पटना. बिहार में छह राज्यसभा सीटों के लिए हो रहे द्विवार्षिक चुनाव में सभी दलों के उम्मीदवार निर्विरोध चुने जाएंगे. गुरुवार को नामांकन की आखिरी तारीख है. बुधवार को बीजेपी से डॉ. भीम सिंह और धर्मशीला गुप्ता, जेडीयू से संजय कुमार झा और कांग्रेस से डॉ. अखिलेश प्रसाद सिंह ने अपना नामांकन पर्चा दाखिल किया. गुरुवार को राजद के दोनों अधिकृत प्रत्याशी अपना नामांकन दाखिल करेंगे. यदि गुरुवार को तीन बजे तक किसी अन्य ने नामांकन दाखिल नहीं किया तो मंगलवार 20 फरवरी को नामांकन वापसी के दिन सभी दलों के उम्मीदवार निर्विरोध निर्वाचित घोषित कर दिये जायेंगे. चुनाव आने पर 27 फरवरी को वोटिंग होगी. जिसकी संभावना फिलहाल बहुत कम नजर आ रही है.
छह सीटों के लिए हो रहे चुनाव में भाजपा को एक सीट का फायदा हुआ है. वहीं, जदयू को एक सीट का नुकसान हो रहा है. अप्रैल में जदयू के दो मौजूदा राज्यसभा सदस्य वशिष्ठ नारायण सिंह और अनिल हेगड़े का कार्यकाल पूरा हो रहा है. वहीं, भाजपा में पूर्व उप मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी का कार्यकाल समाप्त होगा. कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष डॉ अखिलेश प्रसाद सिंह का मौजूदा कार्यकाल भी अप्रैल को समाप्त हो जायेगा. उन्हें पार्टी ने दूसरी बार उम्मीदवार बनाने का अवसर दिया है.
दूसरी ओर, राजद ने अपने मौजूदा एक सांसद प्रो मनोज कुमार झा को दूसरी बार उम्मीदवार बनाया है. दूसरी सीट के लिए चल रहा सस्पेंस बुधवार को खत्म हुआ जब राष्ट्रीय अध्यक्ष लालू प्रसाद ने तेजस्वी यादव के सलाहकार संजय यादव को उम्मीदवार बनाकर सबको चौंका दिया. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार बुधवार को राज्यसभा चुनाव के लिए एनडीए प्रत्याशियों के नामांकन में शामिल हुए. इस दौरान उप मुख्यमंत्री सम्राट चौधरी व विजय कुमार सिन्हा, जदयू सांसद राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह, भाजपा सांसद सुशील कुमार मोदी, पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी आदि उपस्थित थे.
विधानसभा की संख्या बल के हिसाब से एक उम्मीदवार को जीत के लिए 35 विधायकों के वोट की जरूरत होगी. भाजपा के दो उम्मीदवार हैं, उनके लिए 70 विधायकों के मतों की जरूरत होगी, जबकि उसके 78 विधायक हैं. वहीं, जदयू के संजय झा की जीत के लिए 35 विधायकों के वोट की जरूरत होगी. जबकि जदयू के 45 विधायक हैं. वहीं, राजद के पास भी छह सरप्लस वोट हैं. कांग्रेस उम्मीदवार की जीत के लिए अपने 19 विधायकों के अलावा राजद के सरप्लस छह और वामदलों के 16 विधायकों में से कम से कम 10 के वोट की दरकार होगी.
राज्यसभा चुनाव के लिए बिहार से सातवें उम्मीदवार की गुंजाइश नहीं दिखती है. प्रावधानों के अनुसार किसी उम्मीदवार के लिए नामांकन के समय कम से कम 10 विधायकों के समर्थन की जरूरत होगी. लेकिन, दलीय उम्मीदवारों के वोट के बाद किसी भी दल के पास इतने अधिक वोट उपलब्ध नहीं हैं.
राजद ने राज्य सभा के लिए अपने राष्ट्रीय प्रवक्ता प्रो मनोज कुमार झा और संजय कुमार यादव को राज्यसभा द्विवार्षिक चुनाव 2024 का प्रत्याशी घोषित किया है. राजद के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह ने बुधवार को इसकी आधिकारिक घोषणा की है. यह घोषणा राजद के राष्ट्रीय अध्यक्ष लालू प्रसाद और पूर्व उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव के विमर्श के बाद की गयी है. दोनों राजद नेता 15 फरवरी को राज्य सभा के लिए नामांकन करेंगे. राजद के राष्ट्रीय प्रवक्ता मनोज झा राज्य सभा के लिए दूसरी बार भेजे जा रहे हैं. जबकि संजय यादव पहली बार राज्य सभा के लिए नामांकित हैं. इससे पहले वह राजद नेता तेजस्वी यादव के सलाहकार के रूप में काम करते रहे हैं. हालांकि उन्हें हाल ही में गठित गठबंधन इंडिया की समन्वय समिति के सदस्य बनाये गये हैं.
बिहार में राज्यसभा के छह सीटों के लिए 27 फरवरी को चुनाव होना है. इसके लिए बुधवार को विधानसभा सचिव के कक्ष में भाजपा से भीम सिंह और डॉ धर्मशीला गुप्ता, जदयू से संजय झा ने राज्यसभा के लिए नामांकन दाखिल किया. वहीं, कांग्रेस से अखिलेश प्रसाद सिंह ने नामांकन किया है. भीम सिंह, डॉ धर्मशीला गुप्ता और डॉ अखिलेश प्रसाद सिंह ने दो-दो सेटों में, जबकि पूर्व जल संसाधन मंत्री संजय कुमार झा ने तीन सेटों में राज्यसभा के लिए नामांकन दाखिल किया. कांग्रेस के अखिलेश प्रसाद सिंह के साथ कांग्रेस के वरिष्ठ नेता तारिक अनवर, विधायक दल के नेता शकील अहमद खान, अजीत शर्मा ,संजय कुमार तिवारी, पूर्व प्रदेश अध्यक्ष मदन मोहन झा और माले विधायक महबूब आलम आदि मौजूद थे.
एनडीए के तीनों प्रत्याशियों ने पहली बार राज्यसभा चुनाव के लिए नामांकन दाखिल किया है. भाजपा की धर्मशीला गुप्ता किसी भी सदन की सदस्य नहीं रही हैं. वे पहली बार किसी सदन की सदस्य बनने जा रही हैं. इसी तरह राजद के उम्मीदवार संजय यादव भी अब तक किसी भी सदन के सदस्य नहीं रहे हैं. हरियाणा के मूल निवासी संजय यादव पहली बार किसी सदन के सदस्य बनेंगे, जबकि, भाजपा के भीम सिंह और जदयू के संजय झा विधान परिषद के सदस्य और नीतीश कुमार मंत्रिमंडल में मंत्री भी रहे हैं. वहीं, कांग्रेस के डाॅ अखिलेश प्रसाद सिंह दूसरी बार राज्यसभा जा रहे हैं.
उम्मीदवार का नाम स्वयं की संपत्ति पति/पत्नी की संपत्ति
संजय झा 4.30 करोड़ 3.63 करोड़
भीम सिंह 1.20 करोड़ 54.48 लाख
डॉधर्मशीला गुप्ता 42.80 लाख 34.73 लाख
डॉ अखिलेश प्रसाद सिंह 4.54 करोड़ 6.01 करोड़
भाकपा माले महासचिव दीपंकर भट्टाचार्य ने बुधवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा कि लोकसभा चुनाव को लेकर जल्द ही सीट शेयरिंग पर अंतिम निर्णय होगा. भाकपा माले की दावेदारी पांच सीट से बढ़ेगी.कहा कि हम सभी चाहते थे कि पार्टी नेताओं की संख्या राज्यसभा एवं विधान परिषद में पहुंचे, लेकिन इस बार गठबंधन के लिए पार्टी ने राज्यसभा सीट का त्याग किया है. मंगलवार को कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खरगे व तेजस्वी यादव से बात होने के बाद यह निर्णय लिया गया है. उन्होंने कहा कि हम कभी भी राज्यसभा और लोकसभा के लिए उम्मीदवार नहीं थे. हम सदन के बाहर ही रह कर काम करेंगे.
पत्रकारों के सवाल पर कहा कि बिहार में भाजपा साजिश के तहत सत्ता में दोबारा आयी है. इस तिकड़म का जवाब जनता लोकसभा व विधानसभा चुनाव में देगी.पुलिस के बल पर बिहार में सरकार बनायी गयी है.दीपंकर ने कहा कि माले विधायक मनोज मंजिल सहित 23 लोगों को आजीवन कारावास की सजा राजनीतिक दुर्भावना से ग्रसित है. पार्टी इस फैसले के खिलाफ में हाइकोर्ट और जनता के समक्ष अपील करेगी. वहीं, विरोध सप्ताह मनाया जायेगा.
Also Read: राज्यसभा: जेपी नड्डा से लेकर अशोक चव्हाण तक, BJP ने जारी की उम्मीदवारों की ताजा लिस्ट, इन्हें बनाया प्रत्याशीमुख्यमंत्री नीतीश कुमार बुधवार को राज्यसभा चुनाव के लिए एनडीए प्रत्याशियों के नामांकन में शामिल हुये. विधानसभा सचिव के कार्यालय में भाजपा से डॉ भीम सिंह और डॉ धर्मशीला गुप्ता जबकि जदयू से संजय कुमार झा ने राज्यसभा के लिये नामांकन किया. नामांकन के दौरान उप मुख्यमंत्री सम्राट चौधरी, उप मुख्यमंत्री विजय कुमार सिन्हा, जदयू सांसद राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह, भाजपा सांसद सुशील कुमार मोदी, पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी आदि उपस्थित थे.
दूसरी ओर, बिहार विधानसभा के अध्यक्ष पद पर भाजपा के नंदकिशोर यादव गुरुवार को निर्विरोध निर्वाचित होंगे. अध्यक्ष पद के निर्वाचन के लिए एक मात्र नंदकिशोर यादव ने नामांकन भरा है. चुनाव के लिए गुरुवार को विधानसभा की विशेष बैठक बुलायी गयी है. नियमानुसार मौजूदा उपाध्यक्ष महेश्वर हजारी अध्यक्ष पद के लिए एक ही नामांकन होने की सदन को सूचना देंगे. इसके बाद सर्वसम्मति से नंदकिशोर यादव के निर्विरोध अध्यक्ष चुन लिये जाने की घोषणा की जायेगी. नंदकिशोर यादव भाजपा के वरिष्ठ नेता हैं और वे कई विभागों के मंत्री रह चुके हैं.
Also Read: राजस्थान से सोनिया गांधी ने भरा राज्यसभा चुनाव के लिए नामांकन, रायबरेली को कहा ‘अलविदा’