Ramcharitmanas Controversy: बिहार के शिक्षा मंत्री प्रो चंद्रशेखर समेत कई नेता रामचरितमानस पर विवादित बयान देने से बाज नहीं आ रहे हैं. बिहार विधानसभा के बजट सत्र में भाजपा के विरोध के बीच उन्होंने कहा कि वो अपना बयान पर कायम हैं. रामचरितमानस में कुछ कचरा है. उसे साफ करने की जरूरत है. इसके बाद अब धर्मगुरू स्वामी रामभद्राचार्य ने उन्हें ललकारा है. उन्होंने कहा कि रामचरित मानस भारत में ही नहीं बल्कि विदेशों में भी पूजनीय है. ये बातें उन्होंने बिहार के अरवल जिले के करपी में आयोजित एक कार्यक्रम में कहा.
रामकथा के अंतिम दिन गुरुवार को बिहार के राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ अर्लेकर ने अपनी पत्नी के साथ स्वामी रामभद्राचार्य जी महाराज का आशीर्वाद प्राप्त किया. स्वामीजी ने कहा कि जो रामचरितमानस इतना पवित्र है उसे बिहार के शिक्षा मंत्री अपमानित करते हैं. यह शिक्षा मंत्री रामचरित मानस का क, ख, ग भी नहीं जानते हैं. इनके मन में जो गंदगी फैली हुई है इसे निकालनी चाहिए. बिना ज्ञान के किसी भी महाग्रंथ पर बोलना अशोभनीय है. विदेशों में आज जो भारतीय संस्कृति है वह श्रीरामचरित मानस की देन है. अंग्रेजों ने जिन भारतीयों को भारत से लेकर विदेशों में भेजा वह श्रीरामचरित मानस की देन है कि वहां के रहने वाले लोग आज रामचरित मानस की पूजा करते हैं.
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स्वामीजी ने महामहिम राज्यपाल से अनुरोध किया कि आप अपने विशेषाधिकार का प्रयोग करते हुए शिक्षा मंत्री को बर्खास्त करें. उन्होंने शिक्षा मंत्री को श्राप देते हुए कहा कि अब अगली बार कभी भी मंत्री नहीं बन पायेंगे. बता दें कि आयोजन में बड़ी संख्या में स्वामी जी के अनुयायी और राम भक्त भी मौजूद थे. इससे पहले भी स्वामी रामभद्राचार्य ने मामले में तीखी टिपणी की थी. उन्होंने कहा कि रामचरित मानस पर राजनीति की जा रही है. श्री राम का अपमान किया जा रहा है. जिसे रामचरित मानस पर कुछ संदेह हो वो मुझसे आकर मिले. मुझसे इसपर चर्चा करे.