Bihar News: बिहार के समस्तीपुर जिला के सबसे बड़े शराब माफिया को पकड़ने के बाद वापिस उसने छोड़ दिया गया. इस मामले में एसपी ने बेनी थानाध्यक्ष शकील अहमद को निलम्बित कर दिया है. इस मामले में एसपी ने जांच के बाद थानाध्यक्ष के खिलाफ एक्सन लिया.
30 अगस्त का है ये मामला
समस्तीपुर में बड़े पैमाने पर शराब माफिया की गिरफ्तारी हुई फिर उसे कुछ पैसे लेकर छोड़ दिया गया. बीते 30 अगस्त की सुबह समस्तीपुर के मुसरीधरारी थाना क्षेत्र का वांटेड शराब माफिया राजीव रंजन उर्फ राकेश महतो को जिले के वैनी थानाध्यक्ष ने वाहन जांच के दौरान पकड़ा था, पर मुसरीधरारी पुलिस को बिना जानकारी दिए अपने थाना वैनी ले गए. जहां 4 घंटे बाद घूस लेकर माफिया को छोड़ दिया.
थानाध्यक्ष ने आरोपी के साथ की डील
वैनी थाने से निकलने के बाद राजीव मुजफ्फरपुर जा रहा था. रास्ते में दूसरे शराब माफिया करपुरीग्राम निवासी छोटू सिंह ने फायरिंग कर दी थी. इस घटना के बाद शराब माफिया राजीव को मीडिया में बयान देते हुए जब मुसरीधरारी पुलिस ने देखा. मुसरीधरारी के पुलिस ने एसपी को इस बाद की जानकारी देकर सूचित किया.
इस मामले में जांच की जिम्मेदारी एसएसपी संजय पांडेय को मिली. इस मामले की जब जांच शुरू हुयी तो पता चला कि पुलिस को शराब माफिया की गुप्त सूचना मिली थी. उसी गुप्त सूचना के आधार पर थानाध्यक्ष ने माफिया राजीव को पहचान लिया और उसे अपने साथ थाने ले गए। आरोपी के खिलाफ थाने में केस दर्ज था उसके बावजूद थानाध्यक्ष ने आरोपी के साथ डील कर उसे छोड़ दिया.
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एसपी विनय तिवारी ने क्या कहा
एसपी विनय तिवारी ने बताया कि वैनी थाना अध्यक्ष के भ्रष्ट रवैया से गोलीबारी की घटना हुई. अगर तस्कर की मौत होती तो विधि व्यवस्था की समस्या उत्पन्न हो सकती थी. जिस कारण उन्हें निलंबित कर दिया गया. कार्रवाई एएसपी संजय पांडे की रिपोर्ट के आधार पर की गई है.