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लहलादपुर में एक घंटे के अंतराल में धराशायी हो गये गंडकी नदी पर बने दो पुल

महज एक घंटे के अंतराल पर प्रखंड के जनता बाजार के पास 40 फुट लंबे और करीब 15 फुट चौड़े पुल के धराशायी हो जाने के बाद लोगों में दहशत का माहौल है.

छपरा/लहलादपुर. महज एक घंटे के अंतराल पर प्रखंड के जनता बाजार के पास 40 फुट लंबे और करीब 15 फुट चौड़े पुल के धराशायी हो जाने के बाद लोगों में दहशत का माहौल है. जनता बाजार के आस-पास और भी कई छोटे-बड़े पुल मौजूद है. अब लोग ऐसे पुल पर से गुजरने से भी डर रहे है. स्थानीय लोगों का कहना है कि काफी संघर्ष और मांग के बाद आवागमन सहज बनाने के लिए पुल का निर्माण हुआ था, लेकिन अब प्रखंड के 12 से अधिक गांवों का संपर्क पूरी तरह जनता बाजार के मुख्य मार्ग से टूट चुका है. बरसात के के समय में अब लोग ग्रामीण इलाके के पगडंडियों से पांच से आठ किलोमीटर का फेरा लगाते हुए मुख्य मार्ग तक पहुंचने को मजबूर दिख रहे है.

दो बजे गिरा पहला पुल, एक घंटे बाद दूसरा पुल गिरने की आयी सूचना

जनता बाजार में ढ़ोढ़नाथ मंदिर से करीब पांच सौ मीटर उत्तर में वर्ष 2005 में तत्कालीन विधायक धुमल सिंह के विधायक कोष से इस पुल का निर्माण हुआ था. बीच में दो-तीन बार पुल के उपरी सतह का मेंटेनेंस भी हुआ. इसी बीच बुधवार करीब दो बजे यह पुल धराशायी हो गया. अभी इस पुल गिरने के हादसे की चर्चा जिले के अलग-अलग प्रखंडों तक फैलनी शुरू ही हुई थी. इसी बीच महज एक घंटे बाद दोपहर तीन बजे इसी पुल से करीब 800 मीटर दूर गंडकी नदी पर ही बने दंदासपुर जंगल विलास टोला स्थित वर्ष 1936 में बना ब्रिटिशकालीन पुल भी ध्वस्त हो गया. इस पुल को भेटवलिया गांव के कुशवाहा परिवार के लोगों ने बनवाया था.

पहले से ही पुल गिरने का हो गया था अंदेशा, हताहत होने से बचे लोग

स्थानीय लोगों ने बताया कि दोनों पुल से नियमित रूप से हजारों लोग आवागमन करते है. ढ़ोढ़नाथ के नजदीक वाला पुल पंडितपुर के धमसर, टेहरा, सोनिया, राजपुर, बादर जमीन आदि गांवों को जोड़ता है. वहीं दूसरा पुल किसुनपुर पंचायत व दंदासपुर के लोगों को जोड़ता है. ढ़ोढ़ स्थान के नजदीक वाले पुल के गिरने का अंदेशा लोगों को पहले ही हो गया था. चूंकि पुल के उपरी सतह पर लोगों को दरार दिखनी शुरू हुई. जिसके बाद से स्थानीय लोगों के पहल से दोनों ओर का आवागमन रोक दिया गया. बड़ी संख्या में ग्रामीण वहां जुट गये और वीडिओ बनाने लगे. पुल का उपरी हिस्सा दरकने के 30 से 35 मिनट बाद पुल ध्वस्त हो गया.

गंडकी नदी से कुछ दिन पहले ही हुई है गाद की सफाई

प्राप्त जानकारी के अनुसार कुछ दिन पहले ही गंडकी नदी में जमा हुए कचरे व गाज की सफाई करायी गयी है. जिसमें जेसीबी का भी इस्तेमाल हुआ है. ठेकेदार ने गाज की सफाई के दौरान कुछ अधिक मिट्टी निकाल ली है. जिस कारण पुल के पाये के पास गड्ढ़ा हो गया था. यह नदी गोपालगंज के भैसालोटन से होकर सोनपुर तक जाती है. जहां मुख्य नदी में मिल जाती है. बीते कुछ दिनों से भारी बारिश हो रही है. वहीं नेपाल से भी पानी छोड़ दिया गया है जो गंडकी में होकर गुजर रहा है. इसी बीच पानी का दबाव बढ़ा और जहां पर गाद की सफाई करायी गयी थी वहां कटाव होना शुरू हुआ. यह कटाव देखते-देखते पुल के पीलर तक पहुंच गया. पानी की धार काफी तेज थी जिस कारण पुल का पीलर क्षतिग्रस्त होकर नीचे गिर गया.

क्या कहते है डीएम

लहलादपुर में छोटे पुल के गिरने की सूचना आयी है. जो गंडकी नदी पर स्थित है. इस घटना की जांच करायी जा रही है. जल्द ही इसकी मरम्मति करायी जायेगी. जिससे आवागमन फिर से सुचारू हो सके.

अमन समीर

डीएम, सारण

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