने की ये मांग, कांग्रेस विधायक ने अधिकारियों पर लगाए गंभीर आरोपबता दें कि पिछली दफा लोकसभा चुनाव में कांग्रेस ने राज्य की नौ लोकसभा सीटों पर चुनाव लड़ी थी. जिसमें उसे सिर्फ किशनगंज लोकसभा क्षेत्र में सफलता मिली थी. उस समय पार्टी का तालमेल राजद के साथ था. इस बार भी कांग्रेस इंडिया गठबंधन के घटक दलों के साथ बिहार में सम्मानजनक सीटें चाहती है. माना जा रहा है कि इंडिया गठबंधन की अगली बैठक के पूर्व सीटों के बंटवारे का मसला सुलझा लिया जायेगा.
Also Read: Bihar Politics: राष्ट्रीय अध्यक्ष पद से ललन सिंह के इस्तीफे का जदयू ने किया खंडन, पढ़िए क्या बोले विजय चौधरीबीते दिनों इंडिया गठबंधन की नयी दिल्ली की हुई बैठक में इस बात पर सहमति बनी थी कि सीटों के बटवारे में जिस प्रदेश में क्षेत्रीय दल ताकतवर हैं, वहां उनकी प्राथमिकता होगी. बिहार में जदयू के जहां सोलह लोकसभा के सदस्य हैं. वहीं राजद की विधानसभा में 79 विधायक हैं. ऐसी स्थिति में सीटों के बटवारे में जदयू और राजद की बराबर की हिस्सेदारी हो सकती है. बाकी की सीटों में आधा कांग्रेस को दी जायेगी और बाकी की सीटें वामदलों के हिस्से में आयेगी. इसी फार्मूले पर इंडिया के घटक दलों की बातचीत आगे बढ़ी है.