देशी-विदेशी सैलानियों को आकर्षित करने और स्थानीय लोगों की सुविधा के लिए गंगा नदी के किनारे रिवर फ्रंट बनाने की कवायद शुरू हो गयी है. केंद्रीय ऊर्जा, नवीन एवं नवीकरणीय मंत्री एवं सांसद आरके सिंह की पहल पर गंगा नदी के किनारे महुली घाट से सिन्हा घाट तक लगभग तीन किलोमीटर के क्षेत्र में घाट को रिवर फ्रंट की तर्ज पर विकसित करने की योजना तैयार की जा रही है. इस सिलसिले में रिवर फ्रंट की संभावनाओं के आकलन के लिए केंद्रीय ऊर्जा मंत्री सिंह ने बड़हरा के विधायक राघवेंद्र प्रताप सिंह, भोजपुर के उप विकास आयुक्त व स्थानीय जन प्रतिनिधियों के साथ स्थल निरीक्षण किया. इस क्रम में सिंह ने रिवर फ्रंट के निर्माण के दृष्टिकोण से इससे जुड़े जलमार्ग से स्वयं भ्रमण कर अवलोकन तथा आकलन किया.
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि गंगा नदी के किनारे रिवर फ्रंट का निर्माण होने से न केवल इस स्थल का सौंदर्यीकरण होगा, बल्कि आने वाले दिनों में इसके प्रति देशी – विदेशी सैलानियों का भी आकर्षण बढ़ेगा. इससे आरा, जगदीशपुर आदि इलाके में पर्यटन उद्योग को भी विकसित किया जा सकेगा. उन्होंने कहा कि आरा के निकट प्रस्तावित रिवर फ्रंट और बाबू वीर कुंवर सिंह की जन्मस्थली जगदीशपुर का सौंदर्यीकरण कर इसे एक पर्यटक सर्किट के रूप में विकसित करने की हमारी योजना है.
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सिंह ने अपने संसदीय क्षेत्र के विकास कार्यों की समीक्षा के लिए 20 से 22 मई तक त्रिदिवसीय भ्रमण कार्यक्रम के दौरान संदेश, सहार, बड़हरा, उदवंतनगर, अंगिआंव, कोइलवर, गड़हनी प्रखंड के नागरिकों व स्थानीय जन प्रतिनिधियों की उपस्थिति में विकास योजनाओं के क्रियान्वयन पर व्यापक चर्चा की. इनके सुझावों पर संबंधित अधिकारियों को अविलंब कार्रवाई के लिए निर्देश दिया. इस दौरान उन्होंने आरा के महुली घाट से ऐतिहासिक सिन्हा घाट तक दो स्थानों पर निर्मित एक हाइमास्ट लाइट के अलावा दो-दो अतिरिक्त हाइमास्ट लाइट लगाने तथा लोगों की सहूलियत के लिए दोनों स्थानों पर यात्री शेड के निर्माण का निर्देश संबंधित अधिकारियों को दिया.