समस्तीपुर : जिले की सरकारी विद्यालयों में अध्ययनरत वर्ग तीन, छह और नौवीं के छात्रों की टेलिफोनिक कॉल के माध्यम से डिजिटल रिपोर्ट कार्ड तैयार किया जायेगा. इस कार्यक्रम के तहत डायट के प्रशिक्षु छात्रों को रिपोर्ट कार्ड बनाने की जिम्मेदारी दी गई है. कार्यक्रम का सफल संचालन को लेकर प्रशिक्षुओं को प्रशिक्षित भी किया गया है. कार्यक्रम को लेकर राज्य शिक्षा व शोध परिषद ने डायट के प्रधानाचार्य को निर्देश दिया है. जिला शिक्षा पदाधिकारी को भी डिजिटल रिपोर्ट कार्ड बनाने को लेकर सहयोग प्रदान करने का निवेदन किया है. ताकि प्रशिक्षु छात्रों द्वारा किये जाने वाले टेलिफोनिक कॉल के दौरान विद्यालय के प्रधानाध्यापक उन्हें सहयोग कर सकें. एससीईआरटी द्वारा जारी पत्र में कहा गया है कि वर्ग तीन, छह और नौ के छात्रों का टेलीफोन कॉल के माध्यम से मूल्यांकन करते हुए डिजिटल रिपोर्ट कार्ड तैयार किया जाना है. इस दौरान प्रशिक्षुओं द्वारा विद्यालय में शिक्षण की गुणवत्ता की जांच फोन के माध्यम से सर्वेक्षण कर किया जायेगा. मूल्यांकन को लेकर एससीईआरटी के द्वारा वर्ग तीन एवं छह के लिए हिन्दी, गणित और द वर्ल्ड अराउंड अस विषय से संबंधित प्रश्न तैयार किया गया है. वहीं, नौवीं वर्ग के छात्रों के लिए हिन्दी, गणित, विज्ञान एवं सामाजिक विज्ञान विषय के बहु वैकल्पिक प्रश्न पूछे जायेंगे. सर्वेक्षण को लेकर आवंटित प्रखंडों में मेंटर व्याख्याता के नेतृत्व में प्रशिक्षुओं को जिले की उक्त वर्ग के अंतर्गत आने वाली सभी विद्यालयों के यू-डायस कोड व प्रधानाध्यापकों का फोन नंबर उपलब्ध कराया गया है. उपलब्ध कराये गये फोन नंबर के आधार पर डायट के प्रशिक्षुओं द्वारा प्रधानाध्यापक के मोबाइल से संपर्क कर मॉडल सेट से प्रश्न पूछा जायेगा. फिर छात्रों के उत्तर को गूगल फॉर्म में दर्ज किया जायेगा. डीपीओ एसएसए मानवेंद्र कुमार राय ने बताया कि सर्वेक्षण का कार्य डायट, बायट आदि में प्रशिक्षु शिक्षक करेंगे. प्रशिक्षुओं को स्कूल का नाम, यू-डायस कोड एवं एचएम का मोबाइल नंबर उपलब्ध कराया जायेगा. एचएम को प्रशिक्षु शिक्षक सर्वेक्षण से संबंधित जानकारी देंगे और बच्चों से मॉडल सेट से प्रश्न पूछेंगे. एक दिन में प्रत्येक प्रशिक्षु शिक्षक 15 छात्रों का सर्वेक्षण करेंगे. गूगल फॉर्म के माध्यम से प्रश्न पूछकर उत्तर दर्ज किये जायेंगे. कक्षा 3 और 6 के बच्चों से हिंदी, गणित एवं विश्व की समसामयिक घटनाओं पर आधारित प्रश्न पूछे जायेंगे.
तीन माह में प्रबंध समिति की होगी बैठक
प्रत्येक तीन माह पर विद्यालय प्रबंध समिति की बैठक करना अनिवार्य होगा. विशेष परिस्थिति में अध्यक्ष की अनुमति पर 48 घंटे पहले नोटिस देकर बैठक बुलायी जा सकती है. विद्यालय प्रबंध समिति का मुख्य कार्य शिक्षा विभाग द्वारा दिये गये आदेश का पालन करना, विद्यालय कोष, सरकार द्वारा प्राप्त अनुदान व अन्य स्रोत से प्राप्त आय का समुचित हिसाब-किताब रखना व उनका समुचित उपयोग करना, शिक्षकों की योग्यता व स्वीकृत पद के अनुसार शिक्षकों का नियोजन व नियमित रूप से समय पर वेतन का भुगतान करना.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है